Jackal Terror in Uttarakhand गौलापार क्षेत्र में एक पागल सियार ने दहशत फैला दी है। रात सियार ने 10 लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और आधे घंटे तक चले सर्च ऑपरेशन के बाद सियार को मार गिराया गया। घायलों को बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि सियार पागल हो गया था।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी। Jackal Terror in Uttarakhand: उत्तर प्रदेश के बहराइच और आसपास के क्षेत्रों में भेड़ियों का आतंक खासा चर्चा में है। वहीं, गुरुवार रात गौलापार क्षेत्र में सियार ने दस लोगों पर हमला कर दिया।
सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम के साथ आधे घंटे तक चले सर्च ऑपरेशन के बाद सियार को ढेर कर दिया गया। वहीं, हमले में घायल लोगों को बेस अस्पताल ले जाया गया है।
ग्रामीणों की मानें तो सियार पागल हो गया था।
गौलापार स्थित खेड़ा ग्राम पंचायत के पूर्व बीडीसी मेंबर अर्जुन बिष्ट ने बताया कि गुरुवार रात नौ बजे वह रामलीला मंचन देखने गए थे। इस बीच सूचना मिली कि गोविंदग्राम और पश्चिमी खेड़ा गांव में सियार ने आतंक मचा दिया है।
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ग्रामीणों में भय का माहौल पैदा हो गया
दोनों जगहों पर पहुंचने पर पता चला कि रामदयाल, नारायण देऊपा, चंपा देवी, मुन्नी देवी और प्रकाश आर्य समेत दस लोगों पर हमला हुआ है। जिसके बाद ग्रामीणों में भय का माहौल पैदा हो गया। मामले की सूचना रेंजर छकाता प्रदीप पंत को दी गई।
दस लोगों के घायल होने की वजह से गश्ती दल तुरंत मौके पर पहुंच गया। रात साढ़े नौ बजे से सर्च ऑपरेशन शुरू हुआ। लेकिन अंधेरा होने के कारण खेतों व जंगल किनारे सियार को तलाशने में परेशानी का सामना करना पड़ा। जिसे देखते हुए ग्रामीण भी घरों से टार्च लेकर जुट गए। करीब आधे घंटे बाद सियार को ढेर कर दिया गया।
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गुलदार के बाद सियार की दहशत-गौलापार ग्रामीण क्षेत्र
हाथी, गुलदार के बाद सियार की दहशत
-गौलापार ग्रामीण क्षेत्र है। सूखी नदी के पार जंगल लगता है। धान और मक्का के सीजन में यहां हाथियों का आतंक रहता है। मजबूरी में ग्रामीणों को रात में खेतों में पहरा देना पड़ता है।
इसके अलावा कई बार गुलदार भी गांवों में नजर आ चुके हैं। लेकिन पहली बार सियार का आतंक भी दिख गया। ग्रामीण रामदयाल के चेहरे पर काफी चोटें आई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि वन विभाग को अब क्षेत्र में नियमित गश्त करनी चाहिए।
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