Move to Jagran APP

26 दिन में एक दिन जितनी आय भी नहीं जुटा पाया नैनीताल जू, वॉटरफॉल और बॉटनिकल गार्डन

पर्यटकों से गुलजार रहने वाले पर्यटन स्थल कोरोना संक्रमण के चलते इस वर्ष वीरान पड़े हैं। अनलॉक में छूट मिलने के बाद शहर स्थित चिड़ियाघर वाटरफॉल बॉटनिकल गार्डन खुल तो गए हैं!

By Skand ShuklaEdited By: Updated: Wed, 15 Jul 2020 10:30 AM (IST)
Hero Image
26 दिन में एक दिन जितनी आय भी नहीं जुटा पाया नैनीताल जू, वॉटरफॉल और बॉटनिकल गार्डन
नैनीताल, जेएनएन : पर्यटकों से गुलजार रहने वाले पर्यटन स्थल कोरोना संक्रमण के चलते इस वर्ष वीरान पड़े हैं। अनलॉक में छूट मिलने के बाद शहर स्थित चिड़ियाघर, वाटरफॉल, बॉटनिकल गार्डन खुल तो गए हैं, लेकिन चुनिंदा स्थानीय लोग ही यहाँ पहुँच रहे हैं। आलम यह है कि पर्यटन सीजन में तीन से चार लाख रोजाना कमाने वाले चिड़ियाघर की कमाई मुश्किल से हजारों तक पहुंच रही है। वहीं वाटरफॉल और बॉटनिकल गार्डन का हाल इससे भी बुरा है। यही कारण है कि करीब एक माह में तीनों बीते वर्ष की अपेक्षा एक दिन जितनी आमदनी तक नहीं जुटा पाए। अब जू प्रबंधन को प्राणियों के भरण पोषण और बरसात में कराए जाने वाले सुरक्षात्मक कार्यों की चिंता सताने लगी है।

तीन करोड़ के करीब होती है आमदनी

हर वर्ष लाखों की संख्या में सरोवर नगरी पहुँचने वाले पर्यटक एक बार वाटरफॉल, बॉटनिकल गार्डन और चिड़ियाघर का दीदार करना नही भूलते। इन तीनों स्थलों से हर वर्ष करीब तीन करोड़ की आमदनी होती है। जिसमें से करीब 75 फीसदी आमदनी मार्च से जुलाई तक रहने वाले सीजन से हो जाती है। इसी आमदनी से प्राणियों और वनस्पतियों के रखरखाव, अस्थायी कर्मियों का मानदेय और अन्य व्यवस्थाएं की जाती है। लेकिन इस साल कोरोना संक्रमण के चलते 18 मार्च से इन तीनों स्थलों को बंद कर दिया गया। अनलॉक में छूट मिलने के बाद विभाग को इन स्थलों से आमदनी होने की उम्मीद थी, लेकिन 19 जून से खुलने के बावजूद यहा लोगों की चहल पहल कम ही दिख रही है।

26 दिन में कमाये महज 54 हजार

रोजाना लाखों कमाने वाले चिड़ियाघर, बॉटनिकल गार्डन और वाटरफॉल की आमदनी हजारों तक सिमट कर रह गयी है। करीब एक माह में तीनों स्थलों से इतनी कमाई हुई कि एक कर्मचारी का वेतन निकल पाए। खुलने के बाद 26 दिनों में 367 पर्यटक चिड़ियाघर पहुँचे जिससे 46710 रुपये आमदनी हुई। जबकि बीते वर्ष मार्च से जुलाई तक 163276 पर्यटक यहां पहुँचे थे। जिससे 14985750 रुपये की आमदनी हुई थी। वही बीते वर्ष पांच माह में 24566 पर्यटकों से 1228550 रुपये की आमदनी देने वाले बॉटनिकल गार्डन खुलने के बाद महज 23 पर्यटक पहुँचे। जिनसे 1150 रुपये की आमदनी हुई। यही हाल वाटरफॉल का भी है। बीते वर्ष पांच माह में यहा 87493 पर्यटक पहुँचे थे जिनसे 4374850 रुपये की आमदनी हुई थी। लेकिन खुलने के बाद यहा 140 पर्यटक विजिट को पहुँचे जिनसे 7000 की आमदनी हुई।

चिड़ियाघर में हर माह खर्च होता है 14 लाख

आमदनी ठप होने से चिड़ियाघर प्रबंधन को प्राणियों के भरण पोषण और बरसात में किये जाने वाले सुरक्षात्मक कार्यो की चिंता सताने लगी है। चिड़ियाघर में प्राणियों का भोजन, रखरखाव, अस्थायी कर्मियों के मानदेय और अन्य व्यवस्थाओं के लिए हर माह करीब 14 लाख रुपये खर्च हो जाता है। वही बरसात शुरू होते ही प्राणियों के रखरखाव में खर्च में और बढ़ोत्तरी हो जाती है। जू क्षेत्राधिकारी अजय रावत ने बताया कि प्रदेश सरकार से मांग करने के बाद विभिन्न मदो में करीब 67 लाख की धनराशि प्राप्त हुई है। अन्य बजट के लिए प्रस्ताव भेजा गया है।

यह भी पढें

जिस टस्कर हाथी को वन विभाग ने एक दिन पहले किया ट्रेंक्यूलाइज वो काॅर्बेट पार्क में मृत मिला 

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।