एक लाख रुपये रिश्वत लेते वन दारोगा को विजिलेंस टीम ने किया गिरफ्तार, मुकदमा दर्ज
विजिलेंस की टीम ने एक वन दारोगा को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। उसके विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Tue, 02 Apr 2019 02:42 PM (IST)
हल्द्वानी, जेएनएन : विजिलेंस की टीम ने एक वन दारोगा को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। उसके विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपित दारोगा को बुधवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।
एसपी विजिलेंस अमित श्रीवास्तव ने बताया कि रामनगर में रहने वाले फईम अहमद ने पुलिस अधीक्षक सतर्कता सेक्टर नैनीताल, हल्द्वानी कार्यालय आकर शिकायत दर्ज कराई कि उसका व उसके साथी नियाज़ अली के डम्पर दिनांक सात मार्च को बंजारी गेट रामनगर के अंदर वन विभाग की टीम ने सीज किये थे। उसका कहना था कि हमारी गाड़ियां गलत सीज की गईं, क्योंकि हमारे पास अंदर जाने का टोकन भी था। जब वह और नियाज़ वाहन छुड़वाने के लिए रेंजर से मिले तो उन्होंने वन दारोगा शैलेन्द्र चौहान से मिलने को कहा। दारोगा शैलेन्द्र चौहान ने कहा कि दो लाख रुपये लगेंगे और गाड़ी छूट जाएगी। इसके पूछने पर कि इसकी रसीद मिलेगी तो कहा कि 50 हज़ार की रसीद मिलेगी। दुबारा मिलने पर और बार-बार अनुरोध करने पर वन दारोगा दो लाख रुपये लेकर उच्चाधिकारियों से गाड़ी छुड़वाने के लिए तैयार हुए।
उसके द्वारा सीनियर अधिकारी से काम करवाने के बदले रिश्वत की मांग की जा रही है। विजिलेंस के इस शिकायत की जांच करने पर तथ्य सही पाए गए। इस पर निरीक्षक श्री राम सिंह मेहता के नेतृत्व में एक ट्रैप टीम का गठन किया गया। टीम ने बुधवार को शैलेन्द्र चौहान पुत्र श्री भारत सिंह, निवासी पट्टी चौहान, जसपुर, जनपद उ. सि. नगर, तैनाती गुलज़ारपुर वन चौकी, तराई पश्चिमी वन प्रभाग, रामनगर को रंगे हाथों रिश्वत राशि एक लाख रुपये के साथ रामनगर भवानी गंज चौराहे से गिरफ्तार किया है। निदेशक सतर्कता महोदय ने टीम के उत्साहवर्धन हेतु नगद पुरस्कार की घोषणा की है।
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