गर्मी ने दी दस्तक, पानी के स्रोत संरक्षण में जुटे इस गांव के ग्रामीण
गर्मी बढ़ने के साथ ही डांगी गांव के ग्रामीणों ने समस्या से निजात पाने के लिए गांव के प्राकृतिक पेयजल स्रोत को संरक्षित करना शुरू कर दिया है।
By Raksha PanthariEdited By: Updated: Sun, 07 Apr 2019 06:49 PM (IST)
पौड़ी, जेएनएन। पहाड़ी क्षेत्रों में गर्मी की दस्तक के साथ ही कई ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की चिंता भी ग्रामीणों को सताने लगी है। ऐसे वक्त में डांगी गांव के ग्रामीणों ने समस्या से निजात पाने के लिए गांव के प्राकृतिक पेयजल स्रोत को संरक्षित करना शुरू कर दिया है। स्रोत का पानी गर्मी की भेंट न चढ़े, इसके लिए स्रोत के चारों ओर उगी झाडियों को नष्ट करने के साथ ही सफाई अभियान भी शुरू हो गया है।
विकासखंड कल्जीखाल के डांगी गांव के ग्रामीण रविवार को गांव में एकत्रित हुए और प्राकृतिक स्रोत के संरक्षण की कवायद में जुट गए। खास बात यह कि इसमें गांव के बच्चे काफी संख्या में शामिल हुए। उन्होंने सफाई अभियान के तहत स्रोत के चारों ओर उगी झाड़ियों को नष्ट किया। साथ ही तालाब की सफाई की, जिसमें मवेशी पानी पीते हैं।ग्रामीणों ने बताया कि आगे भी उनकी यह पहल जारी रहेगी ताकि स्रोत सूखे नहीं। इस क्षेत्र में कई गांव ऐसे हैं जहां गर्मी शुरू होते ही प्राकृतिक स्रोतों की धार भी सूखने लगती है। ऐसे में डांगी गांव के ग्रामीण हर साल पहले ही गांव के प्राकृतिक पेयजल स्रोत के संरक्षण में जुट जाता है।
इस मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता जगमोहन डांगी, भगवान सिंह चौहान, दिनेश सिंह चौहान, मेहरवान सिंह रावत, सौरभ, मयंक, गौरव, सारिका, संदीप, साहिल, पवैत्री देवी, पुष्पा देवी, जय लाल सिंह आदि मौजूद रहे। शामिल थे।
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