पौड़ी में खाई में गिरी बस, 48 लोगों की मौत; पीएम ने जताया गहरा दु:ख
पौड़ी जिले के नैनीडांडा ब्लॉक में पिपली-भौन मोटर मार्ग पर एक बस अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। हादसे में 48 लोगों की मौत हो गई है।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Mon, 02 Jul 2018 05:30 PM (IST)
कोटद्वार, पौड़ी [जेएनएन]: 10 बच्चों और 16 महिलाओं समेत 48 लोगों के लिए रविवार की सुबह काल बनकर आई। इन सभी की पौड़ी जिले के बमणसैंण-धुमाकोट संपर्क मार्ग पर बस हादसे में मौत हो गई। मृतकों में शामिल 11 लोग एक ही गांव के थे। बस मालिक और चालक भी हादसे में मारे गए। बस सवार 13 अन्य यात्रियों को भी चोटें आई हैं। इनमें तीन की हालत नाजुक बताई जा रही है। 28 सीटर इस बस में 61 यात्री ठूंस-ठूंस कर भरे गए थे। जहां पर दुर्घटना हुई, वहां सड़क भी खस्ताहाल थी। अनियंत्रित बस करीब ढाई सौ फीट गहरी खाई में जा समाई।
हादसे में घायल 12 यात्रियों को हल्द्वानी, रामनगर, ऋषिकेश और जौलीग्रांट स्थित अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। एक घायल को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। हादसे ने आपदा प्रबंधन के इंतजामों की पोल भी खोली। प्रशासनिक टीम खाली हाथ मौके पर पहुंची। जिला मुख्यालय पौड़ी से चले डीएम करीब नौ घंटे बाद घटनास्थल पहुंचे, इस पर ग्रामीणों ने उन्हें खरी-खरी सुनाई।
हादसा सुबह करीब सवा आठ बजे हुआ गढवाल मोटर्स यूजर्स कोऑपरेटिव सोसायटी की बस संख्या यूके12पीए/0159करीब सवा सात बजे बमणसैण (भौन) से रामनगर के लिए चली। इसमें चालक-परिचालक समेत 61 यात्री सवार थे। धुमाकोट से करीब आठ किलोमीटर पहले ग्वीन पुल के पास चालक गाड़ी पर नियंत्रण खो बैठा और बस गहरी खाई में जा गिरी। जहां पर हादसा हुआ, वहां सड़क के बीचोंबीच एक गड्ढा था, जिसमें पानी भरा हुआ था।
बताया जा रहा है कि चालक ने गड्ढे से बचने के लिए बस को बाहर की तरफ मोड़ा तभी वह झोंक खाती हुई खाई में लुढ़क गई। दुर्घटना इतनी भयावह थी कि बस के परखच्चे उड़ गए। हादसे में 45 लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि तीन की उपचार के दौरान मौत हो गई। मृतकों में 22 पुरुष, 16 महिलाएं और 10 बच्चे शामिल हैं। ये सभी नैनीडांडा ब्लाक के मैरा, भौन, परखंडई, पौखाल और अपोला गांव के थे। इनमें से ज्यादातर को धुमाकोट से अपने गंतव्यों के लिए दूसरी बसों में सवार होना था। इनमें एक दंपती देहरादून का भी था। करीब 25 किलोमीटर के सफर में ये लोग 17 किलोमीटर तय चुके थे।
ग्रामीण रेस्क्यू में जुटेप्रशासन की टीम के पहुंचने से पहले ही ग्वीन के लोग बचाव एवं राहत कार्यों में जुट गए थे। खाई में जहां-तहां बिखरे शवों को उन्होंने एक स्थान पर पहुंचाया। घायलों को खाई से बाहर निकालकर सड़क तक पहुुंचाने में भी उनकी बड़ी भूमिका रही। प्रशासनिक टीम खाली हाथ रेस्क्यू के लिए पहुंची, जबकि स्थानीय पुलिस के पास केवल दो स्टेचर ही थे।
मृतक आश्रितों को दो-दो लाखराज्य सरकार ने हादसे में मारे गए यात्रियों के आश्रितों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। स्वास्थ्य विभाग को घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए गए हैं।
मजिस्ट्रेटी जांच के आदेशमुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत दोपहर बाद हेलीकॉप्टर से घटनास्थल पहुंचे। उन्होंने हालात का जायजा लिया, साथ ही घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट और राज्यमंत्री धन सिंह रावत भी उनके साथ थे।
पीएम नेे जताया दुखप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने ट्वीट कर हादसे पर दुख व्यक्त किया। गृहमंत्री राजनाथ सिंह और स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत से दूरभाष पर घटना की जानकारी ली और हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
