युवाओं ने पहाड़ के उत्पादों को बनाया ब्रांड, मल्टीनेशनल कंपनियों की तरह बढ़ा रहे कारोबार
कुछ युवाओं ने पर्वतीय जिले पिथौरागढ़ में रोजगार की अलख जगाई है। उन्होंने मल्टीनेशनल कंपनियों में काम कर चुके कुशल कारीगरों के जरिए जिला मुख्यालय में एक फर्म स्थापित की।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Fri, 01 Nov 2019 09:51 AM (IST)
पिथौरागढ़, जेएनएन : पहाड़ों में भी रोजगार पैदा किए जा सकते हैं, लेकिन इसके लिए जरूरत है तो एक सृजनात्मक और रचनात्मक सोच के व्यक्तित्व की। कुछ इसी तरह की सोच से कुछ युवाओं ने पर्वतीय जिले पिथौरागढ़ में रोजगार की अलख जगाई है। युवाओं ने मल्टीनेशनल कंपनियों में काम कर चुके कुशल कारीगरों के जरिए जिला मुख्यालय में एक फर्म स्थापित की। जहां पहाड़ी उत्पादों से निर्मित सोन पापड़ी, रेवड़ी, तिलपट्टी, गुड़ पट्टी, गजक आदि का उत्पादन किया जा रहा है। ये पहाड़ी उत्पाद लोगों को इतने भा रहे हैं कि कंपनी के महज एक माह में पांच हजार से अधिक उत्पाद बिक चुके हैं।
एक माह पूर्व जिला मुख्यालय के विण क्षेत्र में यूनिवर्सल बुक डिपो के संचालक राजेंद्र भट्ट, शेखर नगरकोटी, ललित डसीला व ज्योति पोखरिया ने देवभूमि फूड प्रोडेक्शन एवं पैकेजिंग नाम से एक कंपनी की स्थापना की। कंपनी में करीब 12 से 15 लाख की लागत की पंजाब से अत्याधुनिक मशीनें लगाई गई हैं। मल्टीनेशनल कंपनियों में काम कर चुके कानपुर के छह कुशल कारीगरों को रखा गया है। जिनके द्वारा यहां पहाड़ी उत्पाद मडुवा, चना, भट्ट, जौं, मक्का आदि से सोन पापड़ी, रेवड़ी, तिल पट्टी, गुड़ पट्टी, क्रीमी गजक तैयार किया जा रहा है। जिसकी पैकेजिंग भी बेहद शानदार व आकर्षक ढंग से की जा रही है। इस कार्य में स्थानीय महिलाएं भी कारीगरों का हाथ बंटा रही हैं। यहां उत्पादित होने वाली सामग्री को पिथौरागढ़ के अलावा हल्द्वानी, अल्मोड़ा, पंतनगर आदि क्षेत्रों में भेजा जा रहा है। इन पहाड़ी उत्पादों को लोगों द्वारा खूब पसंद किया जा रहा है। लोग ब्रांडेड कंपनियों के उत्पादों की अपेक्षा पहाड़ी उत्पादों को ज्यादा तवज्जो दे रहे हैं। कंपनी के इन उत्पादों की बाजार में इतनी डिमांड मिल रही है कि देवभूमि अभी तक पांच हजार किलो से अधिक प्रोडक्ट बेच चुकी है। इससे न केवल पहाड़ी उत्पादों को बढ़ावा मिल रहा है, बल्कि 8 से 10 स्थानीय महिलाओं को भी रोजगार मिला है।
व्यापारियों को मिल रहा अच्छा मुनाफा
देवभूमि के प्रोडक्ट स्थानीय व्यापारियों के लिए भी मुनाफे का सौदा साबित हो रहा है। मल्टीनेशनल कंपनियों की तुलना में देवभूमि के प्रोडेक्ट बेचने में व्यापारियों को अच्छा लाभ मिल रहा है। नगर के प्रतिष्ठित व्यापारी जीवन नगरकोटी ने बताया कि ग्राहकों द्वारा देवभूमि की गजक व सोनपापड़ी को खूब पसंद किया जा रहा है। इसी तरह से अन्य व्यापारियों ने भी देवभूमि के उत्पादों की बाजार में अच्छी डिमांड बताई।
सीडीओ ने सराहा
देवभूमि की खाद्य सामग्री व पैकेजिंग से मुख्य विकास अधिकारी वंदना भी काफी प्रभावित हुई हैं। कंपनी के निदेशक राजेंद्र भट्ट ने बताया कि सीडीओ ने देवभूमि के उत्पादों और खासकर पैकेजिंग की काफी सराहना की है। उनके द्वारा शीघ्र ही कंपनी का निरीक्षण करने की बात कही गई है। इसके अलावा एकीकृत आजीविका समूह परियोजना के कुलदीप बिष्ट ने भी देवभूमि के उत्पादों को सराहा है। बीते दिनों सैन्य क्षेत्र में आयोजित आर्मी मेले में भी सैन्य अधिकारियों ने कंपनी के उत्पादों की खूब सराहना की।
काश्तकारों को मिल रहा बढ़ावादेवभूमि कंपनी द्वारा पहाड़ी मडुवे से निर्मित उत्पादों की अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। मडुवा पौष्टिकता से भरपूर होता है। यह सेहत के लिए काफी लाभदायक होता है। कंपनी के निदेशक शेखर नगरकोटी ने बताया कि मडुवा निर्मित सामग्री की भारी डिमांड को देखते हुए मडुवा के लिए आजीविका समूहों से संपर्क किया गया है। विभिन्न समूहों से 6 कुंतल मडुवे की डिमांड की गई है। इससे न केवल काश्तकारों को बढ़ावा मिल रहा है, बल्कि स्थानीय लोगों को भी रोजगार मिल रहा है।
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