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एक क्लब ने बदल दी कोट की तस्वीर! जानिये, पौड़ी-गढ़वाल में बुजुर्गों और बच्चों के फुटबॉल सफर का सुनहरा किस्सा

पौड़ीं गढ़वाल के कोट ब्लॉक में एक अनोखा क्लब है जहां हर हफ्ते बुजुर्ग और उम्रदराज लोग मैत्री फुटबॉल मैच खेलते हैं। फुटबॉल फिटनेस क्लब (एफएफसी) नाम का यह क्लब युवाओं को फिट रहने और फुटबॉल को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया था। अब क्षेत्र के बच्चे भी स्टेडियम में फुटबॉल खेलने आ रहे हैं और बुजुर्ग खिलाड़ी उन्हें फुटबॉल की बारीकियां सिखा रहे हैं।

By Jagran News Edited By: Sakshi Gupta Updated: Sun, 17 Nov 2024 06:07 PM (IST)
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पौड़ी गढ़वाल में कोट का यह क्लब करता है बच्चों को चैंपियन बनाने की तैयारी। (प्रतीकात्मक तस्वीर)
गुरुवेंद्र नेगी, पौड़ी (गढ़वाल)। कोट ब्लॉक के मिनी स्टेडियम में हर हफ्ते क्षेत्र के बुजुर्ग एवं उम्रदराज लोग जुटते हैं और मैत्री फुटबॉल मैच खेलते हैं। ये सभी बुजुर्ग और उम्रदराज लोग फुटबॉल फिटनेस क्लब (एफएफसी) से जुड़े हैं, जिसका गठन युवाओं को फिट रहने के लिए प्रेरित करने और क्षेत्र में फुटबाल के खेल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से दिसंबर 2023 में किया गया था।

अच्छी बात यह है कि एफएफसी से प्रेरित होकर अब क्षेत्र के बच्चे भी स्टेडियम में फुटबॉल खेलने आ रहे हैं। बुजुर्ग व उम्रदराज खिलाड़ी उन्हें फुटबॉल की बारीकियां सिखाते हैं। फुटबाल के प्रति बच्चों के लगाव को देखते हुए खेल विभाग ने एफएफसी के सदस्य कोटसाड़ा गांव निवासी राकेश मोहन को संविदा पर कोच की जिम्मेदारी भी सौंपी है।

शहर से 12 किमी. दूर है मिनी खेल मैदान

जिला मुख्यालय पौड़ी से करीब 12 किमी दूर स्थित है ब्लॉक मुख्यालय कोट का मिनी खेल मैदान। दिसंबर 2023 की बात है, यहां स्थानीय युवाओं की ओर से फुटबॉल प्रतियोगिता आयोजित की जा रही थी। इसमें ब्लॉक के ग्राम बकरोड़ा निवासी 69 वर्षीय यादवेंद्र सिंह चौहान भी पहुंचे हुए थे। युवाओं को खेलते देख उनके मन में विचार आया कि क्यों न क्षेत्र के युवाओं की फिटनेस और फुटबॉल को बढ़ावा देने के लिए एक क्लब बनाया जाए।

दरअसल, दिल्ली सरकार में प्रधान निजी सचिव के साथ ही दिल्ली फुटबॉल टीम के खिलाड़ी और कोच रह चुके यादवेंद्र चाहते थे कि क्षेत्र के युवा भी फुटबॉल में नाम कमाएं और प्रदेश का नाम रोशन करें, इसलिए वे तत्काल वहां पहुंचे और कुछ अन्य लोगों से विचार-विमर्श के बाद फुटबॉल फिटनेस क्लब का गठन कर दिया। वर्तमान में यादवेंद्र क्लब के अध्यक्ष हैं, जबकि प्रेम सिंह पंवार उपाध्यक्ष, धर्मवीर सिंह नेगी सचिव और बेनी माधव नौटियाल प्रबंधक की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। इनकी उम्र 59 से 66 वर्ष तक है।

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11 छात्र-छात्राओं का हो चुका है शिक्षा विभाग की जिलास्तरीय टीम में चयन

फुटबॉलर आलोक चारु बताते हैं कि छोटी-छोटी पहाड़ियों के मध्य स्थित इस मिनी स्टेडियम से प्रशिक्षित युवा देश-विदेश में क्षेत्र एवं प्रदेश का गौरव बढ़ाएं। यही क्लब गठन के पीछे मुख्य ध्येय है, इसलिए क्लब के सभी सदस्य हर हफ्ते युवाओं के साथ मैत्री मैच तो खेलते ही हैं। बच्चों को भी फुटबाल खेलने के लिए प्रेरित करते हैं। बताया कि बेहतर सीख और एफएफसी के सदस्यों की प्रेरणा से कोट क्षेत्र के पांच छात्र और छह छात्राओं का चयन अंडर-17 बालक-बालिका वर्ग में शिक्षा विभाग की जिलास्तरीय टीम के लिए हो चुका है।

क्लब से जुड़े हैं 35 सक्रिय सदस्य

क्षेत्र के फुटबॉलर आलोक चारु ने बताया कि कोट क्षेत्र में गठित एफएफसी क्लब में क्षेत्र के विभिन्न गांवों के 35 सक्रिय सदस्य जुड़े हैं। इनमें यादवेंद्र सिंह चौहान, प्रेम सिंह पंवार, बेनी माधव नौटियाल, धर्मवीर नेगी, रतन सिंह रावत, कमल रावत, आलोक चारु, सुधीर बिष्ट, विकास जुयाल, बिपेंद्र रावत, दरबान सिंह, राकेश मोहन, नरेंद्र सिंह नेगी आदि शामिल हैं। बताया कि यादवेंद्र चौहान वर्ष 1979 में केरल में आयोजित संतोष ट्राफी में दिल्ली की टीम से खेल चुके हैं, जबकि प्रेम सिंह पंवार पूसा संस्थान और बेनी माधव नौटियाल एयर फोर्स से सेवानिवृत्त हैं। वहीं, रतन सिंह रावत वर्तमान में गढ़वाल हीरोज फुटबॉल क्लब के सचिव हैं।

पूर्व से ही रहा कोट में फुटबॉल का आकर्षण

फुटबॉलर आलोक चारु बताते हैं कि कोट क्षेत्र में फुटबॉल के प्रति आकर्षण पहले से ही रहा है। यहां पूर्व में राष्ट्रीय स्तर की फुटबॉल प्रतियोगिता भी आयोजित हो चुकी है। क्षेत्र में मिनी स्टेडियम होने के कारण यहां के युवा नित्य अभ्यास के लिए पहुंचते हैं। एफएफसी उन्हें खेल की सीख देने के साथ नियमित अंतराल पर मैच भी आयोजित करता है।

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