मनमाफिक तरीके से यूनीपोल और होर्डिग लगाने वाली कंपनी का ठेका निरस्त
नियमों को दरकिनार कर हल्द्वानी में मनमाफिक तरीके से यूनीपोल लगाने वाली निजी कंपनी का ठेका निरस्त कर दिया गया है।
By Edited By: Updated: Fri, 18 Jan 2019 08:18 PM (IST)
हल्द्वानी, जेएनएन : नियमों को दरकिनार कर हल्द्वानी में मनमाफिक तरीके से यूनीपोल और होर्डिग लगाने वाली निजी कंपनी का ठेका निरस्त कर दिया गया है। निगम प्रशासन ने कंपनी की जमानत राशि जब्त करने के साथ कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर दिया है। नगर निगम जल्द ही नए सिरे से यूनीपोल, होर्डिग के लिए टेंडर आमंत्रित करेगा।
खराब माली हालत से जूझ रहे नगर निगम को चपत लगाने वाले निजी कंपनी की अंधेरगर्दी को दैनिक जागरण ने गुरुवार के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया था। खुलासा किया था कि किस तरह से गाजियाबाद की मिडास एडवरटाइजिंग कंपनी शहर में विज्ञापन नियमावली की धज्जियां उड़ा रही हैं। कंपनी नियमावली की अनदेखी कर मनमाफिक कमाई कर रही थी, और निगम को किराया भी नहीं दिया जा रहा था। 25 दिसंबर को समय सीमा निकल जाने के तीन सप्ताह बाद भी कंपनी ने 1.22 करोड़ रुपये जमा नहीं कराया। निगम प्रशासन ने 10 जनवरी को कंपनी को तीन दिन में किराया जमा करने का नोटिस दिया, मगर इसके बाद भी कंपनी ने गंभीरता नहीं दिखाई। दैनिक जागरण में विस्तृत खबर प्रकाशित होने के बाद नगर निगम प्रशासन ने गुरुवार को कंपनी का अनुबंध निरस्त करते हुए 12.55 लाख रुपये जमानत राशि जब्त कर ली है।
खराब माली हालत से जूझ रहे नगर निगम को चपत लगाने वाले निजी कंपनी की अंधेरगर्दी को दैनिक जागरण ने गुरुवार के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया था। खुलासा किया था कि किस तरह से गाजियाबाद की मिडास एडवरटाइजिंग कंपनी शहर में विज्ञापन नियमावली की धज्जियां उड़ा रही हैं। कंपनी नियमावली की अनदेखी कर मनमाफिक कमाई कर रही थी, और निगम को किराया भी नहीं दिया जा रहा था। 25 दिसंबर को समय सीमा निकल जाने के तीन सप्ताह बाद भी कंपनी ने 1.22 करोड़ रुपये जमा नहीं कराया। निगम प्रशासन ने 10 जनवरी को कंपनी को तीन दिन में किराया जमा करने का नोटिस दिया, मगर इसके बाद भी कंपनी ने गंभीरता नहीं दिखाई। दैनिक जागरण में विस्तृत खबर प्रकाशित होने के बाद नगर निगम प्रशासन ने गुरुवार को कंपनी का अनुबंध निरस्त करते हुए 12.55 लाख रुपये जमानत राशि जब्त कर ली है।
करोड़ों की चपत लगाने की थी योजना
सूत्रों की मानें तो निजी कंपनी मिडास नगर निगम को करोड़ों रुपये की चपत लगाने की फिराक में थी। कंपनी को 2.44 करोड़ वार्षिक किराये पर टेंडर मिला था। पहली किस्त अनुबंध होने के 3 दिन व दूसरी किस्त 6 माह के भीतर जमा करानी थी। कंपनी 1.22 करोड़ की दूसरी किस्त जमा नहीं करा रही थी। निगम सूत्रों की मानें तो कंपनी इसे टालना चाहती थी। जबकि खुद मोटी कमाई कर निकल जाती। नए सिरे से टेंडर करेगा निगम
निगम जल्द ही नए सिरे से टेंडर कराएगा। नगर आयुक्त सीएस मर्तोलिया ने बताया कि निगम को कम से कम नुकसान हो, इसके लिए जल्द ही नए सिरे से टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे।
सूत्रों की मानें तो निजी कंपनी मिडास नगर निगम को करोड़ों रुपये की चपत लगाने की फिराक में थी। कंपनी को 2.44 करोड़ वार्षिक किराये पर टेंडर मिला था। पहली किस्त अनुबंध होने के 3 दिन व दूसरी किस्त 6 माह के भीतर जमा करानी थी। कंपनी 1.22 करोड़ की दूसरी किस्त जमा नहीं करा रही थी। निगम सूत्रों की मानें तो कंपनी इसे टालना चाहती थी। जबकि खुद मोटी कमाई कर निकल जाती। नए सिरे से टेंडर करेगा निगम
निगम जल्द ही नए सिरे से टेंडर कराएगा। नगर आयुक्त सीएस मर्तोलिया ने बताया कि निगम को कम से कम नुकसान हो, इसके लिए जल्द ही नए सिरे से टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे।
अवैध होर्डिग कारोबार पर लगेगा अंकुश
इस बार निगम का दायरा बढ़ने से विज्ञापन का दायरा भी बढ़ जाएगा। हाल में निगम में शामिल क्षेत्र विज्ञापन के लिए चयनित नहीं था। इससे अवैध होर्डिग कारोबारी चांदी काटते थे। निगम नए सिरे से टेंडर करता है तो इसके लिए नए क्षेत्र को भी शामिल किया जाएगा। तत्काल हटाने होंगे यूनीपोल
मिडास कंपनी को शहर में लगे यूनीपोल तत्काल हटाने होंगे। नगर आयुक्त सीएस मर्तोलिया ने बताया कि कंपनी को इस संबंध में निर्देश दे दिए हैं। कंपनी यूनीपोल नहीं हटाती तो निगम इसे जब्त करने की कार्रवाई करेगा।
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मिडास कंपनी को शहर में लगे यूनीपोल तत्काल हटाने होंगे। नगर आयुक्त सीएस मर्तोलिया ने बताया कि कंपनी को इस संबंध में निर्देश दे दिए हैं। कंपनी यूनीपोल नहीं हटाती तो निगम इसे जब्त करने की कार्रवाई करेगा।