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मुख्य सचिव ने केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों का किया निरीक्षण, बंद पड़ी मशीनों को फिर से शुरू करने के निर्देश

मुख्य सचिव ने केदारनाथ पहुंचकर धाम में निर्माणाधीन पुनर्निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने सभी कार्यदायी संस्थाओं को त्वरित गति से कार्य करने को कहा।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Fri, 31 May 2019 08:26 PM (IST)
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मुख्य सचिव ने केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों का किया निरीक्षण, बंद पड़ी मशीनों को फिर से शुरू करने के निर्देश
रुद्रप्रयाग, जेएनएन। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने केदारनाथ पहुंचकर धाम में निर्माणाधीन पुनर्निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने सभी कार्यदायी संस्थाओं को त्वरित गति से कार्य करने को कहा, साथ ही बर्फबारी के बाद बंद पड़ी मशीनों को दस दिन के भीतर फिर से शुरू करने के निर्देश दिए।

मुख्य सचिव गुरुवार सुबह पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर के साथ केदारनाथ पहुंचे तथा मंदिर परिसर, शंकराचार्य समाधि स्थल, मंदाकिनी नदी पर स्थित आस्था पथ, सरस्वती घाट आदि कार्यों का निरीक्षण किया। निर्माण कार्यों के संबंध में मुख्य सचिव ने कार्यदायी संस्थाओं को निर्धारित तिथि के भीतर कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। कहा कि धाम में निर्माणाधीन पुनर्निर्माण कार्यों की मॉनिटङ्क्षरग पीएमओ कार्यालय से निरंतर की जा रही है। धाम में निष्क्रिय पड़ी मशीनों को 10 दिन के भीतर सक्रिय करने के निर्देश कार्यदायी संस्थाओं को दिए, ताकि पुनर्निर्माण कार्य सुचारु रूप से संचालित हो सकें।

निरीक्षण के दौरान प्रवचन हॉल के नजदीक स्थित जमीन को चिह्नित करने के निर्देश पटवारी को दिए। पटवारी की ओर से केदारनाथ में स्थित निजी, बीकेटीसी की भूमि की माप की जा रही है। इस अवसर पर जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

स्वच्छता में लापरवाही से भड़के डीएम, अफसर के खिलाफ मुकदमे के आदेश

स्वच्छता के लिए पर्याप्त संख्या में सफाई कर्मचारी नियुक्त न करने पर भड़के रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्वच्छता में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

यात्रा सीजन में सफाई व्यवस्था की देखरेख के लिए प्रशासन ने नोडल अधिकारी तैनात किए हैं। गुरुवार को जिलाधिकारी ने नोडल अधिकारियों की बैठक ली। नोडल अधिकारियों ने डीएम से शिकायत की 23 कस्बों में जिला पंचायत को 80 सफाई कर्मियों की नियुक्ति करनी थी, लेकिन अभी तक आधे कर्मचारियों भी नहीं रखे गए हैं। इससे सफाई व्यवस्था प्रभावित हो रही है। कई इलाकों में सफाई कर्मी एक दिन छोड़कर आ रहे हैं। यहां तक कि सफाई के लिए जरूरी उपकरण तक मुहैया नहीं कराए गए हैं। कई स्थानों पर ग्रामीणों और खुद नोडल अधिकारियों ने ही उपकरणों का इंतजाम किया है। बैठक में जानकारी दी गई कि स्वच्छता समितियों ने नगरासू, खांकरा और सुमाड़ी में सफाई अभियान चलाया जा रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि अब सफाई कर्मियों की उपस्थिति का सत्यापन किया जाएगा। इसके बाद ही भुगतान होगा। उन्होंने बैठक से अनुपस्थित अधिकारियों के वेतन रोकने के भी आदेश दिए। बैठक में डीएम ने स्वच्छता समितियों और नोडल अधिकारियों को निर्देश दिए कि  व्यापरियों, युवक मंगल दल, महिला मंगल दल, एनसीसी, एनएसएस के सहयोग से वृहद स्वच्छता अभियान चलाएं।

केदारनाथ हाईवे पर नौ स्लाइडिंग जोन के ट्रीटमेंट की उम्मीद जगी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट ऑल वेदर रोड शामिल केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर विकसित हो रहे भूस्खलन जोन के जल्द ट्रीटमेंट की उम्मीद जग गई है। गुरुवार को दिल्ली से आई सेंट्रल रोड रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीआरआरआइ) की टीम ने भूस्खलन जोन का जायजा लिया। जल्द ही टीम रिपोर्ट देकर इसका हल सुझाएगी। इसके आधार पर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ऐसे जोन का ट्रीटमेंट करेगा। 

रुद्रप्रयाग से केदारनाथ तक करीब 90 किलोमीटर लंबे हाईवे पर जगह-जगह भूस्खलन जोन विकसित हुए हैं। इनमें से कुछ पुराने हैं तो कुछ पिछले दिनों चल रहे रोड कटिंग के दौरान अस्तित्व में आए हैं। इस मार्ग को ऑल वेदर रोड के तहत चौड़ा किया जाना है। यात्रा सीजन को देखते हुए इन दिनों कटिंग का बंद है। करीब नौ स्थानों पर स्थिति ज्यादा संवेदनशील है। यहां हल्की बारिश में भी पहाड़ी से पत्थर गिरने लगते हैं। इससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। पिछले साल दिसंबर में इस मार्ग पर भूस्खलन के दौरान मलबे में दबकर आठ श्रमिकों की मौत भी हो गई थी।

ऐसे में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों ने सीआरआरआइ के विशेषज्ञों से भूस्खलन जोन के ट्रीटमेंट को लेकर राय मांगी। सीआरआरआइ की टीम में शामिल विशेषज्ञ डॉ. पंकज गुप्ता और डॉ. पंकज भट्ट ने नौ स्लाइडिंग जोन का निरीक्षण किया। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिशासी अभियंता जितेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि जल्द ही टीम इस पर अपनी रिपोर्ट देगी। रिपोर्ट में दिए गए सुझावों के आधार पर ट्रीटमेंट की योजना तैयार की जाएगी।

जिले की आधी फोर्स यात्रा ड्यूटी में

चारधाम यात्रा व पर्यटन सीजन के कारण जनपद देहरादून क्षेत्र में पड़ने वाले विभिन्न यात्रा मार्गों व पर्यटक स्थलों पर पर्यटकों का आवागमन लगातार बढ़ रहा है। पर्यटक और यात्रियों को कोई परेशानी न हो इसके लिए इन मार्गों और पर्यटक स्थलों पर पुलिस फोर्स तैनात की गई है। जिसके के कारण जिले में ड्यूटी पर आधी फोर्स ही तैनात रह गई है।

एसएसपी ने बताया कि यात्रा मार्गों में स्थित थाना, चौकी के प्रभारियों सहित सम्बन्धित क्षेत्राधिकारी को तीर्थ यात्रियों को पर्यटकों की सुरक्षा एवं यातायात को सुचारू रूप चलाने के निर्देश दिए गए हैं। बताया कि वर्तमान में यात्रा मार्गो और पर्यटक स्थलों पर दो इंस्पेक्टर, 30 सब इंस्पेक्टर, 23 हेड कांस्टेबिल, 229 कांस्टेबल और 21 महिला कांस्टेबल तैनात किए गए हैं। जिले में अब थाना चौकियों में आधी ही फोर्स बची है। 

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