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जिला सहकारी बैंक में सेंधमारी, सेफ तोड़ने में रहे नाकाम तो दो बंदूकें की चोरी

अज्ञात बदमाशों ने न केवल बैंक में सेंधमारी की बल्कि बैंक में रखी दो बंदूकें भी चुरा ले गए। बदमाशों ने स्टोन कटर और ड्रिल मशीन के जरिए बैंक की सेफ तक पहुंचने की कोशिश भी की।

By Raksha PanthariEdited By: Updated: Mon, 16 Sep 2019 07:03 PM (IST)
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जिला सहकारी बैंक में सेंधमारी, सेफ तोड़ने में रहे नाकाम तो दो बंदूकें की चोरी
कोटद्वार, जेएनएन। कोटद्वार में पुलिस को खुली चुनौती देते हुए अज्ञात बदमाशों ने न केवल बैंक में सेंधमारी की, बल्कि बैंक में रखी दो बंदूकें भी चुरा ले गए। बदमाशों ने स्टोन कटर और ड्रिल मशीन के जरिए बैंक की सेफ तक भी पहुंचने का प्रयास किया, लेकिन सेफ तोड़ने में नाकाम रहे। सोमवार सुबह घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने घटनास्थल का मौका-मुआयना किया। इधर, बैंक में चोरी की घटना के बाद से क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है, वहीं पुलिस कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लग रहे हैं। 

कोटद्वार क्षेत्र में बदमाशों के हौसले किस कदर बुलंद हैं, इसका अंदाजा महज इस बात से ही लगाया जा सकता है कि कोतवाली से करीब दो सौ मीटर की दूरी पर उपजिलाधिकारी आवास और जिलाधिकारी कैंप कार्यालय के ठीक सामने बीती रात बदमाशों ने जिला सहकारी बैंक की मुख्य शाखा में सेंधमारी कर दी। बदमाशों ने बैंक के पिछले हिस्से में लगे विंडो एसी को हटाकर बैंक के भीतर प्रवेश किया। बदमाश अपने साथ स्टोन कटर और पत्थरों पर छेद करने वाली बड़ी ड्रिल मशीन लेकर आए थे। बदमाशों ने सेफ के सामने की दीवार में ड्रिल मशीन से छेद कर दीवार को कटर से काटने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। 

बदमाशों ने बैंक में लगे सीसीटीवी कैमरों की तारें भी काट दी। साथ ही डीवीआर भी उखाड़ दी थी। घटना का पता सुबह उस वक्त चला, जब सुबह करीब सात बजे बैंक का गार्ड बैंक में सफाई करवाने के लिए शाखा खोलने पहुंचे। जैसे ही शटर उठाया, बैंक के भीतर चारों ओर धूल फैली हुई थी और बैंक की पिछली दीवार पर लगा विंडो एसी फर्श में गिरा हुआ था। साथ ही तमाम कुर्सियां इधर-उधर पड़ी हुई थी।

गार्ड से सूचना मिलने के बाद बैंक प्रबंधक विनील बिष्ट, महाप्रबंधक मनोज कुमार सहित तमाम बैंक कर्मी मौके पर पहुंच गए। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने भी मौका-मुआयना किया। बैंक की सेफ काटने के लिए लाए गए स्टोन कटर व ड्रिल मशीन को पुलिस ने बैंक के पिछले हिस्से से बरामद कर दिया। दोपहर के वक्त श्रीनगर से पहुंची पुलिस की फारेंसिक टीम ने भी घटना स्थल का मौका मुआयना कर बदमाशों के ङ्क्षफगर प्रिंट एकत्र किए। प्रबंधक विनील बिष्ट की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है।

चोरी होने से बच गई तीन करोड़ की रकम 

गनीमत रही कि बदमाश बैंक की तिजोरी तोड़ने में नाकाम रहे। दरअसल, जिला सहकारी बैंक की जिस मुख्य इकाई में बीती रात चोरी का प्रयास हुआ, वहां से कोटद्वार-भाबर के साथ ही जिले की कई इकाईयों में धन जाता है। बैंक कर्मियों ने बताया कि बीती रात सेफ में तीन करोड़ से अधिक की धनराशि थी। इतना ही नहीं, सेफ के भीतर ग्राहकों के लॉकर भी थे। बैंक में चोरी की सूचना मिलते ही कई ग्राहकों ने बैंक में पहुंच कर लॉकरों के संबंध में जानकारी ली। 

नहीं रहता रात्रि गार्ड

जिला सरकारी बैंक की इकाईयों में रात्रि गार्ड की तैनाती नहीं होती। सोमवार सुबह चोरी की घटना संबंधी सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने जब बैंक कर्मियों से रात्रि गार्ड के संबंध में जानकारी मांगी तो पता चला कि बैंक में पिछले तीन वर्षों से रात्रि चौकीदार की व्यवस्था समाप्त कर दी गई है। 

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लावारिस बाइक बरामद

जिला सहकारी बैंक की मुख्य इकाई के बाहर पुलिस ने एक बाइक बरामद की है, जो पिछले तीन दिनों से बैंक से लगे डाकघर के बाहर खड़ी है। बैंक कर्मियों से मिली सूचना के बाद पुलिस ने इस बाइक को बरामद किया। काले रंग की इस पल्सर बाइक के संबंध में जब इंटरनेट से जानकारी एकत्र की गई तो बाइक टिहरी की बताई गई।  

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