Kedarnath Dham पहुंच रहे विदेशी यात्री...जापान और नेपाल से आए युवाओं ने कहा- 'यहां आकर सच हुआ सपना'
Kedarnath Dham Yatra 2024 केदारनाथ धाम में दर्शनों को प्रतिदिन हजारों की संख्या में यात्री पहुंच रहे हैं। इनमें विदेशी यात्रियों की संख्या भी अच्छी-खासी है। केदारनाथ धाम में दर्शनों को पहुंचे जापान के रहने वाले उका मोटो कहते हैं कि वे गुरुग्राम में आटोमोटिव कंपनी के लिए काम करते हैं। उनकी बहुत समय से केदारनाथ धाम के दर्शनों की इच्छा थी।
संवाद सहयोगी, जागरण, रुद्रप्रयाग: Kedarnath Dham Yatra 2024: केदारनाथ धाम में दर्शनों को प्रतिदिन हजारों की संख्या में यात्री पहुंच रहे हैं। इनमें विदेशी यात्रियों की संख्या भी अच्छी-खासी है। एक ओर जहां बाबा केदार के दर्शन कर वह खुद को अभिभूत महसूस कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर पैदल मार्ग और केदारनाथ धाम में व्यवस्थाओं को देख काफी प्रभावित हैं।
यात्रियों के लिए जरूरी सुविधाओं के साथ ही पैदल मार्ग पर चलाया जा रहा स्वच्छता अभियान, स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं, यात्रियों को पैदल मार्ग पर मिल रहा गर्म पानी आदि व्यवस्थाएं देख वह काफी प्रभावित हो रहे हैं।
केदारनाथ धाम एक बहुत ही पवित्र स्थल
केदारनाथ धाम में दर्शनों को पहुंचे जापान के रहने वाले उका मोटो कहते हैं कि वे गुरुग्राम में आटोमोटिव कंपनी के लिए काम करते हैं। उनकी केदारनाथ धाम के दर्शनों की इच्छा थी और इसी को लेकर वह सड़क मार्ग से केदारनाथ धाम पहुंचे। उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम एक बहुत ही पवित्र स्थल है और यहां प्रशासन की ओर से बेहतर व्यवस्था की गई हैं।वहीं नेपाल से आए युवाओं के दल ने बताया कि वे गौरीकुंड से ट्रेक करके यहां तक पहुंचे और धाम में पहुंचकर बहुत अच्छा लग रहा है। युवा सुमन रावत ने कहा कि वे लंबे समय से यहां आने की सोच रहे थे और आज यहां आकर सपने के सच होने जैसा लग रहा है। यहां पर सरकार और जिला प्रशासन की ओर से बहुत अच्छी व्यवस्थाएं की गईं हैं।
पीआरडी जवान जीत रहे यात्रियों का दिल
रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम के यात्रा मार्ग पर तैनात पीआरडी जवान देश-विदेश से आ रहे यात्रियों की मदद कर उनका दिल जीत रहे हैं। कठिन परिस्थितियों के बीच पीआरडी जवान श्रद्धालुओं की सेवा व रेस्क्यू तक की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभा रहे हैं। म्यूल टास्क फोर्स के तहत घोड़े-खच्चरों के मानक अनुसार संचालन का कार्य भी देख रहे हैं। केदारनाथ धाम तक पैदल यात्रा मार्ग को सात पड़ाव में बांटा गया है।हर पड़ाव पर समान्य ड्यूटी के लिए पीआरडी के छह और रेस्क्यू एवं अन्य कार्यों के लिए डीडीआरएफ के छह जवान तैनात हैं। मुख्य विकास अधिकारी जीएस खाती ने बताया कि गत वर्षों की तुलना में दोगुने पीआरडी जवानों की ड्यूटी यात्रा में लगाई गई है।पिछले साल यात्रा के दौरान जहां 50 के आसपास ही पीआरडी जवान यात्रा मैनेजमेंट का हिस्सा थे, वहीं इस वर्ष 90 से 95 जवानों को यात्रा मैनेजमेंट में लगाया गया है। इससे जवानों की ड्यूटी रोटेशन में लगाई जा रही है, ताकि ड्यूटी के दौरान उन्हें आराम मिल सके। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवाड ने बताया कि गौरीकुंड से सभी जवानों के लिए सूखे राशन सहित अन्य अनिवार्य सामान लगातार उपलब्ध कराया जा रहा है।
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