Uttarakhand Zoo: उत्तराखंड के इस चिड़ियाघर में आप देख सकेंगे Tiger, भेजे जा रहे ढेला रेस्क्यू सेंटर के दो बाघ
Dehradun zoo देहरादून चिड़ियाघर और कार्बेट टाइगर रिजर्व की ओर से तैयारी पूरी कर ली गई है। वर्तमान में कार्बेट टाइगर रिजर्व के ढेला स्थित रेस्क्यू सेंटर में 10 बाघों के बाड़े हैं। जबकि वर्तमान में यहां क्षमता से अधिक 11 बाघ हैं। ऐसे में कार्बेट प्रशासन की ओर से दो बाघों को देहरादून चिड़ियाघर भेजे जाने का निर्णय लिया गया।
जागरण संवाददाता, रामनगर। ढेला स्थित रेस्क्यू सेंटर में बाघों को रखने के लिए जगह कम होने पर अब यहां के दो बाघ देहरादून चिड़ियाघर की शोभा बढ़ाएंगे। सोमवार से दोनों बाघ चिड़ियाघर के मेहमान हो जाएंगे। सड़क मार्ग से पुलिस व वन विभाग के एस्कार्ट में दोनों बाघों को वाहनों में रखकर ले जाया जाएगा।
देहरादून चिड़ियाघर और कार्बेट टाइगर रिजर्व की ओर से तैयारी पूरी कर ली गई है। वर्तमान में कार्बेट टाइगर रिजर्व के ढेला स्थित रेस्क्यू सेंटर में 10 बाघों के बाड़े हैं। जबकि वर्तमान में यहां क्षमता से अधिक 11 बाघ हैं। ऐसे में कार्बेट प्रशासन की ओर से दो बाघों को देहरादून चिड़ियाघर भेजे जाने का निर्णय लिया गया।
सीटीआर निदेशक धीरज पांडे की ओर से सेंटर से कुछ बाघों को बाहर भेजे जाने का प्रस्ताव उच्चाधिकारियों को भेजा गया था। बाघों को बाहर भेजने की अनुमति आदि की कार्रवाई के बाद अब ढेला रेस्क्यू सेंटर से दो बाघ चिड़ियाघर भेजने की तैयारी शुरू हो गई है। फिलहाल दो बाघ भेजे जाने हैं।
स्वभाव से सीधा होने की वजह से नाम पड़ गया भोला
जो बाघ चिड़ियाघर भेजे जा रहे हैं, उनमें से एक गौलापार के दानीबंगर से चार साल पहले रेस्क्यू किया गया था। उसकी टांग टूटी थी। उसका रेस्क्यू सेंटर में ही आठ माह तक उपचार हुआ। इसके बाद वह पूरी तरह स्वस्थ हो गया।
स्वभाव से सीधा होने की वजह से विभागीय कर्मियों ने उसे भोला कहना शुरू कर दिया था। तब से उसे भोला के नाम से ही पहचान मिल गई। वहीं, चिड़ियाघर भेजा जाने वाला दूसरा बाघ पिछले साल फरवरी में हाईवे पनोद क्षेत्र से पकड़ा गया था। अप्रैल से अब तक रेस्क्यू सेंटर से चार बाघ जंगल छोड़े गए हैं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।ढेला स्थित रेस्क्यू सेंटर से दो बाघ सोमवार को चिड़ियाघर भेजे जाएंगे। इसकी सभी तैयारी पूरी हो चुकी हैं। देहरादून चिड़ियाघर से भी एक टीम ढेला आएगी। ढेला से पशु चिकित्साधिकारी दुष्यंत शर्मा भी बाघ छोड़ने के लिए टीम के साथ जाएंगे। इसके बाद बाघों की संख्या ढेला रेस्क्यू सेंटर में नौ हो जाएगी। -अमित ग्वासाकोटी, पार्क वार्डन कार्बेट पार्क।
दोनों बाघों का स्वास्थ्य परीक्षण कर लिया गया है। आइवीआरआइ बरेली से रिपोर्ट भी आ चुकी है। ट्रांसपोर्ट के लिए पूरी तरह फिट है। बाघों को ले जाने के लिए एक गाड़ी चिड़ियाघर से आ रही है। दूसरी कार्बेट की जाएगी। पुलिस व वन विभाग की टीम एस्कार्ट कर ले जाएगी। - दुष्यंत शर्मा, वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी सीटीआर