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केदारनाथ से सभी श्रमिकों और कर्मियों को डीएम ने वापस बुलाया

रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी ने केदारनाथ से सभी श्रमिकों और कर्मियों को वापस बुला लिया है। कहा कि अभी वहां हालात ऐसे नहीं हैं कि पुनर्निर्माण कार्यों को जारी रखा जा सके।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Tue, 29 Jan 2019 10:43 AM (IST)
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केदारनाथ से सभी श्रमिकों और कर्मियों को डीएम ने वापस बुलाया
रुद्रप्रयाग, जेएनएन। बर्फ से पटे केदारानाथ को फिलहाल खाली करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि अभी वहां हालात ऐसे नहीं हैं कि पुनर्निर्माण कार्यों को जारी रखा जा सके। इसलिए मौसम अनुकूल होने तक इंतजार किया जाएगा।

केदारनाथ में लगातार हो रही बर्फबारी के कारण हालात विकट हो गए हैं। दिसंबर तक यहां श्रमिकों समेत चार सौ से ज्यादा लोग पुनर्निर्माण कार्यों में जुटे थे। जनवरी में बर्फबारी की रफ्तार बढऩे से श्रमिक केदारनाथ से गौरीकुंड लौटने लगे। रविवार को जिलाधिकारी ने अगले आदेशों तक पुनर्निर्माण कार्य रोकने के आदेश जारी किए थे। रविवार को 28 श्रमिकों समेत 35 लोग धाम से गौरीकुंड लौटे। सोमवार को भी 22 श्रमिक वहां से लौट आए हैं।

जिलाधिकारी ने बताया कि धाम में आठ फीट से ज्यादा बर्फ एकत्र हो चुकी है। ऐसे में कोई रिस्क नहीं लिया जा सकता।

आने वाले दिनों में भी मौसम में सुधार के संकेत नहीं मिल रहे हैं। धाम में बर्फबारी के आसार बरकरार हैं। उन्होंने बताया कि केदारनाथ में एक सप्ताह से बिजली आपूर्ति भंग है। गौरीकुंड और केदारनाथ के बीच बिजली लाइन क्षतिग्रस्त है और अभी इसके ठीक होने में समय लगेगा। संचार नेटवर्क भी ध्वस्त है। विषम परिस्थितियों के मद्देनजर पुनिर्निर्माण कार्यों में जुटे लोगों को वापस बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि इस दौरान केवल पुलिस के आधा दर्जन जवान केदारनाथ में रहेंगे।

उनके लिए वहां सभी इंतजाम किए गए हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि मौसम ठीक होने के बाद ही निर्माण कार्यों में जुटी टीम को वहां भेजा जाएगा। गौरतलब है कि भारी हिमपात से केदारनाथ में गढ़वाल मंडल विकास निगम के चार हट,  तीन विद्युत पोल और दो ट्रांसफार्मर बर्फ में दब गए हैं। इन दिनों केदारनाथ में शंकराचार्य की समाधि, तीर्थपुरोहितों के भवन और आस्था पथ के निर्माण का कार्य चल रहा है।

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