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Uttarakhand: तेज आवाज सुन घर से बाहर आए लोग, ऊपर देखा तो पहाड़ से आ रही थी मौत; छह मकान जमींदोज

Uttarakhand Rains उत्तराखंड के बेरीनाग में भारी बारिश के कारण मूसलधार बारिश से भूस्खलन हुआ है। बेरीनाग के पीपली के खड़ियाखान में हुए भूस्खलन से मनगढ़ गांव में छह मकान और पंचायत घर क्षतिग्रस्त हो चुका है। दो मकान खतरे की जद में हैं। आठ परिवारों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिया गया है। ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है।

By omprakash awasthi Edited By: Nirmala Bohra Updated: Fri, 13 Sep 2024 02:36 PM (IST)
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Uttarakhand Rains: बेरीनाग के पीपली के खड़ियाखान में भारी भूस्खलन

जाटी, पिथौरागढ़/ बेरीनाग। Uttarakhand Rains: तहसील बेरीनाग के पीपली में खड़ियाखान में हुए भारी भूस्खलन से मनगढ़ गांव में छह मकान और पंचायत घर क्षतिग्रस्त हो चुका है। दो मकान खतरे की जद में हैं।

आठ परिवारों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिया गया है। ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। चौड़मन्या क्षेत्र के गांवों की आपूर्ति करने वाली पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो चुकी है। गांव की विद्युत आपूर्ति भंग है।

तेज आवाज के साथ नीचे की ओर आने लगा मलबा

वहीं जिला मुख्यालय में जिलाधिकारी ने आलवेदर सड़क पर शाम से सुबह तक वाहनों की आवाजाही बंद रखने के निर्देश दिए हैं। बेरीनाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार भारी वर्षा से पीपली में स्थित खड़ियाखान में गुरुवार अपराह्न के बाद अचानक भूस्खलन हुआ और तेज आवाज के साथ मलबा 300 मीटर नीचे स्थित मनगढ़ गांव की तरफ आने लगा।

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तेज आवाज से मनगढ़ गांव के ग्रामीण भय से घरों से बाहर निकले तो देखा कि खान से मलबा तेजी से गांव की तरफ आ रहा है। सभी ग्रामीण घरों से बाहर निकल गए। ग्राम प्रधान मनगढ़ राजेंद्र सिंह और सामाजिक कार्यकर्ता कवींद्र सिंह ने इसकी सूचना तहसील प्रशासन को दी।

सभी परिवारों को मकान खाली करने को कहा

सूचना मिलते ही एसडीएम यशवीर सिंह ने राजस्व निरीक्षक कुंदन सिंह के नेतृत्व में तत्काल राजस्व टीम को गांव भेजा। राजस्व टीम ने गांव पहुंच कर देखा तो छह मकानों से लगभग 20 से 25 मीटर ऊपर मलबा जमा हो चुका था। सभी परिवारों को मकान खाली करने को कहा गया। परिवारों द्वारा सामान पंचायत घर में रखा।

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तब तक पंचायत घर भी खतरे में आ गया तो सारा सामान गांव के ही सुरक्षित मकानों तक पहुंचा कर परिवारों को शिफ्ट कर दिया। राजस्व दल के लौटने के बाद शाम को ग्राम प्रधान से मिली सूचना के अनुसार नंदन सिंह, मोहन चंद्र पंत, हेम चंद्र पंत, हरीश चंद्र पंत, भगवती प्रसाद पंत, कल्याण सिंह के मकान, स्नानागार, रसोईघर टूट चुके हैं। बहादुर सिंह और विशन सिंह के मकान पूरी तरह खतरे की जद में हैं।

ग्राम प्रधान राजेंद्र सिंह और जिपं सदस्य दिवाकर रावल का कहना है कि खड़िया खनन से गांव को पहले से ही खतरा बना हुआ था और भविष्य में खतरे की आशंका को देखते हुए शिकायत की गई थी परंतु किसी ने ध्यान नही दिया। गांव से 300 मीटर की ऊंचाई पर खड़िया खनन होने से ग्रामीण हमेशा खौफ में रहते हैं। ग्राम प्रधान राजन सिंह ने देर शाम बताया कि गांव की विद्युत आपूर्ति भी भंग है।

मनगढ़ गांव में भूस्खलन के चलते छह परिवार सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किए गए हैं। शुक्रवार को एक तकनीकी टीम जाएगी, गांव की सुरक्षा के स्थायी समाधान के लिए शीघ्र कार्यवाही की जाएगी। - यशवीर सिंह, एसडीएम, बेरीनाग

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