Uttarakhand: दो माह बाद सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच वाहनों की आवाजाही सुचारू, 31 जुलाई को अतिवृष्टि ने मचाई थी तबाही
Uttarakhand दो महीने बाद सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच वाहनों की आवाजाही सुचारू हो गई है। इससे पहले मुनकटिया से गौरीकुंड के बीच बाधित मार्ग वाहनों के लिए खोला गया था। गत 31 जुलाई को हुई अतिवृष्टि के चलते सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच विभिन्न स्थानों पर सड़क मार्ग ध्वस्त हो गया था वहीं अब तक 12 लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा केदारनाथ के दर्शन कर चुके हैं।
अभी मार्ग पर खतरा बरकरार
यह मार्ग अभी व्यवस्था पर खोला गया है। हालांकि अभी मार्ग पर खतरा बरकरार है। इससे पहले मुनकटिया से गौरीकुंड के बीच बाधित मार्ग वाहनों के खोला गया था। शनिवार को शटल सेवा एवं भारी वाहनों को भी गौरीकुंड जाने दिया गया। आवश्यक सामग्री, खाद्य आपूर्ति एवं गैस सिलेंडर की गाड़ियों को गौरीकुंड भेजा गया।यात्रा मजिस्ट्रेट एसडीएम संदीप कुमार ने बताया कि मुनकटिया से गौरीकुंड के बीच बाधित मार्ग सवारी गाड़ी एवं आवश्यक सेवाओं से जुड़े वाहनों के लिए खुल गया है। ध्वस्त हुए मार्ग को यात्रा संचालित करने के साथ खोलना एक चुनौती जरूर थी, लेकिन बावजूद इसके एनएच ने मार्ग दुरुस्त कर लिया हैं। सभी के साझा सहयोग से यात्रा सुचारू रूप से संचालित हो रही है। मौसम ठीक होने के साथ ही लगातार बाबा के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भी इजाफा हो रहा है, अब तक 12 लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा केदारनाथ के दर्शन कर चुके हैं।