Uttarakhand के इस Hill Station में वीकेंड पर सनसेट देखने उमड़ी पर्यटकों की भीड़, सभी होटल पैक...कई सैलानी लौटे
Uttarakhand Hill Stations पर्यटकों की आमद से नगर के पर्यटक स्थलों में खासा रौनक बनी हुई है। जबकि होटल व्यवसाय से जुड़े लोगों के चेहरों पर भी रौनक देखने को मिल रही है। जून के दूसरे वीकेंड पर सैर-सपाटे के लिए लैंसडौन में पर्यटकों की अपार भीड़ उमड़ पड़ी है। वहीं बिना बुकिंग के नगर में आने वाले कई पर्यटकों को निराश होकर लौटना पड़ा।
संवाद सहयोगी, जागरण, लैंसडौन: Uttarakhand Hill Stations: जून के दूसरे वीकेंड पर सैर-सपाटे के लिए लैंसडौन में पर्यटकों की अपार भीड़ उमड़ पड़ी है। नगर समेत निकटवर्ती क्षेत्रों के होटल पूरी तरह पैक हो गए हैं। कई पर्यटकों ने ट्रैकिंग करके नगर से सूर्योदय व सूर्यास्त के विहंगम दृश्यों का दीदार किया। वहीं, बिना बुकिंग के नगर में आने वाले कई पर्यटकों को निराश होकर लौटना पड़ा या फिर आसपास के अन्य क्षेत्रों में रात्रि विश्राम के लिए जाना पड़ा।
पर्यटक स्थलों में खासा रौनक
पर्यटकों की आमद से नगर के पर्यटक स्थलों में खासा रौनक बनी हुई है। जबकि, होटल व्यवसाय से जुड़े लोगों के चेहरों पर भी रौनक देखने को मिल रही है। शुक्रवार से ही पर्यटकों के नगर में पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था, शनिवार को नगर समेत निकटवर्ती क्षेत्र जयहरीखाल, पौखाल, गुमखाल, समेत डेरियाखाल, पालकोट में स्थित सभी होटलों के रूम पूरी तरह पैक हो गए।
पर्यटकों की भीड़ के चलते नगर के छोटे होटलों समेत होम-स्टे में भी पर्यटकों को कमरे ढूढ़ने के लिए पसीने बहाने पड़े। कई पर्यटकों को लैंसडौन में रूम न मिलने के कारण फतेहपुर समेत अन्य क्षेत्रों में रात्रि विश्राम के लिए जाना पड़ा। नगर में उमड़ी पर्यटकों की बेहताशा भीड़ के चलते टिप-इन-टाप समेत चर्च रोड, संतोषी माता के मंदिर समेत कई पर्यटक स्थलों में पूरे दिन रौनक बनी रही।
जबकि, कई पर्यटकों ने ट्रैकिंग करके नगर से सूर्योदय व सूर्यास्त के विहंगम दृश्यों का भी दीदार किया। वहीं, पर्यटक पहाड़ी थाली के साथ बुरांश के जूस का स्वाद भी चख रहे हैं। कई होटलों में पहाड़ी थाली में मंडवे की रोटी, साग, हरी सब्जी, झंगोरे की खीर के साथ स्थानीय मिठाई परोसी जा रही है। बुरांश का जूस नगर की हर दूसरी दुकान में आसनी से उपलब्ध है। स्थानीय लोग पर्यटकों को बुरांश के जूस की आयुर्वेदिक गुणों के बारे में भी बता रहे हैं, जिससे पर्यटक वापसी में इसे अपने साथ भी ले जा रहे हैं।
झील सूखने से नहीं हो रही वोटिंग
पर्यटन नगरी में भुल्ला लेक (झील) सूखने के कारण वोटिंग बंद पड़ी है। जिसके चलते लोग वोटिंग का आनंद तो नहीं ले पा रहे हैं, लेकिन झील के किनारे मचान, समेत प्राकृतिक सौंदर्य को अपने कैमरों में जरूर कैद कर रहे हैं। यह लेक नगर का सबसे अधिक पसंद किए जाने वाला पर्यटक स्थल है। उम्मीद थी कि नगर में मौसम के करवट लेने के साथ ही वर्षा से झील का जलस्तर कुछ बढ़ जाएगा, लेकिन पर्याप्त वर्षा नहीं होने से जलस्तर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा।पहाड़ पहुंचे पर्यटक, जाम ने रुलाया संवाद सहयोगी, जागरण, कोटद्वार: भीषण गर्मी ने मैदानवासियों को परेशान कर दिया है। ऐसे में वीकेंड पर अधिकांश व्यक्ति अपने परिवार के साथ पहाड़ घूमने निकल रहे हैं। यही कारण है कि शनिवार को शहर की सड़कों पर पूरे दिन जाम की स्थिति बनी रही।कोटद्वार-दुगड्डा के मध्य राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी वाहन रेंग-रेंगकर चलते रहे। व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए पुलिस को पसीना बहाना पड़ा। कुछ दिनों से मैदानी क्षेत्रों में गर्मी का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। उमस व चिलचिलाती धूप ने आमजन का जीना मुहाल कर दिया है। नतीजा शनिवार व रविवार को अवकाश होने के बाद अधिकांश लोग अपने परिवार के साथ लैंसडौन, गुमखाल, ताड़केश्वर, चरेख सहित अन्य स्थानों पर पहुंच रहे हैं। कोटद्वार शहर के मध्य से गुजर रहे राष्ट्रीय राजमार्ग पर पर्यटकों के वाहनों के कारण पूरे दिन जाम की स्थिति बनी रही। वहीं, कोटद्वार-दुगड्डा के मध्य राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी जाम रहा।
अधिकांश स्थानों पर सड़क का पुश्ता ढहने के कारण वाहनों को निकलने के लिए पर्याप्त मार्ग नहीं मिल पा रहा था। हालांकि, पुलिस कर्मी जाम खुलवाने के लिए मशक्कत करते रहे। लेकिन, अचानक बढ़ी वाहनों की तादाद को संभालना उन्हें भी भारी पड़ गया। पार्किंग की सुविधा नहीं शहर में पार्किंग व्यवस्था न होने से यातायात व्यवस्था बेपटरी होती जा रही है।
हालत यह है कि मजबूरन पर्यटकों को अपने वाहन सड़क किनारे खड़े करने पड़ रहे हैं, जिससे जाम की अधिक स्थिति बन रही है। ऐेसे में आमजन का सड़क पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया। शहरवासी कई बार नगर निगम व प्रशासन से पार्किंग व्यवस्था करने की मांग कर चुके हैं। लेकिन, अब तक इस ओर गंभीरता नहीं दिखाई गई।
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