Uttarakhand: दोस्तों संग शिकार पर गया था युवक, लौटते वक्त खुद को गोली मारकर दी जान; मची सनसनी
पौड़ी गढ़वाल के तलसारी में जीतेंद्र सिंह नामक एक व्यक्ति ने मानसिक तनाव के चलते खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली। उसने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया जिसमें उसने अपनी पीड़ा बताई और कुछ लोगों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया। जीतेंद्र ने अपने दोस्तों के साथ शिकार पर जाते समय कार में ही खुद को गोली मार ली।
कमल किशोर पिमोली, जागरण, श्रीनगर गढ़वाल। तलसारी निवासी जीतेंद्र सिंह ने मानसिक अवसाद के चलते बंदूक से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या करने से कुछ घंटे पहले जीतेंद्र ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो व पोस्ट जारी किया था। वीडियो में उसने अपनी पीड़ा और उन लोगों के नाम बताए, जिनके मानसिक उत्पीड़न से वह गुजर रहा था।
यही नहीं, उसने अपनी बहन समेत करीबी लोगों को भी यह वीडियो भेजा और मोबाइल फोन का पासवर्ड दोस्त के व्हाट्सएप पर भेज दिया। जानकारी के मुताबिक, बुधवार रात को जीतेंद्र ने अपने दो दोस्तों 27 वर्षीय सौरभ खंडूरी और 58 वर्षीय भगवान सिंह को फोन कर शिकार पर चलने के लिए बुलाया। तीनों देर रात गिरगांव व खंडाह क्षेत्र में जंगली सूअर के शिकार की तलाश में घूमते रहे, लेकिन सफलता नहीं मिली।
इसके बाद जब वे तलसारी की ओर लौट रहे थे, तभी अचानक जीतेंद्र ने चलती कार में बगल की सीट पर बैठकर बंदूक से खुद को गोली मार ली। सौरभ खंडूरी ने बताया कि वह गाड़ी चला रहे थे, तभी यह हादसा हुआ। उन्होंने कहा कि जीतेंद्र को शिकार का काफी शौक था और वे पहले भी कई बार साथ शिकार के लिए जाते रहे हैं। लेकिन इस बार स्थिति भयावह हो गई।
आत्महत्या की योजना पूर्व में बनाई
जीतेंद्र ने आत्महत्या की योजना कुछ दिन पूर्व बना ली होगी, क्योंकि जिस विडियो को जीतेंद्र ने अपने सोशल मीडिया अकांउट से पोस्ट किया वह पूर्व में रिकार्ड की गई थी, जिससे स्पष्ट अंदेशा है कि जीतेंद्र लंबे समय से मानसिक तनाव से जूझ रहा था व अब आत्महत्या ही अंतिम विकल्प नजर आ रहा था।
नगर निगम के ट्रेंचिंग गाउंड को लेकर भी उठाया था मुद्वा
मृतक जीतेंद्र ने गिरगांव में बनें नगर निगम श्रीनगर के स्थायी ट्रेचिंग ग्रांउड से ग्रामीणों को हो रही परेशानियों का मुद्वा भी उठाया था। जीतेंद्र का कहना था कि निगम का कूड़ा ग्रामीण क्षेत्र में डंप किया जा रहा, जिससे यहां के लोगों को स्वास्थ्य संबंधि परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। खुदकुशी करने से पूर्व एक पोस्ट में जीतेंद्र ने यह भी लिखा कि जबसे उसने कूड़ेदान की लडाई से पूर्व जिंदगी सही चल रही थी, लेकिन अब सब जगह से बर्बाद हो चुका हूं।
हिमांशु चमोली पर लगाए गंभीर आरोप
जीतेंद्र ने पोसट के माध्यम से लिखा कि भापजा नेता हिमांशु चमोली ने पापर्टी संबंधि एक काम को करने के लिए उनसे 35 लाख रूपये लिए, लेकिन काम नहीं किया। वहीं हिमांशु द्वारा न्यूज पोर्टल खोलने के लिए भी आर्थिक सहयोग दिया गया। वहीं हिमांशु के परिजनों को भी महंगे फोन, उज्जैन महाकाल के एयर टिकट कराए जाने की बात जीतेंद्र के छोटे भाई नरेंद्र ने बताया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।