Move to Jagran APP

Glaciar Burst In Uttarakhands : ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट के विरोध में हाईकोर्ट पहुंचे थे रैणी के ग्रामीण

Glaciar Burst In Uttarakhands त्तराखंड में पर्यावरण संरक्षण के प्रसिद्ध चिपको आंदोलन की सूत्रधार गौरा देवी का गांव रैणी फिर सुर्खियों में हैं। चमोली जिले में जो ग्लेशियर फटा है वह इसी गांव में है। रैणी गांव के समीप ही ऋषिगंगा पॉवर प्रोजेक्ट निर्माणाधीन है।

By Skand ShuklaEdited By: Updated: Sun, 07 Feb 2021 04:26 PM (IST)
Hero Image
Glaciar Burst In Uttarakhands : ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट के विरोध में हाईकोर्ट पहुंचे थे रैणी के ग्रामीण
नैनीताल, जागरण संवाददाता : Glaciar Burst In Uttarakhands : उत्तराखंड में पर्यावरण संरक्षण के प्रसिद्ध चिपको आंदोलन की सूत्रधार गौरा देवी का गांव रैणी फिर सुर्खियों में हैं। चमोली जिले में जो ग्लेशियर फटा है, वह इसी गांव में है। रैणी गांव के समीप ही ऋषिगंगा पॉवर प्रोजेक्ट निर्माणाधीन है। इसी गांव के समीप ही विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी है। रैणी गांव के कुंदन सिंह व अन्य ने 2019 में जनहित याचिका दायर की थी। इनका कहना था कि गांव इसके आसपास ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट के बहाने अवैध खनन हो रहा है। मलबे का निस्तारण नहीं किया जा रहा है। जिससे हो रहे पर्यावरणीय नुकसान से बड़ा खतरा पैदा हो गया है। उन्होंने फोटोग्राफ व वीडियो भी याचिका के साथ संलग्न किये थे। 

रैणी के ग्रामीण शुरुआत से ही पॉवर प्रोजेक्ट कंपनी की मनमानी से त्रस्त थे। ग्रामीणों का कहना था कि कंपनी ने रोजगार देने के बहाने ग्रामीणों की जमीन का उपयोग पहले बिना मुआवजा दिए किया था और उसके नियमों को ताक पर रखकर खतरनाक गतिविधियों को अंजाम दिए। कंपनी पर्यावरण मानकों को ताक पर रखकर नदी तट पर विस्फोटक से पत्थर तोड़ा, साथ ही आंदोलन की प्रणेता गौरा देवी व साथियों के जंगल में प्रवेश करने के लिए बनाए गए ऐतिहासिक मार्ग को भी बंद कर दिया था। 15 जुलाई 2019 को हाईकोर्ट के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रमेश रंगनाथन व न्यायमूर्ति आलोक कुमार वर्मा की खंडपीठ ने पावर प्रोजेक्ट में विस्फोटक के प्रयोग पर रोक लगाने व इस संबंध में चमोली के जिलाधिकारी व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से जवाब मांगा था। याचिकाकर्ता के अधिवक्ता अभिजय नेगी के अनुसार यह याचिका फिलहाल विचाराधीन हैं।

यह भी पढें 

ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट के विरोध में हाईकोर्ट पहुंचे थे रैणी के ग्रामीण 

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।