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Uttarakhand में सरकारी आनलाइन सेवाएं तीन दिन से बंद, सिस्टम धड़ाम; जनता हलकान

Uttarakhand News उत्तराखंड में सरकारी स्तर की ऑनलाइन सेवाएं तीन दिनों से ठप हैं जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पेंशन भुगतान और प्रमाण पत्र जारी करने का काम प्रभावित हुआ है। अपणि सरकार पोर्टल बंद होने से सबसे अधिक परेशानी हो रही है। अधिकारी और कर्मचारी भी इस समस्या का समाधान नहीं कर पा रहे हैं।

By ganesh joshi Edited By: Nirmala Bohra Updated: Sun, 06 Oct 2024 04:06 PM (IST)
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Uttarakhand News: तहसील, कोषागार, जिला विकास प्राधिकरण का कामकाज पूरी तरह रहा ठप। प्रतीकात्‍मक

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी। Uttarakhand News: सरकारी स्तर की आनलाइन सेवाएं तीन दिन से ठप हैं। इसकी वजह से लोग परेशान हैं। न ही पेंशन मिल पा रही है और न ही किसी तरह के प्रमाण पत्र जारी हो रहे हैं।

लोग कार्यालयों में पहुंच रहे हैं, लेकिन निराश लौटने को मजबूर हैं। सबसे अधिक परेशानी अपणि सरकार पोर्टल बंद होने से पैदा हुई है। पूरी व्यवस्था ही धड़ाम हो गई है। इस मामले में अधिकारी से लेकर कर्मचारी भी भी कुछ भी जवाब देने में असमर्थ हैं।

सिस्टम ठप होने से 12 हजार की पेंशन व जीवन प्रमाण पत्र अटके

माह के प्रारंभ में कर्मचारियों को वेतन, पेंशनर्स को पेंशन की प्रतीक्षा रहती है, लेकिन अक्टूबर माह प्रारंभ होते ही राज्यस्तर पर सर्वर प्रभावित होने का प्रभाव कोषागार की भुगतान प्रणाली पर भी पड़ा है। इसका असर राजकीय सेवा में कार्यरत व सेवानिवृत्त हो चुके कर्मचारियों के भुगतान पड़ा रहा है।

पोर्टल के काम नहीं करने से हल्द्वानी उपकोषागार से जुड़े 12 हजार से अधिक पेंशनर्स का पेंशन भुगतान अटक गया है। वहीं, 30 सितंबर के बाद वेतन बिल जमा करने वाले कुछ विभागों के कर्मियों का वेतन भुगतान भी नहीं हो पाया है। इसके अलावा पेंशनरों के जीवन प्रमाण के सत्यापन की कार्यवाही भी नहीं हो पा रही है। इससे पेंशनभोगियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

मुख्य कोषाधिकारी दिनेश राणा के अनुसार कोषागार में आनलाइन काम होने से विभागों के बिल तथा तमाम पेंशन राशि अटकी है। कई विभागों के वेतन का भुगतान भी नहीं हो सका है। हालांकि कहा कि अधिकांश विभागों का वेतन तथा पेंशन के बिल तीन अक्टूबर को जारी हो गए थे। उधर, कलेक्ट्रेट में उपनिबंधक रजिस्ट्री रमा तिवारी के अनुसार आनलाइन काम प्रभावित होने का रजिस्ट्री पर असर पड़ा है। बैंकों के चालान नहीं भर पा रहे हैं।

पुलिस का सीसीटीएनएस सर्वर भी ठप, अपराध रिकार्ड काम लटका

तीन सितंबर से उत्तराखंड में अचानक सर्वर ठप होने से सरकारी विभागों के आइटी सिस्टम शोपीस बन गए हैं। पूरे कुमाऊं में पुलिस का क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम (सीसीटीएनएस) ठप पड़ चुका है। सिस्टम के ठप होने से कुछ पुलिस कर्मियों पर काम का बोझ बढ़ गया, क्योंकि थानों में रोज पंजीकृत होने वाली प्राथमिकी इसी साइट पर अपलोड होती हैं।

वहीं, लोगों को भी पुलिस की ओर से की जा रही कार्रवाई की सूचना नहीं मिल पा रही है। हल्द्वानी सर्किल में एक कोतवाली समेत तीन थाने हैं। बनभूलपुरा, काठगोदाम व मुखानी व कोतवाली में सीसीटीएनएस सर्वर काम करता है। दो सितंबर को बनभूलपुरा पुलिस ने गांधीनगर वार्ड नंबर 27 निवासी 12 वर्षीय बालक के लापता होने की अंतिम सूचना सीसीटीएनएस में अपलोड की थी।

इसी दिन मुखानी पुलिस ने 6.22 ग्राम स्मैक के साथ युवक के पकड़े जाने व कोतवाली पुलिस ने हल्द्वानी फर्नीचर मार्ट से चंदन का पेड़ काटने की प्राथमिकी सीसीटीएनएस में अपलोड है, जबकि काठगोदाम में कोई मामला पंजीकृत नहीं हुआ था। इसके बाद से यह सर्वर ठप पड़ा है। हल्द्वानी के अलावा कुमाऊं के किसी भी थाने का सीसीटीएनएस काम नहीं कर पा रहा है।

अपणि सरकार पोर्टल की वजह से अधिक परेशानी

कलेक्ट्रेट में उपनिबंधक कार्यालय में रजिस्ट्री का कामकाज भी प्रभावित है। बैंकों के चालान नहीं लगने से रजिस्ट्री काम नहीं हो रहा है। खतौनी नहीं निकलने की वजह से भी रजिस्ट्री भी नहीं हो पा रही है, लेकिन सबसे अधिक परेशानी अपणि सरकार पोर्टल की वजह से है, क्योंकि सभी तरह के प्रमाण पत्र इसी पोर्टल के जरिये जारी किए जाते हैं। लोग तहसील पहुंच रहे हैं लेकिन स्पष्ट जवाब नहीं मिलने की वजह से निराश लौटने को मजबूर हैं। जिला विकास प्राधिकरण में भी नक्शे स्वीकृत नहीं हो पा रहे हैं।

तकनीकी दिक्कतों को आइटी विभाग दूर कर रहा है, आइटी विभाग से गड़बड़ी की रिपोर्ट मांगी गई है। जल्द ही कामकाज पटरी पर आ जाएगा। - राधा रतूड़ी, मुख्य सचिव

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