Uttarakhand Lockdown Update : बाॅर्डर पर भूखे-प्यासे फंसे हैं नेपाल के करीब दो सौ लोग
जेएनएन गुरुवार शाम को 150 से अधिक नेपाली पैदल चलकर झूलाघाट पहुंचे हैं। झूलाघाट में पहले से ही 50 के आसपास नेपाली फसे हैं।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Fri, 27 Mar 2020 08:37 AM (IST)
पिथौरागढ़, जेएनएन : जेएनएन गुरुवार शाम को 150 से अधिक नेपाली पैदल चलकर झूलाघाट पहुंचे हैं। झूलाघाट में पहले से ही 50 के आसपास नेपाली फसे हैं। लगभग दो सौ नेपाली नागरिक भारत नेपाल सीमा पर जमा होने से झूलाघाट वासी संक्रमण को लेकर भयभीत है। अंतरराष्ट्रीय झूला पुल नेपाल ने तीन दिन पूर्व बंद कर दिया था और अब भारत की तरफ से भी पुल बंद कर दिया गया है।
झूलापुल बंद होने से नेपाली नागरिको को जीआईसी मैदान में रखा गया है । भोजन और रहने की कोई व्यवस्था नहीं होने से नेपाली नागरिकों को खुले आसमान के नीचे रात गुजारनी होगी। मजिरकांडा की ग्राम प्रधान किरन भट्ट ने जिला प्रशासन से नेपाल प्रशासन से बात कर नेपाली नागरिकों को आज नेपाल भेजने की मांग की है।
समाजसेवी ने कराया भोजन, एसपी सिटी ने भिजवाया नेपानरुदपुर : दिल्ली से 25 मार्च को लॉक डाउन के बाद नेपाल अपने घर रवाना हुए एक ही गांव के दस लोगों को साधन नहीं मिल सका । यह सभी भटकते हुए रामपुर के रास्ते दोपहर को रुदपुर पहुंचे । जहां सूचना के बाद समाजसेवी सूरज नारंग ने सभी को दोपहर और शाम का खाना मुहैया कराया । इसकी सूचना कोतवाली प्रभारी कैलाश भट्ट को दी । जिसके बाद सक्रिय हुई पुलिस ने एसपी सिटी देवेंद्र पींचा के साथ डिग्री कॉलेज के पास यूपी सीमा में मेडिकल जांच के बाद स्कोर्पियो से बनबसा के लिए रवाना किया। इन सदस्यों के साथ एक महिला अपने दुधमुंहे बच्चे और पति के साथ। जिनको टीम ने भेजा वह नेपाल में महेंद्रगढ़ के गांव गड्डा के रहने वाले हैं। जिनके नाम हैं गजेंद्र उसकी पत्नी पूजा, राकेश कुमार,संतोष,देवानी,दीपक ,राजेश, हेमंत, नरेश,फूगी आदि शामिल रहे।
जर्मनी के तीन पर्यटक अल्मोड़ा से दिल्ली भेजेअल्मोड़ा : इटली व इजराइल के बाद अब सांस्कृतिक नगरी के टूरिस्ट स्पॉट में ठहरे जर्मनी मूल के तीन नागरिकों को दिल्ली भेज दिया गया। डीएम नितिन सिंह भदौरिया के अनुसार जिले में पर्यटक बीजा लेकर रह रहे तीनों जर्मन नागरिकों को उनके दूतावास से प्राप्त निर्देषों के मुताबिक रवाना कर दिया गया।यह भी पढें :
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