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    Kotdwar News: कांवड़ में गया फोर्स, कैसे होंगे चुनाव! 70 कर्मियों के भरोसे ढाई लाख की आबादी

    ढाई लाख की आबादी वाले कोटद्वार नगर निगम की सुरक्षा केवल 70 पुलिसकर्मियों के भरोसे है जिनमें से 29 कांवड़ ड्यूटी पर हैं। कोतवाली क्षेत्र में 102 नए राजस्व ग्राम जुड़ने और आपराधिक गतिविधियों की संवेदनशीलता के बावजूद पुलिस बल की कमी से चुनाव के दौरान सुरक्षा को लेकर चिंताएं हैं। प्रशासन ने 28 जुलाई को होने वाले मतदान के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था का आश्वासन दिया है।

    By Ajay khantwal Edited By: Shivam Yadav Updated: Tue, 15 Jul 2025 04:21 PM (IST)
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    फोटो : कांवड़ में गया फोर्स, कैसे होंगे चुनाव

    जागरण संवाददाता, कोटद्वार। करीब ढाई लाख की आबादी है कोटद्वार नगर निगम की। लेकिन, अगर पुलिस सुरक्षा की बात करें तो इस ढाई लाख की आबादी की सुरक्षा का जिम्मा महज 70 कर्मियों के भरोसे है। 

    बीते वर्ष शासन ने कोटद्वार कोतवाली में 32 ग्रामसभाओं के 102 नए राजस्व ग्रामों को भी शामिल कर दिया, जहां इन दिनों चुनाव प्रक्रिया चल रही है। इधर, इन दिनों 70 कर्मियों में से 29 कर्मियों कांवड़ ड्यूटी में चले गए हैं। ऐसे में चुनाव के दौरान सुरक्षा को लेकर सवालिया निशान खड़े होने तय हैं।

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    कोटद्वार कोतवाली की बात करें तो कोतवाली क्षेत्र में कोटद्वार थाने के साथ ही बाजार चौकी, कलालघाटी चौकी, सनेह चौकी, दुगड्डा चौकी, गिवईंस्त्रोत व पाखरो चौकी आते हैं। 

    जनपद बिजनौर की सीमा से सटे कोटद्वार कोतवाली का एक सिरा जहां हरिद्वार जिले के श्यामपुर थाना क्षेत्र को छूता है, वहीं दूसरा हिस्सा कालागढ़ थाने से लगा हुआ है। क्षेत्र दूसरे राज्य की सीमा से सटा है, इस कारण क्षेत्र में आपराधिक ग्राफ भी काफी अधिक है। 

    नशीले पदार्थों की बिक्री, चोरी जैसी घटनाएं तो क्षेत्र में आम हैं। इसके अलावा हत्या, लूट जैसी घटनाएं भी होती रहती हैं। अपराध की दृष्टि से बेहद संवेदनशील होने के बाद भी यदि कोतवाली में पुलिस आरक्षियों की संख्या पर नजर डाली जाए तो वर्तमान में मात्र 70 कर्मियों की ही तैनाती है। 

    इसमें से भी 29 कर्मी इन दिनों कांवड़ ड्यूटी पर गए हुए हैं। ऐसे में 28 जुलाई को होने वाले मतदान के दौरान सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं।

    कोटद्वार कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत पड़ने वाले ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान 28 जुलाई है। संभावना है कि तब तक कांवड़ ड्यूटी का स्टाफ वापस लौट जाए। प्रशासन की ओर से मतदेय स्थलों पर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था मुहैया करवाई जाएगी। 

    -चंद्रमोहन सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक, पौड़ी