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Uttarakhand Flood: आपदा प्रभावितों को राहत सामग्री बांटने गई थीं ग्राम प्रधान, गुस्‍साए लोगों ने पहना दी जूतों की माला; नौ लोगों पर केस

Uttarakhand Flood बीती 10 जुलाई को ग्राम प्रधान विनीता अतिवृष्टि के कारण गांव के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में का जायजा लेने और राहत सामग्री बांटने गई थी। आरोप है कि इस दौरान ग्रामीणों ने हंगामा काटते हुए ग्राम प्रधान के साथ अभद्रता की। महिलाओं द्वारा उन्‍हें जूतों की माला भी पहनाई गई थी। मामले नौ पर केस दर्ज किया गया है।

By ganesh pandey Edited By: Nirmala Bohra Updated: Sun, 14 Jul 2024 03:50 PM (IST)
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Uttarakhand Flood: नामजद आरोपितों के बयान दर्ज कर जांच आगे बढ़ाएगी पुलिस

संवाद सहयोगी, जागरण बनबसा (चंपावत) । Uttarakhand Flood: बनबसा नगर के गुदमी गांव की ग्राम प्रधान विनीता राणा के साथ हुई अभद्रता और उन्हें जूतों की माला पहनाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। ग्राम प्रधान के साथ अभद्रता करने वालों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की मांग को लेकर विभिन्न संगठन लामबंद हो गए हैं।

इधर पुलिस सोमवार को नामजद आरोपितों के बयान दर्ज कर जांच आगे बढ़ाएगी। इस मामले में नौ आरोपितों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है। जबकि घटना में संलिप्त एक और व्यक्ति के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करने की तैयारी की जा रही है। मामले की जांच सीओ शिवराज सिंह कर रहे हैं।

अभद्रता का मामला इंटरनेट मीडिया में भी वायरल

बीती 10 जुलाई को ग्राम प्रधान विनीता अतिवृष्टि के कारण गांव के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में का जायजा लेने और राहत सामग्री बांटने गई थी। आरोप है कि इस दौरान ग्रामीणों ने हंगामा काटते हुए ग्राम प्रधान के साथ अभद्रता की। ग्राम प्रधान के साथ अभद्रता का मामला इंटरनेट मीडिया में भी वायरल हो गया। जिसमें कुछ महिलाएं एक महिला के गले में जूतों की माला डालते हुए दिख रहीं थीं।

महिलाओं के आसपास कुछ पुरूष भी मौजूद थे। 11 जुलाई को ग्राम प्रधान ने बनबसा थाने में अभद्रता करने वालों के विरूद्ध नामजद तहरीर दी। तहरीर में कहा गया कि वह 10 जुलाई को एसडीएम टनकपुर के आग्रह पर गांव में जलभराव प्रभावितों को राहत सामग्री बांटने गई थी। जहां ग्रामीणों ने उसने साथ गाली गलौच करते हुए अभद्रता की।

ग्राम प्रधान की तहरीर के आधार पर पुलिस ने घटना के तीसरे दिन 12 जुलाई को नौ नामजद आरोपितों के विरूद्ध केस दर्ज कर मामले की जांच एसआइ मंदाकिनी राणा को सौंप दी। उसी शाम जनप्रतिनिधियों ने कार्रवाई की मांग को लेकर एसडीएम टनकपुर को ज्ञान सौंपा। मामले की गंभीरता और जन आक्रोश को देखते हुए एसपी अजय गणपति ने 13 जुलाई को मामले की जांच सीओ टनकपुर को सौंपी।

सीओ शिवराज सिंह ने बीती शनिवार को घटनास्थल का निरीक्षण व वादिनी के बयान लेने के बाद प्रकरण में बीएनएस की धारा 221 व धारा 126 को बढ़ाया दिया। जबकि पूर्व में आरोपितों केविरूद्ध बीएनएस की धारा 115, 351, 352, 192 व अनुसूचित जाति जनजाति अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी।

जांच अधिकारी सीओ शिवराज सिंह ने बताया कि मामले में एक और व्यक्ति की भूमिका भी सामने आई है। उसके विरूद्ध भी मुकदमा दर्ज किए जाने की कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि सोमवार को सभी आरोपितों के बयान दर्ज किए जाएंगे।

इनके विरूद्ध दर्ज है प्राथमिकी

गड़ीगोठ गुदमी निवासी ग्रामीण हेमा खड़ायत, लीला दिगारी, जानकी कलौनी, निर्मला दिगारी, रोहित जेम्स, पिंकी जेम्स, संजीत सिंह, दिनेश कलौनी, निखिल जेम्स सहित नौ लोगों विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता व अनुसूचित जाति जनजाति अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।

जनप्रतिनिधियों में आक्रोश

ग्राम प्रधान विनीता राणा के साथ हुई अभद्रता से टनकपुर एवं बनबसा के जनप्रतिनिधियों में आक्रोश है। ग्राम प्रधान भवानी देवी, पूजा जोशी, दीपक प्रकाश, पूनम चंद, गंगा विश्वकर्मा, राधिका चंद, रमिला आर्या, हर्ष बहादुर चंद, अनिल प्रसाद आदि का कहना है कि षड्यंत्र के तहत महिला प्रतिनिधि को अपमानित किया गया। उन्होंने महिला व जनप्रतिनिधि की छवि धूमिल करने का आरोप लगाया। इसी उद्देश्य से वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित किया गया।

ग्राम प्रधान के साथ हुई अभद्रता का प्रकरण काफी गंभीर है। जांच सीओ रैंक के अधिकारी को सौंपी गई है। मैं खुद मामले की निगरानी कर रहा हूं। अफवाह फैलाने वालों पर भी पुलिस की नजर है। जांच के बाद दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।

-अजय गणपति, एसपी चंपावत