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बारिश के दौरान पहाड़ों से बरसे पत्थर, कुमाऊं में दो ग्रामीणों की मौत, मकान ढहा-दंपती मलबे में दबे, 5 घायल

Death in Kumaon due to rain पिथौरागढ़ के धारचूला के जुम्मा गांव और अल्मोड़ा के सल्ट में दो ग्रामीण की पत्थर की चपेट में आने से मौत हो गई । वहीं बेरीनाग के खोला गांव में एक मकान ध्वस्त होने से परिवार के पांच लोग घायल हो गए ।

By Jagran NewsEdited By: Rajesh VermaUpdated: Mon, 10 Oct 2022 08:06 PM (IST)
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Death in Kumaon due to rain : मौत से परिवार में कोहराम मचा है।
जागरण टीम, हल्द्वानी : Death in Kumaon due to rain : पहाड़ों पर बारिश का कहर जारी है। इससे कुमाऊं में दो ग्रामीणों की मौत हो गई, वहीं पांच लोग घायल हो गए। हालांकि देर सायं चार दिनों बाद वर्षा का वेग थम गया। वहीं ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मौसम खुलने के बाद पंचाचूली के दर्शन हुए हैं।

धारचूला में ग्रामीण मौत

बारिश के दौरान धारचूला के जुम्मा गांव में एक ग्रामीण की पहाड़ से गिरे पत्थर की चपेट में आने से मौत हो गई । ग्रामीण की पहचान जुम्मा गांव निवासी दीवान सिंह 35 वर्ष पुत्र कल्याण सिंह के रूप में हुई है। दीवान सिंह अपने रिश्तेदार की शादी के दुनगुने में भाग लेने जामुनी तोक से जदघर को जा रहा था, तो मार्ग में पलेटा नामक स्थान पर अचानक पहाड़ की तरफ से गिरे पत्थर की चपेट में आने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई । शव का स्वजन धारचूला सीएचसी लाए । जहां पुलिस से शव का पंचनामा भर कर पोस्टमार्टम करने के बार स्वजनों को सौंपा। उसकी मौत से परिवार में कोहराम मचा है। मृतक के तीन नाबालिग बच्चे दो बेटियां और एक बेटा है।

बेरीनाग में मकान ढहा, 5 जख्मी

बारिश से बेरीनाग के खोला गांव में एक मकान ध्वस्त हो गया । घर के पांच सदस्य घायल हो गए । रविवार सायं को विशन दत्त्त जोशी अपने परिवार के साथ घर में बैठा थे। इसी समय मकान के पीछे की दीवार ढही और मिट्टी का पाल टूट गया । विशन दत्त्त 71 वर्ष और उसकी पत्नी भागीरथी देवी 62 वर्ष मलबे में दब गए । विशन दत्त्त का पुत्र बंशीधर जोशी और हरीश जोशी सहित एक अन्य ग्रामीण राजेंद्र कार्की घायल हो गए। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने मलबे में दबी दम्पती को बाहर निकाला। सूचना मिलते ही पटवारी मोहित चंद और पवन चौहान मौके पर पहुंचे । घायलों को 108 वाहन से सीएचसी बेरीनाग पहुंचाया गया। इस दौरान एक गाय और भैंस भी घायल हो गए । परिवारजनों को सुरक्षित स्थान पर रखा गया है। ग्राम प्रधान ने पीडि़त परिवार को शीघ्र मुआवजा देने को कहा है।

भूस्खलन से मकान क्षतिग्रस्त

वहीं, जिला मुख्यालय के भाटकोट वार्ड में रविवार को हुए भूस्खलन वाले स्थल पर सोमवार सायं को फिर से भूस्खलन हुआ और खतरे में आए अनूप सिंह का मकान क्षतिग्रस्त हो गया है। अनूप सिंह के परिवार ने महेश सिंह के घर पर शरण ली है। महेश सिंह के खेत मलबे से पट चुके हैं। अभी तक प्रशासन का कोई भी कर्मचारी मौके पर आकंलन के लिए नहीं पहुंचा है। बीते रोज बिजली पोल के क्षतिग्रस्त होने के बाद की गई वैकल्पिक व्यवस्था खतरे का संकेत दे रही है। स्थानीय जनता में प्रशासन की उदासीनता को लेकर रोष बना हुआ है।

सायं पांच बजे खुला एनएच

टनकपुर -तवाघाट हाईवे दिल्ली बैंड और मीना बाजार के बाद सायं पांच बजे खुला। मार्ग रविवार देर सायं भी खुला था। थोड़ी देर मार्ग खुलने से फंसे वाहन निकले परंतु रात्रि 11 बजे के आसपास फिर बंद हो गया था। सोमवार सुबह से यहां पर भारी संख्या में वाहन फंसे रहे। सायं मार्ग खुलने के बाद साढ़े छह बजे के आसपास वाहन पिथौरागढ़ पहुंचे हैं।

अल्मोड़ा में भी एक की मौत

अल्मोड़ा के सल्ट ब्लाक के पीपना गांव में भी एक ग्रामीण की मौत हुई है। पहाड़ी दरकने से इसका मलबा मकान की दीवार तोड़ कमरों में घुस गया। नतीजतन अाधी रात को ग्रामीण की मलबे में ही दब कर मौत हो गई। वहीं दूसरे कमरे में बंधी 24 बकरियां भी जिंदा दफन हो गई। मृतक ग्रामीण की पहचान लक्ष्मण सिंह ( 55 वर्ष) के रूप में हुई है। लक्ष्मण सिंह की पत्नी और पुत्र पहले ही दूसरे मकान में सोने चले गए थे। इससे उनकी जान तो बच गई मगर मूसलधार वर्षा ने महिला का सुहाग व पुत्र के सिर से पिता का साया छीन लिया।

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