Chardham yatra: इतिहास में पहली बार आठ लाख यात्री पहुंच चुके केदारनाथ धाम
इतिहास में पहली बार केदारनाथ यात्रा इस बार नित नए रिकॉर्ड बना रही है। मंगलवार को इस वर्ष केदारनाथ पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या आठ लाख का आंकड़ा पार गई।
By Edited By: Updated: Thu, 25 Jul 2019 07:55 PM (IST)
रुद्रप्रयाग, रविंद्र कप्रवान। केदारनाथ यात्रा इस बार नित नए रिकॉर्ड बना रही है। मंगलवार को इस वर्ष केदारनाथ पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या आठ लाख का आंकड़ा पार गई। यह केदारनाथ यात्रा के इतिहास में यात्रियों की सर्वाधिक संख्या है। जबकि, यात्रा सीजन में अभी तीन माह का समय शेष है।
इस बार केदारनाथ धाम के कपाट नौ मई को खोले गए थे और पहले हफ्ते से ही धाम में यात्रियों का सैलाब उमड़ने लगा था। मई के आखिर में तो यात्रियों की संख्या प्रतिदिन 30 हजार के आसपास पहुंच गई थी। यह भी पहली बार हुआ कि एक ही दिन में 36 हजार से अधिक यात्रियों ने बाबा के दर्शन किए। इसके चलते श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति को दर्शनों का समय बढ़ाना पड़ा। नौबत यहां तक आ गई कि पूरी रात मंदिर को दर्शनों के लिए खुला रखना पड़ा। मानसून आने के बाद हालांकि यात्रा की रफ्तार धीमी पड़ी, लेकिन सावन शुरू होते ही फिर यात्रियों की आमद बढऩे लगी है। यही वजह है कि 23 जुलाई तक आठ लाख एक हजार 640 यात्री बाबा केदार के दर्शन कर चुके थे। अभी यात्रा में लगभग तीन महीने का वक्त शेष है, लिहाजा उम्मीद की जा रही है कि इस बार यात्रियों की संख्या दस लाख का आंकड़ा पार कर जाएगी।
आपदा से पूर्व 2012 में 5.72 लाख यात्री पहुंचे थे केदारनाथवर्ष 2013 की केदारनाथ आपदा से पहले के आंकड़ों पर गौर करें तो पूरे सीजन में छह लाख से अधिक यात्री कभी केदारनाथ नहीं पहुंचे। मंदिर समिति के कार्याधिकारी एनपी जमलोकी बताते हैं कि वर्ष 2011 व 2012 में भी यह आंकड़ा 5.70 लाख व 5.72 लाख ही रहा। जबकि, वर्ष 2018 में 7.32 लाख यात्रियों ने बाबा के दर्शन किए, जो कि यात्रियों की सर्वाधिक संख्या थी। लेकिन, इस वर्ष की यात्रा ने पुराने सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए।
बीते दस वर्षों में केदारनाथ पहुंचे यात्री
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।- वर्ष---------------------यात्रियों की संख्या
- 2019----------801640 (23 जुलाई तक)
- 2018----------732241
- 2017----------471235
- 2016----------309746
- 2015----------154430
- 2014----------40832
- 2013----------312201
- 2012----------572513
- 2011----------570081
- 2010----------399697