Uttarakhand State Olympic: साइकिलिंग में देहरादून के खिलाड़ियों का दबदबा, अव्यवस्थाओं के ट्रैक पर दौड़े साइकिलिस्ट
उत्तराखंड राज्य ओलंपिक में साइकिलिंग स्पर्धा में देहरादून के खिलाड़ियों का दबदबा रहा। दून के आठ खिलाड़ियों ने रोड साइकिलिंग में पदक हासिल किए। वहीं नैनीताल जिले के सात खिलाड़ियों ने पदक जीते। लेकिन आयोजकों की अव्यवस्थाओं ने खिलाड़ियों की जान जोखिम में डाल दी। जिस रूट पर खिलाड़ी साइकिल दौड़ा रहे थे उस पर पूरे समय डंपर आटो और बाइक सवार भी फर्राटा भर रहे थे।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी। पांचवें राज्य ओलिंपिक के तहत रविवार को हल्द्वानी में साइकिलिंग स्पर्धा का आयोजन किया गया। इसमें देहरादून के खिलाड़ियों का दबदबा रहा। दून के आठ खिलाड़ियों ने रोड साइकिलिंग में पदक हासिल किए। वहीं, नैनीताल जिले के सात खिलाड़ियों ने पदक जीते। पिथौरागढ़ को एक पदक मिला।
रविवार को तीनपानी स्थित गौलापार बाईपास रोड पर सुबह आठ बजे से रोड साइकिलिंग स्पर्धा का आयोजन किया गया। उत्तराखंड ओलिंपिक संघ के अध्यक्ष महेश नेगी ने हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। इसमें करीब 25 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया।
हल्द्वानी में हुई राज्यस्तरीय साइकिलिंग स्पर्धा में भाग लेते खिलाड़ी l जागरण
पुरुष इलीट वर्ग में नैनीताल जिले के अमित भौरियाल ने स्वर्ण पदक हासिल किया, जबकि अक्षय ह्यांकी ने रजत व अक्षय कनियाल ने कांस्य पदक जीता। अंडर-23 आयु वर्ग में नैनीताल के कपिल रावत ने स्वर्ण, देहरादून के आदित्य सक्सेना ने रजत व हिमेश कुंवर ने कांस्य पदक जीता। पुरुष जूनियर वर्ग में देहरादून के आयुष नेगी को स्वर्ण, सार्थक बिष्ट को रजत व लक्ष्य को कांस्य पदक मिला।
पुरुष इलीट वर्ग में नैनीताल जिले के अमित भौरियाल ने स्वर्ण पदक हासिल किया, जबकि अक्षय ह्यांकी ने रजत व अक्षय कनियाल ने कांस्य पदक जीता। अंडर-23 आयु वर्ग में नैनीताल के कपिल रावत ने स्वर्ण, देहरादून के आदित्य सक्सेना ने रजत व हिमेश कुंवर ने कांस्य पदक जीता। पुरुष जूनियर वर्ग में देहरादून के आयुष नेगी को स्वर्ण, सार्थक बिष्ट को रजत व लक्ष्य को कांस्य पदक मिला।
सब जूनियर वर्ग में देहरादून के सूर्या सिंह को स्वर्ण, अश्विन राथौण को रजत व कार्तिकेय को कांस्य पदक मिला। यूथ वर्ग में नैनीताल जिले के भावेश मेहरा ने स्वर्ण, हार्दिक बिष्ट ने रजत व मोहित साहू ने कांस्य पदक झटके, जबकि वूमेन जूनियर में पूरे उत्तराखंड से इकलौती बालिका खिलाड़ी स्पर्धा में पहुंची पिथौरागढ़ निवासी अवनी धरियाल ने स्वर्ण पदक हासिल किया है।इस दौरान उप निदेशक खेल रशिका सिद्दीकी, जिला क्रीड़ाधिकारी निर्मला पंत, उत्तराखंड साइकिलिंग एसोसिएशन के महासचिव देवेश पांडेय, कोच मनीष वर्मा, सुरेश पांडेय आदि मौजूद रहे।
