पूर्व नेपाली पीएम ने फिर दिया भारत विरोधी बयान, कहा- उत्तराखंड का कालापानी, लिंपिंयाधुरा हम लेकर रहेंगे
नेपाल के दार्चुला जिला मुख्यालय स्थित महेंद्र विद्यालय के प्रांगण में हुई चुनावी सभा में केपी ओली ने कहा कि कालापानी लिपुलेख से लेकर लिंपियाधुरा तक का क्षेत्र नेपाल का है। उनकी सरकार बनने पर यह क्षेत्र लेकर ही दम लिया जाएगा।
By Jagran NewsEdited By: Rajesh VermaUpdated: Fri, 04 Nov 2022 06:56 PM (IST)
संवाद सहयोगी, झूलाघाट (पिथौरागढ़) : नेपाल में बीस नवंबर को होने वाले चुनाव (Election in Nepal) को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री केपी ओली (Former Nepalese PM KP Oli ) ने भारत से लगे दार्चुला और बैतड़ी में चुनावी जनसभा को संबोधित किया। ओली ने कहा कि उनकी सरकार बनने पर कालापानी और लिंपियाधुरा नेपाल लेकर ही दम लेगा। महाकाली कारीडोर का कार्य दार्चुला से आगे बढ़ेगा और नेपाल चीन सीमा टिंकर तक सड़क का प्राथमिकता के साथ निर्माण करेगा।
भारत के धारचूला के सामने नेपाल में हुई सभा
शुक्रवार को नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी ऐमाले के अध्यक्ष पूर्व प्रधानमंत्री केपी ओली की पहली जनसभा भारत के धारचूला के सामने नेपाल के दार्चुला जिला मुख्यालय स्थित महेंद्र विद्यालय के प्रांगण में हुई। टिंकर क्षेत्र के प्रतिनिधि सभा के सदस्य अशोक बड़ू ने सभा के दौरान कालापानी की मिट्टी की पोटली पूर्व पीएम केपी ओली को सौंपी।
कालापानी, लिपुलेख से लेकर लिंपियाधुरा तक का क्षेत्र नेपाल का
ओली ने भारत के साथ बात कर सीमा पर और पुलों के निर्माण की बात की। वहीं भारत नेपाल को जोडऩे वाले झूलाघाट पुल को पक्का मोटर पुल बनाने का आश्वासन दिया। अपने संबोधन में केपी ओली ने कहा कि कालापानी, लिपुलेख से लेकर लिंपियाधुरा तक का क्षेत्र (Area from Kalapani lipulekh to Limpiyadhura) नेपाल का है। उनकी सरकार बनने पर यह क्षेत्र लेकर ही दम लिया जाएगा।नेपाल में चुनाव : मतदान से 72 घंटे पूर्व नेपाल-भारत सीमा होगी सील, सुरक्षा पर भी दोनों देश देंगे जोर
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