जानें कब से शुरू होगा 5 दिवसीय बैकुंठ चतुर्दशी मेला, सिद्धपीठ देवलेश्वर महादेव मंदिर समिति ने तैयारियां की शुरू
Baikuntha Chaturdashi Mela सिद्धपीठ श्री देवलेश्वर महादेव मंदिर बलोड़ी परिसर में गगवाड़स्यूं घाटी के 34 गांवों के ग्रामीण सामूहिक प्रयास से मेले का आयोजन करते आ रहे हैं। मंदिर समिति के सचिव जगत किशोर बड़थ्वाल ने बताया कि 22 नवंबर को बैकुंठ चतुर्दशी मेले का आगाज शिव ध्वजा चढ़ाने के साथ होगा। इस वर्ष ननकोट गांव के ग्रामीण शिव ध्वजा लाएंगे।
जागरण संवाददाता, पौड़ी। गगवाड़स्यूं घाटी स्थित सिद्धपीठ श्री देवलेश्वर महादेव मंदिर बलोड़ी परिसर में आगामी 22 नवंबर से पांच दिवसीय आठवें बैकुंठ चर्तुदशी मेला आयोजित होगा।
मेले में शिव ध्वजा, मार्च पास्ट, झांकी, देवडोलियां, विभिन्न स्तर की खेल प्रतियोगिताएं, थड़िया-चौफला, महिला मंगल दलो के बीच कीर्तन-भजन प्रतियागिता होगी। लोक गायक किशन महिपाल, अमित सागर, दिनेश भारती, दीपक कुमार की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी विशेष आकषण का केंद्र रहेंगी।
सिद्धपीठ श्री देवलेश्वर महादेव मंदिर बलोड़ी परिसर में गगवाड़स्यूं घाटी के 34 गांवों के ग्रामीण सामूहिक प्रयास से मेले का आयोजन करते आ रहे हैं। मंदिर समिति के सचिव जगत किशोर बड़थ्वाल ने बताया कि 22 नवंबर को बैकुंठ चतुर्दशी मेले का आगाज शिव ध्वजा चढ़ाने के साथ होगा।
इस वर्ष ननकोट गांव के ग्रामीण शिव ध्वजा लाएंगे। इसके बाद मार्च पास्ट, झांकी, कलश यात्रा, लोक गायक दिनेश भारती व साथियों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होगी। इस दौरान श्री देवलेश्वर महादेव की महता पर रचित चार भजनों के एलबम को भी रिलीज किया जाएगा।
बताया 23 नवंबर को सुबह 8 बजे से मंदिर पूजन, विभिन्न गांवों के देवडोलियों स्वागत, महिला मंगल दलों द्वारा कीर्तन-भजन की प्रस्तुतियां एवं विद्यालयी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होंगी। 24 नवंबर को विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन के साथ ही प्रसिद्ध लोक गायक किशन महिपाल की सांस्कृति प्रस्तुति होगी।
बड़थ्वाल ने बताया 25 नवंबर को खेल प्रतियोगिताएं, मैराथन, लोक गायक अमित सागर व अमित खरे की प्रस्तुतियां होगी। बताया 26 नवंबर को सुबह पांच बजे ब्रह्मकुंड में स्नान, हवन, थडिया-चौफला की प्रस्तुति, सम्मान व पुरस्कार वितरण और भंडारा आयोजित होगा।
संतान प्राप्ति के लिए दंपती करते हैं खडा दीया अनुष्ठान
सिद्धपीठ देवलेश्वर महादेव मंदिर बलोड़ी में नि:संतान दंपती संतान प्राप्ति के लिए खडा दीया अनुष्ठान करते हैं। इस वर्ष आगामी 25 नवंबर को होने वाले अनुष्ठान के लिए पंजीकरण शुरु हो गए हैं।
अभी तक 7 नि:संतान दंपतियों ने पंजीकरण कराया है। सिद्धपीठ में यह अनुष्ठान नि:शुल्क होता है। इसके लिए नि:संतान दंपती आगामी 25 नवंबर शाम चार बजे तक पंजीकरण कर सकते हैं।