Char Dham Yatra: चारधाम यात्रा अब लेगी विराम, इस दिन बंद हो जाएंगे बदरी विशाल के कपाट; पढ़ें पूरी डिटेल
Char Dham Yatra शीतकाल के लिए बद्रीनाथ धाम समेत चारों धाम के कपाट बंद करने की तिथि एवं मुहूर्त तय कर दिए गए हैं। अब जल्द ही चारधाम यात्रा पर विराम लग जाएगा। बद्रीनाथ के कपाट 18 नवंबर को दोपहर बाद 333 बजे बंद किए जाएंगे। अब चारधाम यात्रा भी विराम लेगी। जिन्हें दर्शन करने जाना है वो जल्द ही प्लान बना लें।
By Jagran NewsEdited By: Swati SinghUpdated: Wed, 25 Oct 2023 09:37 AM (IST)
जागरण टीम, गढ़वाल। उत्तराखंड में अब बर्फबारी शुरू होते ही मंदिर के कपाट बंद होने लगे हैं। शीतकाल के लिए बद्रीनाथ धाम समेत चारों धाम के कपाट बंद करने की तिथि एवं मुहूर्त तय कर दिए गए हैं। अब जल्द ही चारधाम यात्रा पर विराम लग जाएगा।
बद्रीनाथ के कपाट 18 नवंबर को दोपहर बाद 3:33 बजे बंद किए जाएंगे। केदारनाथ धाम के कपाट भैया दूज पर्व पर 15 नवंबर को वृश्चिक लग्न में सुबह 8:30 बजे, यमुनोत्री धाम के कपाट इसी दिन अभिजीत मुहूर्त एवं मकर लग्न में दोपहर 11:57 बजे और गंगोत्री धाम के कपाट 14 नवंबर को अभिजीत मुहूर्त में दोपहर 11:45 बजे बंद किए जाएंगे। चार धाम यात्रा पर अब तक करीब 50 लाख यात्री पहुंच चुके हैं।
घोषित की गई कपाट बंद करने की तारीख
विजयदशमी पर्व पर बद्रीनाथ मंदिर परिसर में आयोजित धार्मिक समारोह में रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी ने आदि शंकराचार्य की गद्दी को साक्षी मानकर कपाट बंद करने की तिथि घोषित की। इस मौके पर श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय भी मौजूद रहे। वहीं, पंचगद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में केदारनाथ धाम के कपाट बंद करने का मुहूर्त निकाला गया।यह भी पढ़ें: Uttarakhand: हो गया तारीखों का एलान, इस दिन बंद होंगे तुंगनाथ और मदमहेश्वर मंदिर के कपाट
बाबा केदार की निकलेगी उत्सव डोली
तय हुआ कि 15 नवंबर को ही बाबा केदार की उत्सव डोली रात्रि प्रवास के लिए रामपुर, 16 नवंबर को विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी और 17 नवंबर को शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर पहुंचेगी। यमुनोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश उनियाल ने बताया कि देवी यमुना के शीतकालीन गद्दीस्थल खरसाली (खुशीमठ) से शनिवार महाराज की डोली 15 नवंबर सुबह यमुनोत्री धाम पहुंचेगी।कपाट बंद होने के बाद शनि महाराज की अगुवाई में ही देवी यमुना की डोली खरसाली के लिए प्रस्थान करेगी। इसी तरह मां गंगा की उत्सव डोली भी अन्नकूट पर कपाट बंद होने के बाद गंगोत्री धाम से शीतकालीन गद्दीस्थल मुखीमठ (मुखवा) के लिए प्रस्थान करेगी।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।