दशकों पुरानी मांगों की घोषणा कर CM धामी ने जीता लोगों का दिल, स्थानीयों को इस तरह मिलेगा फायदा
CM धामी ने केदारनाथ-रुद्रप्रयाग विधानसभा की वर्षों से लंबित मांगों को पूरा करके लोगों का दिल जीत लिया है। सुमाड़ी को नगर पंचायत का दर्जा मिलने बधाणीताल के सौंदर्यीकरण त्रियुगीनारायण-तोषी गरूड़चट्टी मार्ग निर्माण चिरबटिया में आईटीआई भवन निर्माण राजकीय महाविद्यालय विद्यापीठ में बीएससी एमएससी और एमए की कक्षाएं शुरू करने रुद्रप्रयाग में सर्किट हाउस निर्माण बसुकेदार नई तहसील भवन निर्माण सहित कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की गई हैं।
संवाद सहयोगी जागरण, रुद्रप्रयाग। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद की केदारनाथ व रुद्रप्रयाग विधानसभा क्षेत्रों की वर्षों से लंबित विभिन्न मांगों की घोषणाएं कर आम जनता का दिल जीतने में सफल रहे। स्थानीय जनता पिछले दो दशक से भी अधिक समय से इन मांगों को लेकर संघर्षरत थी, लेकिन सरकारी स्तर पर मांग पूरी नही हो पाई।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गत रविवार को अगस्त्यमुनि में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। इस दौरान सीएम ने 25 अहम घोषणाएं की। इसमें सुमाड़ी को नगर पंचायत बनाने की मांग पिछले दो दशक से स्थानीय जनता की ओर से उठाई जा रही थी, राज्य बनने के साथ ही सुमाड़ी को भी नगर पंचायत बनाने की मांग उठाती रही, सुमाड़ी से जुड़ा तिलवाड़ा कस्बा तो नगर पंचायत बन गया, लेकिन सुमाड़ी पर पेंच फंस गया।
अब मुख्यमंत्री धामी ने सुमाड़ी को नगर पंचायत का दर्जा देने से स्थानीय जनता काफी खुशी है। सुमाड़ी निवासी पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष बाचस्पति सेमवाल ने कहा कि सुमाड़ी नगर पंचायत बनाने की कवायद से जनता की वर्षों पुरानी मांग पूरी हुई है, इससे जनता में भारी जोश है।
पर्यटक स्थन बधाणीताल के सौंदर्यीकरण व पर्यटन के रूप में विकसित करने की मांग को लेकर भी स्थानीय बांगर की जनता लंबे समय से संघर्षरत थी, मुख्यमंत्री ने इसे भी अपनी मांग में शामिल किया। इससे बधाणीताल एक धार्मिक पर्यटन के रूप में विकसित हो सकेगा।
त्रियुगीनारायण-तोषी गरूड़चट्टी मार्ग निर्माण की मांग भी लंबे समय से चली आ रही थी, केदारनाथ आपदा वर्ष 2013 के बाद से इस मांग ने जोर पकड़ी लेकिन आज तक पूरी नहीं हुई, अब मुख्यमंत्री ने इसे अपनी घोषणा में शामिल किया है।
चिरबटिया में आईटीआई को बनाया गया लेकिन भवन न होने से यहां अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था इसी को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री ने भवन निर्माण की स्वीकृति प्रदान की। राजकीय महाविद्यालय विद्यापीठ में बीएससी व एमएससी एवं एमए की कक्षाएं संचालित करने की मांग भी जनता लंबे समय से कर रही थी, लेकिन यह मांग भी अब जाकर सीएम धामी ने पूरी की।
रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय के निर्माण से ही वर्ष 1997 से सर्किट हाउस निर्माण की मांग पूरी नहीं हो पाई थी, लगभग 27 वर्ष बाद यह मांग पूरी होगी। केदारनाथ आपदा वर्ष 2013 के बाद बसुकेदार नई तहसील का निर्माण तो किया लेकिन भवन का निर्माण न होने से तहसील किराए के भवन में संचालित हो रही थी, मुख्यमंत्री ने 11 वर्ष बाद भवन निर्माण की स्वीकृति प्रदान की।दिगधार बड़मा में भी वर्ष 2016 से सैनिक स्कूल के निर्माण की मांग चल रही थी, भूमि का चयन भी हो चुका था, समतलीकरण का कार्य भी किया गया, लेकिन मामला लटका हुआ था, अब प्रदेश सरकार ने इस भूमि पर बेटनरी मेडिकल कालेज खोलने की घोषणा की है, जिसका लाभ स्थानीय लोगों को मिल सकेगा।
इसके साथ विभिन्न विद्यालयों का उच्चीकरण सड़क निर्माण आदि भी अपनी घोषणाओं में शामिल किया। इससे जनता में काफी खुशी है। रुद्रप्रयाग के विधायक भरत सिंह चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणाओं से जनता में भारी खुशी है। जनता से जुडी वर्षो पुरानी मांगे पूरी हुई है। जिसका सीधा लाभ आम लोगों को मिलेगा।
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