बस हादसे में मृतकों की सूची 1. गोपीचंद (32) पुत्र सोहनलाल, निवासी ग्राम मैरा
2. विनोद सिंह बिष्ट (30) पुत्र दिलवर सिंह बिष्ट, उनकी पत्नी सुनीता देवी (27) व पुत्री अर्चना (6), ग्राम पोखार5. तुलाराम (35) पुत्र मंगतराम निवासी ग्राम वाडागाड़6. अर्जुन सिंह (23 वर्ष) पुत्र प्रेम सिंह, ग्राम मैरा 7. बस स्वामी व परिचालक वीरेंद्र रावत (50) पुत्र नंदन ङ्क्षसह रावत, ग्राम सिसई 8. चंपा देवी (40) पत्नी कुंवर सिंह, ग्राम खंडोली9. संतन सिंह (50) पुत्र बच्चे सिंह ग्राम डंडधार10. नीरज (18) पुत्र दयाल सिंह, ग्राम डंडधार11. बबली ध्यानी (35) पत्नी सुखदेव ध्यानी, ग्राम अपोला12. डबल सिंह (50) पुत्र संतन सिंह, ग्राम अपोला13. त्रिलोक सिंह (54) पुत्र झबर सिंह, ग्राम डुंडेरा14. नरेंद्र सिंह (47) पुत्र ज्ञान सिंह व उनकी पत्नी बीना देवी (44 वर्ष), ग्राम भौन16. अर्जुन (12) पुत्र दिनेश सिंह व उसकी बहन मानसी (10) ग्राम भोगपुर, (जसपुर-ऊधमसिंह नगर), 18. रणवीर राम (40) पुत्र बच्चीराम व उनकी पत्नी रीना देवी, ग्राम बंदरकोट 20. श्याम लाल (60) पुत्र जगत राम, ग्राम नऊ21. भारत सिंह (44) पुत्र ज्ञान सिंह, ग्राम भौन 22. मोनिका (16) पुत्री विजय ध्यानी, ग्राम अपोला23. भारती देवी (37) पत्नी वीर सिंह व उनका पुत्र आर्यन (12) ग्राम परखंडई25. सोहन सिंह रावत (40) पुत्र पान सिंह रावत, उनकी पत्नी लक्ष्मी देवी (37) व पुत्र अंकुश (09), ग्राम नाला28. सुशीला देवी (50) पत्नी गोविंद सिंह, ग्राम नाला 29. मंजू देवी (30) पत्नी सोहन सिंह व उनका पुत्र यश (10) ग्राम ढंगलगांव, 31. सुमन देवी (32) पत्नी भारत सिंह, ग्राम भौन32. प्रहलाद सिंह (52) पुत्र उम्मेद सिंह33. यशपाल सिंह (52) पुत्र संतन सिंह व उनका पुत्र सुमित (15) ग्राम मैरा35. लक्षिता (16) पुत्री देवेंद्र सिंह, ग्राम मैरा36. देवेंद्र सिंह (40) पुत्र चंदन सिंह, ग्राम मैरा37. सरिता देवी (52) पत्नी नंदन सिंह व उनकी पुत्री दीपिका (20), ग्राम मैरा39. मंजू देवी (30) पत्नी सोबन सिंह रावत, ग्राम डंगलगांव 40. नीरज सिंह (18) पुत्र दयाल सिंह, ग्राम डंडधार 41. हेमंत चौहान (35) पुत्र वीरेंद्र सिंह चौहान, ग्राम बसेड़ी 42. मनवर सिंह (50) पुत्र जोत सिंह व उनकी पत्नी सरोज देवी (45), निवासी नेहरू ग्राम (देहरादून)44. अमित रावत (24) पुत्र मान सिंह, ग्राम पीपली45. आशा देवी (37) पत्नी सतीश कुमार, ग्राम पीपली 46. बस चालक वीर सिंह (53) पुत्र चंदन सिंह, ग्राम बाडाडांडा 47. कृष्ण कुमार (35), रोहिणी (दिल्ली)48. संगीता (32) पत्नी भजन सिंह, ग्राम पीपलीबस हादसे के घायलों की सूची1. सुनील (21) पुत्र सतीश कुमार, ग्राम तैडिय़ा2. अजीत (19) पुत्र मदन सिंह, ग्राम पीपली3. दीपचंद (24) पुत्र चमनलाल, ग्राम पीपली4. रोहित (12) पुत्र रणवीर सिंह, ग्राम भौन5. नीरज (13) पुत्र कुंवर सिंह, ग्राम गडोली 6. विवेक (12) पुत्र भरत सिंह, ग्राम भौन7. आरबी रावत (34) पुत्र एमएस रावत, ग्राम मुस्याखौड़8. अंकित (10) पुत्र अशोक कुमार, ग्राम पीपली9. शीशपाल (57) पुत्र ठेगिया सिंह, ग्राम डंगधार10. आयुशी (05) पुत्र शोभन सिंह, ग्राम ढंगलगांव11. हिमांशु (04) पुत्र भजनू सिंह, देहरादून12. अज्ञात (03) पुत्री विनोद, ग्राम पोखारआंशिक रूप से घायल1. सतीश कुमार (39) पुत्र मोहन लाल, ग्राम पीपलीयह भी पढ़ें: खार्इ में गिर रही रोडवेज बस को पेड़ ने इसतरह से रोका, 35 यात्री बाल-बाल बचे यह भी पढ़ें: डंपर से बाइक की भिड़ंत में युवक की मौत, साथी घायलयह भी पढ़ें: बदरीनाथ हाईवे में ट्रक के खाई में गिरने से दो की मौत
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