नामीबिया में वर्णक ने मार्शल आर्ट्स में जीता गोल्ड
उत्तराखंड के युवा वर्णक सिंह धर्मशक्तू ने नामीबिया में आयोजित मार्शल आर्ट्स में गोल्ड मेडल जीता है।
संसू, मुनस्यारी : उत्तराखंड के युवा वर्णक सिंह धर्मशक्तू ने नामीबिया में आयोजित यूनाइटेड वर्ल्ड मार्शल आर्ट्स फेडरेशन के फर्स्ट वर्ल्ड मार्शल आर्ट्स चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता है।
इस चैंपियनशिप का आयोजन विडहियोक नामीबिया में भारत के हाईकमीशन व भारतीय लोगों की मौजूदगी में हुआ। जहां पर वर्णक ने प्रथम स्थान पाकर देश का नाम रोशन किया। वर्णक की इस उपलब्धि का श्रेय वर्णक के गुरु विक्रम कपूर को जाता है। उनके प्रयास से ही वर्णक को विश्व स्तरीय खिलाड़ी बनने का अवसर मिला। वर्णक के पिता स्व. नारायण सिंह धर्मशक्तू मिनिस्ट्री आफ हेल्थ एवं फेमिली वेलफेयर के फार्मर प्रिंसिपल एडवाइजर रहे हैं। उन्हें 2019 में इंटरनेशनल गांधी अवार्ड से भारत के राष्ट्रपति ने सम्मानित किया ।
वर्णक का मूल गांव कनौली बिचला दानपुर बागेश्वर है। उसका ननिहाल मुनस्यारी में है। वह छोटी सी उम्र में बड़ी उपलब्धि हासिल कर चुका है। उसने अपनी सफलता का श्रेय अपने दादा, दादी, नाना, नानी को दिया है। वर्णक इससे पूर्व नेशनल गोल्ड मेडलिस्ट रेनमइ कप के अलावा स्कूल लेवल पर स्वीमिग में गोल्ड मेडल जीत चुके है। इसके साथ ही वह एक उच्च कोटि के लान टेनिस खिलाड़ी है। दिल्ली के मंडी हाउस में विभिन्न कार्यक्रमों में गिटार वादन में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दे चुके है। वर्तमान में वह प्रोफेशनल कोर्स के साथ इंटरनेशनल अल्टीमेट क्रावमागा फेडरेशन के इंस्ट्रक्टर पद पर कार्यरत है। वर्णक की मां तुलसी धर्मशक्तू ने पुत्र की इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुए कहा है कि वर्णक के उत्तराखंडी होने का गर्व है। उनकी उपलब्धि पर उनके गृह क्षेत्र में भी हर्ष का माहौल व्याप्त है।