गढ़वाल में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना: अस्पताल में भर्ती नाबालिग के साथ दुष्कर्म का प्रयास, CCTV से हुई पहचान
श्रीनगर मेडिकल कालेज के श्रीकोट स्थित बेस अस्पताल में भर्ती 12 वर्षीय बच्ची को पेट में दर्द होने पर सोमवार को बेस अस्पताल के बाल रोग विभाग में भर्ती कराया था। एक व्यक्ति खुद को डाक्टर बताते हुए चेकअप करने के बहाने उसे शौचालय में ले गया और वहां दुष्कर्म करने का प्रयास किया। पुलिस ने अस्पताल में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जिसमें...
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल। श्रीनगर मेडिकल कालेज के श्रीकोट स्थित बेस अस्पताल में भर्ती 12 वर्षीय बच्ची के साथ युवक ने दुष्कर्म का प्रयास किया। आरोपित खुद को चिकित्सक बताकर चेकअप के बहाने बच्ची को वार्ड के समीप बने शौचालय में ले गया और छेड़छाड़ करने लगा। बच्ची ने किसी तरह खुद को आरोपित के चंगुल से छुड़ाकर शोर मचाया तो वह भाग निकला।
पुलिस ने अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से आरोपित की पहचान कर उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपित पांच महीने पहले भी छेड़छाड़ के मामले में पकड़ा गया था। उसे पॉक्सो एक्ट समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने बुधवार को न्यायालय में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया।
इस घटना ने अस्पताल के सुरक्षा प्रबंधों को सवालों के कठघरे में खड़ा कर दिया है। सवाल उठ रहा है कि युवक वार्ड तक कैसे पहुंचा और घटना के वक्त वार्ड में कोई स्टाफ या सुरक्षाकर्मी क्यों मौजूद नहीं था। बच्ची वार्ड में अकेली भर्ती थी।
खुद को डॉक्टर बताते हुए शौचालय में ले गया व्यक्ति
श्रीनगर कोतवाली पुलिस को दी गई शिकायत में पीड़िता की मां ने बताया कि उन्होंने 12 वर्षीय बेटी को पेट में दर्द होने पर सोमवार को बेस अस्पताल के बाल रोग विभाग में भर्ती कराया था। मंगलवार शाम वह बेटी को वार्ड में छोड़कर किसी काम से बाहर गई थीं। कुछ देर बाद जब वह लौटीं तो बेटी ने बताया कि एक व्यक्ति खुद को डाक्टर बताते हुए चेकअप करने के बहाने उसे शौचालय में ले गया और वहां दुष्कर्म करने का प्रयास किया।
श्रीनगर कोतवाली पुलिस ने रात में ही बेस अस्पताल पहुंचकर वहां लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। इसमें नजर आए कुछ संदिग्ध लोगों की फुटेज निकालकर बालिका को दिखाई गई तो उसने आरोपित की पहचान कर ली। इसके बाद बुधवार सुबह आरोपित 21 वर्षीय मयंक गैरोला निवासी बांसवाड़ा एजेंसी मोहल्ला को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपित तक ऐसे पहुंची पुलिस
एसएसपी लोकेश्वर सिंह ने बताया कि आरोपित की पहचान के बाद उसका फोटो निकालकर ऐसे अपराध में संलिप्त रहे लोगों से मिलान कराया गया। इसमें पता चला कि उसे पांच महीने पहले भी छेड़छाड़ के आरोप में पकड़ा गया था। बुधवार सुबह उसे दबिश देकर दबोच लिया गया।
बेस अस्पताल चिकित्साधीक्षक डा. अजय विक्रम सिंह के अनुसार, इस घटना के बाद अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जा रहा है। सुरक्षा एजेंसी से इसके लिए कहा गया है। अब मरीज के साथ तीमारदारों को ही अस्पताल में आने की अनुमति होगी। अन्य बाहरी लोगों का प्रवेश निषेध होगा।यह भी पढ़ें- Dehradun: बडोवाला में दूसरे दिन कूड़े के ढेर से मिला तीसरा शव, पुलिस की कार्रवाई पर उठे सवाल; अब गुत्थी सुलझाने में जुटी फोर्स
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