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Uttarakhand Rains: लोहाघाट में अतिवृष्टि के बाद आठ घरों में भरा मलबा, दो महिलाओं की मौत व किशोर लापता

Uttarakhand Rains उत्तराखंड में भारी बारिश ने तबाही मचाई है। सीमांत गुमदेश क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में दो महिलाओं की मौत हो गई है और एक किशोर लापता है। भूस्खलन से आठ घरों में मलबा भर गया है। ग्रामीण दहशत में हैं। प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई है और राहत कार्य जारी है। हालांकि सड़क बंद होने से राहत-बचाव टीम को गांव में पहुंचने में देरी हुई।

By ganesh pandey Edited By: Nirmala Bohra Updated: Fri, 13 Sep 2024 08:12 PM (IST)
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Uttarakhand Rains: भूस्खलन से आठ घरों में मलबा भर गया। जागरण

संवाद सहयोगी, जागरण, लोहाघाट। Uttarakhand Rains: अतिवृष्टि की वजह से सीमांत गुमदेश क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में दो महिलाओं की मौत हो गई। एक किशोर लापता है। सड़क खराब होने की वजह से बचाव दल व प्रशासन की टीम देर शाम गांव पहुंच सकी। भूस्खलन से आठ घरों में मलबा भर गया है। घटना के बाद ग्रामीण दहशत में आ गए हैं।

पहली घटना लोहाघाट से 14 किमी दूर ढोरजा गांव की है। 58 वर्षीय माधवी देवी पत्नी पीतांबर भट्ट सुबह के समय गोशाला में गई थी। तभी एकाएक गोशाला के ऊपर खेतों से बांज का पेड़ व मलबा टिनशेड पर गिर गया। महिला मलबे के नीचे दब गई। पेड़ गिरने की आवाज को सुनकर स्वजन भागते हुए गोशाला की ओर दौड़े।

पहाड़ी के ऊपर से हुआ भूस्खलन

माधवी देवी को मलबे से बाहर निकाला, लेकिन तब तक उनकी सांस थम चुकी थी। दूसरी घटना लोहाघाट से 32 किमी दूर मटियानी गांव के नकेला तोक में हुई। शुक्रवार सुबह 10 बजे के आसपास तेज वर्षा में पहाड़ी के ऊपर से हुआ भूस्खलन का मलबा उमेद सिंह, भूप सिंह, प्रकाश सिंह, मदन सिंह, दीवान सिंह, भवान सिंह, केशव सिंह, हीरा सिंह के मकान में घुस गया।

ग्राम प्रधान अनीता देवी, ग्रामीण गंगा सिंह ने बताया कि पहाड़ी से मलबा, बोल्डर आने से लोग जान बचाने के लिए भागने लगे। कुछ लोग मलबे की चपेट में आ गए। देर शाम 55 वर्षीय शांति देवी पत्नी मान सिंह का शव निकाल लिया गया। मदन सिंह का 12 वर्षीय बेटा जगदीश सिंह लापता है।

एसडीएम रिंकू बिष्ट ने बताया कि तय नहीं है कि जगदीश मलबे में दबा है या फिर डर के मारे किसी के घर में शरण लिए हुए है। रात 7:30 बजे तक बचाव दल व एसडीआरएफ की टीम गांव नहीं पहुंच पाई थी। घटना में कुछ लोगों के चोटिल होने की भी सूचना है। एसडीएम ने बताया कि प्रशासनिक टीम के गांव पहुंचने पर ही स्थिति साफ हो जाएगी।

इंजीनियर व शिक्षक हैं महिला के बेटे

ढोरजा गांव की मृतका माधवी के दो बेटे व एक बेटी हैं। विवाहिता बेटी हेमा परिवार के साथ लुधियाना में रहती हैं। ग्रामीण रमेश भट्ट ने बताया कि मृतका का बड़ा बेटा प्रमोद भट्ट निजी कंपनी में इंजीनियर व छोटा बेटा मनीष भट्ट लोहाघाट ब्लाक के एक स्कूल में शिक्षक हैं। दोनों बेटों की शादी हो चुकी हैं।

पति पीतांबर भट्ट कुछ वर्ष पहले राजस्व उप निरीक्षक पर से सेवानिवृत्त हुए हैं। खेती व पशुओं से लगाव के कारण दोनों पति-पत्नी गांव में रहते थे। पीतांबर भट्ट अब अकेले पड़ गए हैं। ग्रामीण दु:ख जताने उनके घर पहुंच रहे हैं। शाम को एसडीएम रिंकू बिष्ट गांव पहुंचीं। देर शाम तीन डाक्टरों के पैनल ने गांव में ही मृतका का पोस्टमार्टम किया।

सड़क बंद होने से रात तक नहीं पहुंची बचाव टीम

मटियानी गांव के नकेला तोल में भूस्खलन से घरों में मलबा भरने व ग्रामीणों के दबने की सूचना मिलने पर राजस्व विभाग व एसडीआरएफ की टीम मौके को रवाना हुई। सड़क बंद होने से टीम को गांव में पहुंचने में देरी हुई। एसडीएम रिंकू बिष्ट ने बताया कि एंबुलेंस, डाक्टरों के साथ ही एसडीआरएफ भेजी गई है। रात 7:30 बजे तक टीम नहीं पहुंच पाई थी।

अतिवृष्टि की वजह से दो महिलाओं की मौत की सूचना है। मटियानी गांव के नकेला में नुकसान का आकलन नहीं हो पाया है। राजस्व पुलिस व एसडीआरएफ गांव रवाना की गई है। शनिवार को असल स्थिति पता चलेगी। - नवनीत पांडे, डीएम, चंपावत

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