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Uttarakhand News: थालियां बजा सड़कों पर उतरे ग्रामीण, इन मुद्दों पर किया प्रदर्शन

Uttarakhand Latest News पेयजल स्वास्थ्य सहित विभिन्न समस्याओं को लेकर सोमवार को क्षेत्रीय ग्रामीणों ने तहसील में धरना देकर प्रदर्शन किया। इस दौरान थाली बजाकर सरकारी तंत्र को जगाने का प्रयास किया गया। ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों की व्यवस्था करने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नैनीडांडा में गर्भवती महिलाओं के लिए अल्ट्रासाउंड एक्स-रे टेक्नीशियन की व्यवस्था करवाने की मांग की गई।

By Ajay khantwal Edited By: Abhishek Pandey Updated: Tue, 18 Jun 2024 09:29 AM (IST)
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पेयजल, स्वास्थ्य सहित विभिन्न समस्याओं को लेकर सोमवार को क्षेत्रीय ग्रामीणों ने धरना-प्रदर्शन किया।

संवाद सूत्र, धुमाकोट। पेयजल, स्वास्थ्य सहित विभिन्न समस्याओं को लेकर सोमवार को क्षेत्रीय ग्रामीणों ने तहसील में धरना देकर प्रदर्शन किया। इस दौरान थाली बजाकर सरकारी तंत्र को जगाने का प्रयास किया गया। ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों की व्यवस्था करने, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नैनीडांडा में गर्भवती महिलाओं के लिए अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे टेक्नीशियन की व्यवस्था करवाने की मांग की गई।

धुमाकोट क्षेत्र के विभिन्न गांवों से ग्रामीण धुमाकोट पहुंचे और क्षेत्रीय समस्याओं को लेकर धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान महिलाएं थाली बजाकर मांगों को पूर्ण करने की मांग कर रही थी। प्रदर्शन दौरान ग्रामीण अजय बिष्ट ने कहा कि धुमाकोट क्षेत्र के प्रत्येक गांव में पेयजल समस्या विकट होती जा रही है। सरकार की गलत योजनाओं से पारंपरिक जल स्रोतों में पानी सूख चुका है व कई जल स्रोत सूखने के कगार पर हैं।

बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि हाथ-पांव में चोट लगने पर भी ग्रामीणों को एक्स-रे के लिए रामनगर या कोटद्वार भागना पड़ता है। कुलदीप रावत ने कहा कि क्षेत्र में बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं के लिए पूरी तरह सरकार जिम्मेदार है। शिक्षाविद्द गबर सिंह बिष्ट ने कहा कि कोई भी सरकार चुनाव जीतने के बाद जनता की समस्याओं से मुंह मोड़ लेती है।

कहा कि पिछले कई वर्षों से धुमाकोट तहसील में उपजिलाधिकारी, तहसीलदार जैसे महत्वपूर्ण पद रिक्त पड़े हुए हैं। अधिकारीविहीन तहसील में ग्रामीणों की समस्याएं सुनने वाला भी कोई नहीं। ऐसे में समस्याओं के निराकरण की बातें सोचना भी बेमानी प्रतीत होता है।

उन्होंने तहसील में अभिलंब उपजिलाधिकारी की तैनाती की मांग की। ग्रामीणों ने धुमाकोट चौराहे से स्वास्थ्य केंद्र होते हुए तहसील तक रैली निकाली। तहसीन कर्मियों के माध्यम से जिलाधिकारी को आठ-सूत्रीय मांग पत्र भेजा गया। इस दौरान महिपाल रावत, मीना देवी, विद्या देवी, बबली देवी, सोबन सिंह बिष्ट, गिरधर सिंह, वीरेंद्र पटवाल, निखिल रावत, घमंड सिंह बिष्ट, कविता देवी आदि मौजूद रहे।