Extortion from Almora Jail: कुख्यात गैंगस्टर कलीम के मददगार दो और जेल कर्मी गिरफ्तार
पुलिस ने हरिद्वारवासी फार्मासिस्ट को गिरफ्तार कर लिया है। वह जिला कारागार में तैनात था। उसी ने हत्या व रंगदारी के मामले में सजा काट रहे कलीम तक मोबाइल सेट पहुंचाया। वहीं जेल में उपनल के जरिये तैनात नाई भी पकड़ में आया है।
By Prashant MishraEdited By: Updated: Tue, 12 Oct 2021 09:47 AM (IST)
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : पुलिस कस्टडी रिमांड पर हरिद्वार के कुख्यात गैंगस्टर कलीम के अहम राज उगलने के बाद अब उसके मददगार अपराधी ही नहीं जेल कर्मी भी खाकी के रडार पर आ गए हैं। जेल के उन कर्मचारियों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है, जो सलाखों के पीछे कलीम तक फिरौती की रकम, मोबाइल व मादक पदार्थ पहुंचा रहे थे।
पुलिस ने हरिद्वारवासी फार्मासिस्ट को गिरफ्तार कर लिया है। वह जिला कारागार में तैनात था। उसी ने हत्या व रंगदारी के मामले में सजा काट रहे कलीम तक मोबाइल सेट पहुंचाया। इसकी एवजह में गैंगस्टर ने उसे 50 हजार रुपये दिए थे। वहीं जेल में उपनल के जरिये तैनात नाई भी पकड़ में आया है। एक मोबाइल सेट उसने भी कलीम तक पहुंचाया था। इससे पूर्व ड्राइवर गिरफ्तार किया जा चुका है। जेल से रंगदारी के खेल और उत्तराखंड से बिहार तक संगठित अपराधियों का गिरोह संचालित करने वाले कुख्यात गैंगस्टर कलीम के मददगार निशाने पर आ गए हैं। तीन रोज पूर्व पीसीआर पर लिए गए कलीम से कड़ी पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ था कि कारागार के भीतर बैरक तक फिरौती की रकम हो या मोबाइल अथवा चरस वगैरह पहुंचाना। इसमें कुछ और जेल कर्मचारियों की मिलीभगत रही।
तफ्तीश के लिए गठित पुलिस टीम ने पड़ताल की और गैंगस्टर को मदद पहुंचाने वाले दो जेल कर्मियों को दबोच लिया गया। इनमें जेल में तैनात बौंगला गांव बहादराबाद (हरिद्वार) निवासी फार्मासिस्ट अंकुर चौहान पुत्र रामकुमार चौहान व दूसरा बारबर रहमान पुत्र उस्मान खान हाल निवासी दुगालखोला कैंट क्षेत्र अल्मोड़ा शामिल है। गिरफ्तार करने वाली टीम में विवेचना अधिकारी अरुण कुमार, एसआइ श्याम सिंह बोरा, कांस्टेबल अशोक कांबोज व खुशाल राम रहे। दोपहर बाद तक पूछताछ कर दोनों आरोपितों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
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