Uttarakhand News: उत्तराखंड में जान हथेली पर रखकर सफर करते हैं यात्री, ये हैं अब तक के पांच बड़े हादसे
Uttarakhand Major Accident प्रदेश में यात्रा करना हर समय काफी खतरा भरा रहता है। संकरे मार्ग पुलों का आभाव व गर्मी-बारिश से सड़क पर पत्थरों के गिरने से हादसे होते हैं। कई बार चालकों के ओवरटेक नशा व स्पीड भी इसका कारण बनती है।
By Prashant MishraEdited By: Updated: Fri, 08 Jul 2022 12:53 PM (IST)
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : Uttarakhand Major Accident: उत्तराखंड के पहाड़ी रास्तों पर यात्रा करना हमेशा खतरनाक होता है। खासकर बारिश के समय में तो और। पहाड़ी रास्तों पर गर्मी के समय में पत्थर चटककर नीचे गिरते हैं। इस दौरान कई बार सड़क से गुजर रहे वाहन इनकी चपेट में आ जाते हैं। इसके अलावा बारिश में भूस्खलन के चलते मलबा व बोल्डर भारी तबाही मचाते हैं। कई जगहों पर खराब सड़के, पुल का न होना साथ ही वाहन चालकों की गलती से हादसे होते हैं।
शुक्रवार का दिन रामनगर के लिए भयावह रहा। ढेला रिसार्ट में रुके पर्यटकों से भरी कार पानी में बह गई। इसमें नौ लोगों की मौत हो गई। एक मात्र युवती गंभीर रूप से घायल का इलाज चल रहा है। पहाड़ पर बोल्डर व मलबे के साथ ही फिसलकर खाई में गिरने का खतरा रहता है तो तराई में पानी के बहाव का खतरा।
पहाड़ से उतरता हुआ पानी मात्रा में भले ही कम हो या गहराई न हो पर वेग इतना तीव्र रहता है कि वाहन बह जाते हैं। रामनगर में भी आज यही हुआ। सपाट सड़क पर तेज पानी के बहाव का अंदाजा चालक न लगा सका और दुर्घटना हो गई।
उत्तराखंड के कुछ हादसेउत्तरकाशी
चारधाम यात्रियों की बस दुर्घटनाग्रस्त, 26 की मौतउत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर डामटा के पास एक मिनी बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसमें 26 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई। स्थानीय पुलिस के मुताबिक डामटा से तकरीबन 2 किलोमीटिर नौगांव की तरफ ये हादसा हुआ। बस में सवार सभी यात्री मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के रहनेवाले थे, जो यमुनोत्री के दर्शन कर वापस लौट रहे थे। 28 यात्रियों से भी भरी ये बस करीब 400 फीट गहरी खाई में गिर गई थी।
चंपावत खाई मे गिरी मैक्स, 14 की मौतइस साल साढ़े पांच महीने से भी कम समय में जितने सडक़ हादसे हुए हैं, उतने पिछले तीन साल में कुल मिलाकर नहीं हुए हैं। कुमाऊं की सबसे बड़ी सडक़ दुर्घटना भी चंपावत जिले के ककनई में 21 फरवरी को हुई थी। जिसमें मैक्स खाई में गिर गई। घटना में चार महिलाओं, एक बच्ची समेत 14 लोगों की मौत हो गई थी। इस अवधि में पांच सडक़ हादसों में चार लोगों की मौत के अलावा 16 यात्री घायल भी हुए।
बागेश्वर10 बंगाली पर्यटकों की मौतउत्तराखंड के बागेश्वर जिले में 27 अक्टूबर 2021 में शामा के नजदीक बेटोप नाला है। यहां दो टूरिस्ट वाहनों के ड्राइवर संतुलन खो बैठे। इसकी वजह से दुर्घटना हो गई। इसमें 10 पर्यटकों की मौत होने की जानकारी सामने आई है। बताया जा रहा है कि ये सभी बंगाल के रहने वाले थे। यही नहीं, इस घटना में 15 पर्यटक घायल भी हुए हैं।
अल्मोड़ा खाई में गिरी केमू की बस, 13 की मौत18 मार्च 2018 को अल्मोड़ा जिले के दूरस्थ देघाट से सवारियां लेकर रामनगर (नैनीताल) जा रही कुमाऊं मोटर ओनर्स यूनियन की बस असंतुलित होकर गहरी खाई में जा गिरी। हादसा मंगलवार सुबह करीब नौ बजे रामनगर- भतरौजखान मार्ग पर टोटाम के पास खोलियाधार में हुआ। हादसे में दो महिलाओं समेत 13 यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 14 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायलों को रामनगर चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। सभी मृतक स्थानीय निवासी थे।
पिथौरागढदो वर्ष पूर्व एक कार थल मुनस्यारी मार्ग में उफान पर आए नाले में बह गई थी। दोनों सवारों को बचा लिया था। बीते वर्ष जौलजीबी मुनस्यारी मार्ग में बाइक के जौलगाड नाले में बहने से एक आईटीबीपी जवान की मौत हुई थी। बीते सप्ताह बेरीनाग में कोटमन्या मार्ग पर उफनते नाले में बाइक बहने से व्यापारी की मौत हुई है।
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