सर्व शिक्षा अभियान की कछुआ चाल : सत्र समाप्ति से 52 दिन पहले 76 लाख जारी
एसएसए का यह बजट सत्र समाप्ति से ठीक पहले उस समय जारी हुआ है, जब बच्चों की वार्षिक परीक्षा होनी है। बजट में बच्चों का शैक्षिक भ्रमण और बाल व दीवार पत्रिका के प्रकाशन जैसे काम होने हैं।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Fri, 08 Feb 2019 12:29 PM (IST)
गणेश पांडे, हल्द्वानी। सरकारी प्राथमिक विद्यालयों के लिए संचालित सर्व शिक्षा अभियान (एसएसए) की सुस्त चाल बच्चों के भविष्य पर भारी पड़ रही है। शैक्षिक सत्र 2018-19 बीतने के 52 दिन पहले विभिन्न गतिविधियों के लिए 76 लाख रुपये से अधिक का बजट जारी किया गया है। एसएसए का यह बजट सत्र समाप्ति से ठीक पहले उस समय जारी हुआ है, जब बच्चों की वार्षिक परीक्षा होनी है। बजट में बच्चों का शैक्षिक भ्रमण और बाल व दीवार पत्रिका के प्रकाशन जैसे काम होने हैं। हालांकि कुछ बजट स्कूल परिसर को सुंदर पेटिंग से सजाने व बच्चों के लिए खेल सामग्री खरीदने में व्यय होगा।
दीवार पत्रिका के लिए 10 रुपये प्रति छात्र : छात्र-छात्राओं के क्षमता विकास के लिए शिक्षकों की सहायता से बाल पत्रिका व दीवार पत्रिका का प्रकाशन किया जाएगा। स्कूल स्तर पर प्रति छात्र 10 रुपये की दर से 3.29 लाख व ब्लॉक स्तर पर पांच रुपये प्रति छात्र की दर से 1.64 लाख दिया गया है। कई स्कूलों में नियमित रूप से दीवार पत्रिका निकल रही है।
एक ब्लॉक से 50 बच्चे करेंगे भ्रमण : शैक्षिक भ्रमण के तहत बच्चे उच्च शिक्षण संस्थाओं, प्रयोगशालाओं, साइंस म्यूजियम, इंजीनियङ्क्षरग कॉलेज, पौराणिक व एतिहासिक स्थानों के बारे में जानेंगे। प्रत्येक ब्लॉक में 50 विद्यार्थियों के लिए 10 हजार का बजट रखा है।
खेल मैदान नहीं, सामग्री खरीदेंगे : अधिकांश स्कूलों में खेल मैदान नहीं हैं, लेकिन एसएसए के तहत खेल सामग्री खरीदने के लिए प्राथमिक में प्रति विद्यालय पांच हजार, उच्च प्राथमिक में 10 हजार रुपये दिया गया है।
किस मद में कितनी राशि जारीबाल पत्रिका, दीवार पत्रिका 4,93,500
शैक्षिक भ्रमण 80,000दीवार चित्रांकन 80,000
खेल सामग्री 69,75,000कुल 76,28,500
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