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पहाड़ पर एक किमी की सड़क ग्रामीणों ने खुद बना डाली, आप करेंगे इनके हौसले काे सलाम

पहाड़ के गांवों सुविधाओं के अभाव के बीच भी कई बार यहां के ग्रामीण कुछ ऐसा कर जाते हैं जो दूसरों के लिए प्रेरणा बनने के साथ जिम्मेदारों को आईना दिखा जाते हैं।

By Edited By: Updated: Mon, 01 Jun 2020 10:12 AM (IST)
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पहाड़ पर एक किमी की सड़क ग्रामीणों ने खुद बना डाली, आप करेंगे इनके हौसले काे सलाम

भवाली, जेएनएन : पहाड़ के गांवों सुविधाओं के अभाव के बीच भी कई बार यहां के ग्रामीण कुछ ऐसा कर जाते हैं, जो दूसरों के लिए प्रेरणा बनने के साथ जिम्मेदारों को आईना दिखा जाते हैं। नैनीताल जिले के रामगढ़ ब्लाक के लोश्ज्ञानी के ग्रामीण भी यही कर रहे हैं। वर्षों से पक्के सड़क का इंतजार कर रहे ग्रामीणों ने शासन व प्रशासन के सुध न लेने पर खुद ही सड़क बनाने के लिए कदम बढ़ा दिए हैं। एक महीने से श्रमदान कर इन लोगों ने एक किमी तक की सड़क बना डाली है। बरसात को ध्यान में रखते हुए रास्तों की नालियों की भी सफाई कर रहे हैं।

ग्राम प्रधान गीता देवी ने बताया कि लोश्ज्ञानी में 250 परिवार रहते हैं। यहां 90 फीसदी लोग खेती से जुडे़ हैं। फल पट्टी होने के कारण यहां आडू़, पुलम, खुमानी बहुतायात में होता है। लेकिन इसे पांच किमी दूर मुख्य सड़क तक पहुंचाने में काफी मुश्किलें होती हैं। क्योंकि गांव की भौगोलिक स्थिति तीव्र ढाल युक्त है। इसी ढालनुमा पहाड़ी के बीच से काफी ऊबड़-खाबड़ और सकरा पैदल कच्चा मार्ग है, जो काफी खतरनाक है। यहां से किसी बीमार को मुख्य सड़क तक लाने के लिए डोली या घोडे़ का प्रयोग किया जाता है। यही नहीं बेबस ग्रामीणों को फल-सब्जियां व अन्य फसल को सिर पर ढोकर बाजार तक लाना-ले जाना पड़ता है। इससे परेशान ग्रामीणों ने इस लॉकडाउन में श्रमदान कर मार्ग को दुरस्त करना शुरू किया है।

लगभग महीने भर से बारी-बारी से पैदल मार्ग से झाड़ियों, नालियों, टूटे रास्तों को ठीक कर रहे हैं। अबतक एक किमी का मार्ग वे ठीक कर चुके है। इस कार्य में समाजिक कार्यकर्ता मदन लाल, क्षेत्रपाल, खड़क सिंह, प्रताप सिंह, नीरज, खुशाल समेत कई ग्रामीण सहयोग कर रहे है।

एड़ी मंदिर का भी कर रहे जीर्णोद्धार

लॉकडाउन में ग्रामसभा सिरोड़ी, निगलाट, चौसा, पाडली व भवाली के ग्रामीण कैची धाम मंदिर से चार किलोमीटर ऊपर पहाड़ी पर स्थित एड़ी मंदिर का जीर्णोद्धार कर रहे हैं। यह मंदिर लगभग 100 साल पुराना है और ग्रामीणों की इस मंदिर में काफी आस्था है। सिरोड़ी गांव के उपप्रधान मनीष बिष्ट ने बताया कि अप्रैल से ही ग्रामवासियों ने मंदिर के जीर्णोद्धार में श्रमदान कर रहे हैं। इस मंदिर में कार्तिक पूर्णिमा के दिन बड़े व भव्य भंडारे का आयोजन किया जाता है। आसपास के छह गांव के श्रद्धालु इस मंदिर में बहुत आस्था रखते हैं। मंदिर की मान्यता है कि यहां पशुओं के लिए मांगी गई मन्नतें पूरी होती हैं। मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए पूर्व प्रधान पवन कुमार ने 60 हजार की धनराशि दी है। यह धनराशि उनके दादा मंगल राम ने अपने प्रधान काल में मंदिर के लिए ही रखी थी। सिरोड़ी की ग्राम प्रधान नीमा बिष्ट, भवाली के पूर्व चेयरमैन दयाल आर्य, पूर्व प्रधान दिनेश बिष्ट, कुंदन ¨सह बिष्ट भी सहयोग कर रहे हैं।

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