Uttarakhand: पूर्व सैनिकों ने किया केंद्र सरकार की बुद्धि-शुद्धि के लिए यज्ञ, वन रैंक वन पेंशन को लेकर है मांग
Uttarakhand पूर्व सैनिक संघर्ष समिति के अध्यक्ष महेंद्र पाल सिंह रावत के नेतृत्व में पूर्व सैनिक मालवीय उद्यान में एकत्रित हुए। जहां पर पूर्व सैनिकों ने केंद्र सरकार की बुद्धि-शुद्धि के लिए हवन यज्ञ किया। जहां पर पूर्व सैनिकों ने केंद्र सरकार की बुद्धि-शुद्धि के लिए हवन यज्ञ किया। पूर्व सैनिक संघर्ष समिति ने वेतन विसंगतियों को दूर न किए जाने पर नाराजगी जताई।
By Ajay khantwalEdited By: Swati SinghUpdated: Sun, 15 Oct 2023 02:51 PM (IST)
संवाद सहयोगी, कोटद्वार। पूर्व सैनिक संघर्ष समिति ने वेतन विसंगतियों को दूर न किए जाने पर नाराजगी जताई। नाराज पूर्व सैनिकों ने केंद्र सरकार से शीघ्र ही वेतन विसंगतियों को दूर करने की मांग की है। पूर्व सैनिकों ने केंद्र सरकार की बुद्धि-शुद्धि के लिए हवन यज्ञ किया।
पूर्व सैनिक संघर्ष समिति के अध्यक्ष महेंद्र पाल सिंह रावत के नेतृत्व में पूर्व सैनिक मालवीय उद्यान में एकत्रित हुए। जहां पर पूर्व सैनिकों ने केंद्र सरकार की बुद्धि-शुद्धि के लिए हवन यज्ञ किया।
वन रैंक-वन पेंशन का है मामला
अध्यक्ष महेंद्र पाल सिंह रावत ने कहा कि वन रैंक-वन पेंशन की विसंगतियों को लेकर पूर्व सैनिक विगत कई महीनों से दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन कर रहे है। लेकिन, केंद्र सरकार पूर्व सैनिकों की वेतन विसंगतियों को दूर नहीं कर पा रही है। कहा कि पूर्व सैनिकों में केंद्र सरकार के खिलाफ आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है।यह भी पढ़ें: सीएम धामी ने कार्बेट पार्क में जंगल सफारी का उठाया लुत्फ, नजर आए दो बाघ; CTR में समीक्षा करने का था प्रोग्राम
वेतन और पेंशन की है मांग
इस मौके पर केंद्र सरकार से जेसीओ, एनसीओ जवान और मानद अधिकारियों की वेतन व पेंशन पहले की तरह 70 प्रतिशत करने की मांग की गई। वीर नारियों की पेंशन में भी भारी अंतर बताते हुए इसे भी ठीक करने की मांग की गई। साथ ही स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति वाले पूर्व सैनिकों को समान पद पर समान वेतन देने की मांग की गई।इसके साथ ही अधिकारियों व अन्य पदों के फिटमेंट फैक्टर को समान करने, सभी रैंकों के लिए मिलिट्री सर्विस पे समान करने और प्रत्येक वेतन आयोग, निर्णायक समितियों व उच्च राष्ट्रीय निर्णायक मंडलों में अन्य पदों के प्रतिनिधियों की हिस्सेदारी सुनिश्चित करने की भी मांग की गई।
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