Uttarakhand: सड़क पर गिर रहे खतरनाक झरने, जान हथेली पर रख स्कूल जा रहे बच्चे; तस्वीर देख गले-गले आ जाएंगे प्राण
Heavy Rain in Uttarakhand उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश से जिले के सीमांत क्षेत्रों में हालात बेहद खराब हैं। बेहद ऊंची पहाड़ी से गिरने वाला झरना सामान्य दिनों में सड़क किनारे नाली तक ही सीमित रहता है बारिश के बाद पानी बढ़ जाने से झरने का पानी आधी से अधिक सड़क पर गिर रहा है। स्कूली बच्चे सड़क किनारे थोड़ी सी जगह से भीगते हुए आवागमन कर रहे हैं।
संवाद सहयोगी, जागरण, पिथौरागढ़। Heavy Rain in Uttarakhand: उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश से जिले के सीमांत क्षेत्रों में हालात बेहद खराब हैं। उफान पर आये नाले, झरने सड़कों पर बह रहे हैं। सड़क के बीचों-बीच गिर रहे झरने को पार कर बच्चों को स्कूल पहुंचना पड़ रहा है।
रतपरिया झरना बारिश के बाद उफान पर है। बेहद ऊंची पहाड़ी से गिरने वाला झरना सामान्य दिनों में सड़क किनारे नाली तक ही सीमित रहता है, बारिश के बाद पानी बढ़ जाने से झरने का पानी आधी से अधिक सड़क पर गिर रहा है।
नीचे नदी विकराल रूप में
पैदल आवागमन करने वालों के लिए सड़क पर थोड़ी सी जगह बची हुई है। सड़क के नीचे नदी विकराल रूप में हैं। स्कूली बच्चे सड़क किनारे थोड़ी सी जगह से भीगते हुए आवागमन कर रहे हैं। जरा सी चूक भी बड़ी घटना को अंजाम दे सकती है। राइंका समकोट आने जाने वाले विद्यार्थी सबसे अधिक परेशान हैं।
पिछले एक सप्ताह से बंद पड़ी सड़क
धारखेत- गैला- पत्थरकोट सड़क पिछले एक सप्ताह से बंद पड़ी हुई है। सड़क में जगह-जगह मलबा जमा है और कई स्थानों पर नाले बह रहे हैं। दुपिहया वाहन चालक नालों के पास वाहनों को उठाकर सड़क पार करवा रहे हैं।
क्षेत्रवासियों ने बताया कि सड़क को ठीक करवाने के लिए कई बार पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन अभी तक सड़क नहीं खोली गई है। क्षेत्रवासियों ने शीघ्र सड़क नहीं खोले जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
आपदा पीड़ित को दी राहत सामग्री
गरुड़। ढुकुरा गांव निवासी परुली देवी पत्नी जीत सिंह का गत दिवस भारी वर्षा में आवासीय मकान क्षतिग्रस्त हो गया था। जिससे घरेलू सामग्री मलबे में दबकर नष्ट हो गई थी। रेडक्रास के प्रदेश प्रतिनिधि दीपक पाठक के नेतृत्व में टीम ढुकुरा गांव पहुंची। आपदा पीड़ित परुली देवी को तिरपाल, बर्तन सेट व अन्य सामग्री प्रदान की। इस दौरान उमेश जोशी, जगदीश खोलिया, अनिल पंत, कैलाश खुल्बे, अनिल पांडे आदि उपस्थित थे।