गौलापार बाईपास के जिस रूट पर खिलाड़ी साइकिल दौड़ा रहे थे, उस पर पूरे समय डंपर, आटो व बाइक सवार भी फर्राटा भर रहे थे। रविवार को तीनपानी स्थित गौलापार बाईपास रोड पर सुबह नौ बजे से स्पर्धा शुरू हुई थी। इसके स्टार्टिंग प्वाइंट के पास पुलिस बल समेत पीआरडी जवानों ने आवागमन तो रोका, लेकिन बरेली रोड आइटीआइ से आंवला चौकी गेट से गौला बाईपास वाली सड़क से आटो व बाइक सवार निकलते रहे।कुछ देर बाद गौला बाईपास रोड पर खड़े डंपर भी रेस के दौरान चलने लगे। स्पर्धा करीब एक बजे तक चली। ऐसे में चार घंटे तक तेज रफ्तार से साइकिल चला रहे खिलाड़ियों की जान जोखिम में रही।
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- आयोजकों ने खतरे में डाली जान चार घंटे तक चले मुकाबले में पूरे समय रही हावी रही अव्यवस्था
- जिस रूट पर खिलाड़ी दौड़ा रहे थे साइकिल, डंपर, आटो, बाइक चालक भी भर रहे थे रफ्तार
गौलापार बाईपास के जिस रूट पर खिलाड़ी साइकिल दौड़ा रहे थे, उस पर पूरे समय डंपर, आटो व बाइक सवार भी फर्राटा भर रहे थे। रविवार को तीनपानी स्थित गौलापार बाईपास रोड पर सुबह नौ बजे से स्पर्धा शुरू हुई थी। इसके स्टार्टिंग प्वाइंट के पास पुलिस बल समेत पीआरडी जवानों ने आवागमन तो रोका, लेकिन बरेली रोड आइटीआइ से आंवला चौकी गेट से गौला बाईपास वाली सड़क से आटो व बाइक सवार निकलते रहे।कुछ देर बाद गौला बाईपास रोड पर खड़े डंपर भी रेस के दौरान चलने लगे। स्पर्धा करीब एक बजे तक चली। ऐसे में चार घंटे तक तेज रफ्तार से साइकिल चला रहे खिलाड़ियों की जान जोखिम में रही।
रुद्रपुर में रहने की व्यवस्था, यहां होटल लेकर ठहरे खिलाड़ी
दीप्ति रौथाण और उनके बेटे अश्विन रौथाण l जागरणराज्य ओलिंपिक की सबसे अधिक स्पर्धाएं रुद्रपुर में हो रही हैं। ऐसे में वहां खिलाड़ियों के रहने की भी व्यवस्था है, लेकिन ओलिंपिक एसोसिएशन की ओर से हल्द्वानी में खिलाड़ियों के रहने की व्यवस्था नहीं की गई। देहरादून निवासी दीप्ति रौथाण ने बताया कि वह शनिवार को ही अपने बेटे अश्विन के साथ हल्द्वानी पहुंच गईं थी। खुद के खर्चे से वह रात में होटल में रुकी और सुबह प्रतियोगिता स्थल पर पहुंचीं।रूट की चौड़ाई कम, एक साथ नहीं दौड़ सके साइकिलिस्ट
जिस रूट पर स्पर्धा कराई गई, उसकी चौड़ाई कम होने से उत्तराखंड साइकिलिंग एसोसिएशन मास स्टार्ट रेस नहीं करा सका, केवल टाइम ट्रायल इवेंट ही कराए गए। इसमें बारी-बारी से खिलाड़ियों को एक-एक मिनट के गैप पर साइकिल लेकर दौड़ाया गया।अधिकारी भी एक घंटे देरी से पहुंचे, खिलाड़ी करते रहे इंतजार
ऐसे में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे उत्तराखंड ओलिंपिक संघ के अध्यक्ष महेश नेगी समेत अन्य अधिकारी एक घंटा लेट पहुंचे। जिसके चलते खिलाड़ियों को बेवजह धूप में बैठकर इवेंट शुरू होने का इंतजार करना पड़ा। तेज धूप के चलते खिलाड़ियों के स्टेमिना पर भी असर पड़ा।गौलापार बाईपास रोड पर जिस जगह साइकिलिंग इवेंट का रूट तैयार किया गया था, वहां हमने पुलिस व पीआरडी जवान लगाए थे, लेकिन अब इन लोगों से भी आवाजाही नहीं रुकी, तो क्या कर सकते हैं। पूरी प्रतियोगिता में कोई भी खिलाड़ी चोटिल नहीं हुआ है।
विमल चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष, उत्तराखंड साइकिलिंग एसोसिएशन