Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Rajouri Encounter: पंचतत्व में विलीन हुए वीर बलिदानी गौतम कुमार और बीरेंद्र सिंह, नम आंखों से दी गई विदाई

Rajouri Encounter जम्मू-कश्मीर के पुंछ में सैन्य वाहन पर हुए आतंकी हमले में बलिदान हुए गौतम कुमार और बीरेंद्र सिंह पंचतत्व में विलीन हो गए। बलिदानी गौरव की अंतिम यात्रा में बड़ी तादाद में मातृ शक्ति भी शामिल हुई। इससे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून एयरपोर्ट में दोनों बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी। सेना के विशेष वाहन से जवानों के पार्थिव देह को उनके घर लाया गया।

By Jagran News Edited By: Swati Singh Updated: Tue, 26 Dec 2023 09:59 AM (IST)
Hero Image
पंचतत्व में विलीन हुए वीर बलिदानी गौतम कुमार और बीरेंद्र सिंह

जागरण संवाददाता, कोटद्वार। जम्मू-कश्मीर के पुंछ में सैन्य वाहन पर हुए आतंकी हमले में बलिदान हुए पौड़ी जिले के कोटद्वार निवासी गौतम कुमार और चमोली जिले के बमियाला गांव के नायक बीरेंद्र सिंह की पार्थिव देह सोमवार को पूरे सैन्य सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हो गई। इस दौरान जनसमूह ने भारत माता की जय जैसे नारों के साथ इस वीर सपूत को अंतिम विदाई दी।

बलिदानी गौरव की अंतिम यात्रा में बड़ी तादाद में मातृ शक्ति भी शामिल हुई। इससे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून एयरपोर्ट में दोनों बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी। सोमवार पूर्वाह्न करीब 11 बजे सेना के हेलीकॉप्टर से गौतम कुमार की पार्थिव देह को ग्रास्टनगंज स्थित हेलीपैड लाया गया, जहां विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण, उत्तराखंड सब एरिया कमांड के मेजर जनरल आर.प्रेमराज, गढ़वाल राइफल्स रेजीमेंटर सेंटर के ब्रिगेडियर बीएम चौधरी, जिलाधिकारी डा.आशीष चौहान, एसएसपी श्वेता चौबे सहित तमाम प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।

बेटे का शव देख बेसुध हुई मां और बहन

सेना के विशेष वाहन से पार्थिव देह को बलिदानी गौतम के आवास लाया गया, जहां स्वजनों ने अपने सपूत के अंतिम दर्शन किए। इस दौरान गौतम की मां और बहनें बेसुध हो गईं। यहां अन्य नाते-रिश्तेदारों ने इन्हें संभाला। इसके बाद गौतम के पैतृक आवास से अंतिम यात्रा शुरू हुई, जिसमें हजारों की तादाद में जनसमूह उमड़ा रहा। गौतम के भाई राहुल ने बलिदानी को मुखाग्नि दी।

हर किसी की आंखें हो गई नम

वहीं, गौचर हवाई पट्टी से सेना के विशेष वाहन से बलिदानी बीरेन्द्र सिंह का पार्थिव शरीर दोपहर साढ़े 12 बजे नारायणबगड़ पहुंचा। पार्थिव देह को अंतिम दर्शनों के लिए राजकीय इंटर कालेज परिसर में रखा गया। बलिदानी के पिता सुरेंद्र सिंह, बड़े भाई धीरेंद्र सिंह ने बलिदानी बीरेंद्र सिंह को पुष्पांजलि दी। स्वजन जैसे ही गोद में बीरेंद्र सिंह की दोनों बेटियों इशिका और आयशा को अंतिम दर्शन के लिए लाए तो हर किसी की आंखे नम हो गई।

अधिकारियों ने दी आखिरी विदाई

सेना की ओर से देहरादून से आए जनरल मेजर कमांडिंग टीएम पटनायक, गढ़वाल राइफल्स देहरादून सेंटर कमांड के लेफ्टिनेंट जनरल राजा सुब्रमणि, माउंटेन ब्रिग्रेड जोशीमठ के ब्रिग्रेड कमांडर अमन आनंद और एसएसपी रेखा यादव ने भी पार्थिव देह पर पुष्पचक्र चढ़ाए। त्रिवेणी संगम पर सेना के सशस्त्र जवानों ने हवा में तीन राउंड फायरिंग कर बलिदानी को अंतिम विदाई दी। बड़े भाई धीरेंद्र सिंह ने उन्हें मुखाग्नि दी।

राज्यपाल ने बलिदानियों को दी श्रद्धांजलि

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने देश की सीमा पर भारत मां की सेवा के दौरान प्राणों की आहुति देने वाले कोटद्वार के राइफलमैन गौतम कुमार व चमोली के वीरेंद्र सिंह को नम आंखों से श्रद्धांजलि अर्पित की। कहा कि राष्ट्र सेवा के लिए देवभूमि के सपूतों ने अपना सर्वस्व न्योछावर कर देशभक्ति की जो मिसाल पेश की है, उसे देश सदैव याद रखेगा। साथ ही हमें राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करता रहेगा।

यह भी पढ़ें: Uttarakhand: बजट खर्च में फिसड्डी हैं उत्तराखंड के विभाग, धामी सरकार की बढ़ा रहे हैं टेंशन; मांगी गई रिपोर्ट