Surekha Sikri का अल्मोड़ा से रहा गहरा सांस्कृतिक रिश्ता, अभिनेता निर्मल पांडे सहित रंगकर्मी लेते थे अभिनय के टिप्स
अभिनेत्री सुरेखा सीकरी का अल्मोड़ा से गहरा सांस्कृतिक रिश्ता रहा। उनका बचपना यहां बीता था। बैंडिट क्वीन फिल्म के विक्रम मल्लाह यानि निर्मल पांडे हों या प्रगति साह ये सभी उभरते रंगकर्मी दिग्गज अभिनेत्री सुरेखा से अभिनय के गुर सीखा करते थे।
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : Surekha Sikri : चर्चित टीवी सीरियल 'बालिका वधू' की दादी सा अभिनेत्री सुरेखा सीकरी का अल्मोड़ा से गहरा सांस्कृतिक रिश्ता रहा। उनका बचपना यहां बीता था। बाद में थिएटर से जुडऩे के बाद रंगकर्मियों की भूमि होने के कारण सुरेखा का लगाव और बढ़ गया था। एक दौर था जब अल्मोड़ा में थिएटर का जबर्दस्त क्रेज रहा और तमाम रंग कर्मियों ने मुकाम भी पाया।
थिएटर से फिल्मी कॅरियर की शुरूआत और जबर्दस्त अभिनय क्षमता के बूते तीन बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीतने वाली सुरेखा के निधन से अल्मोड़ा के रंगकर्मी स्तब्ध रह गए। ब्रितानी दौर में नृत्य सम्राट पं. उदयशंकर की कर्मभूमि और बाद में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (एनएसडी) के निदेशक बृजेंद्र लाल साह हों या थिएटर से ही फिल्मों में पदार्पण करने वाले निर्मल पांडे वगैरह इसी शहर से थे। इसी वजह से अभिनेत्री सुरेखा को रंगकर्म व सांस्कृतिक लिहाज से उर्वर यह शहर खूब भाता था। सुरेखा का बचपना एनटीडी रोड पर हीराडुंगरी से लगे दरबारी नगर में बीता था। अभिनेता नसीरुद्दीन शाह के साथ वह कई बार यहां आईं।
रंगकर्मी नवीन सिंह बिष्ट बताते हैं कि अभिनेत्री सुरेखा ने थिएटर को बखूबी जिया था। 90 के दशक से पूर्व अल्मोड़ा थिएटर के मामले में काफी समृद्ध रहा। रंगकर्मी बृजेंद्र लाल साह, बाद में एनएसडी के निदेश भी रहे। थिएटर और अल्मोड़ा से प्रेम ही था कि अभिनेत्री सुरेखा अच्छी परिचित रहीं। यही नहीं अल्मोड़ा के थिएटर से अदाकारी का ककहरा सीख एनएसडी तक पहुंचे बैंडिट क्वीन फिल्म के विक्रम मल्लाह यानि निर्मल पांडे हों या प्रगति साह, ये सभी उभरते रंगकर्मी दिग्गज अभिनेत्री सुरेखा से अभिनय के गुर सीखा करते थे। यही वजह है कि सुरेखा के मन में अल्मोड़ा बस चुका था।