केदारनाथ में बनेगा हाट बाजार, यात्रियों को मिलेंगे स्थानीय उत्पाद
केदारनाथ में एमआइ-26 के हेलीपैड के पास की जमीन पर हाट बाजार का निर्माण किया जाएगा। यहां पर पचास दुकानें तैयार की जाएंगी। इसमें स्थानीय उत्पाद की बिक्री की जाएगी।
रुद्रप्रयाग, [जेएनएन]: केदारनाथ में एमआइ-26 के हेलीपैड के पास की जमीन पर हाट बाजार का निर्माण किया जाएगा। यहां पर पचास दुकानें तैयार की जाएंगी। इसमें स्थानीय उत्पाद की बिक्री की जाएगी। केदारनाथ में प्रभावित लोगों को प्राथमिकता के तौर दुकानें आवंटित की जाएंगी।
जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि केदारनाथ में पहली बार हाट बाजार लगाया जाएगा। इसके लिए पचास दुकानें बनाई जाएंगी। इसके साथ ही उन्होंने जल संस्थान के अधिशासी अभियंता को निर्देशित किया कि जल्द से जल्द केदारनाथ में पानी की व्यवस्था जुटा ली जाए।
विभिन्न विभागीय अधिकारियों के साथ हुई बैठक में अधिशासी अभियंता ने बताया कि 20 अप्रैल तक पानी की व्यवस्था सुचारु कर दी जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि तीन दिन के भीतर निर्माण कार्य में लगे सभी मजदूरों का भुगतान कर दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि पत्थर बनाने के लिए राजस्थान से चालीस मजदूर और केदारनाथ आएंगे। ताकि जल्द से जल्द निर्माण कार्य को पूरा किया जा सके। उन्होंने बताया कि धाम में 966 जीओ क्रियान्वयन हो गए है और किसी भी काम के लिए वर्क आर्डर कर काम करवा सकते हैं।
कहा कि धाम में रेन शेड का निर्माण जल्द से जल्द किया जाए, जिसमें एक हजार लोगों के ठहरने की व्यवस्था हो। बताया कि दस अप्रैल से केदारनाथ में नगर पंचायत की ओर से सफाई अभियान चलाया जाएगा। जिलाधिकारी ने एमआई-26 हेलीपैड से मंदिर तक मार्ग सौंदर्यीकरण के लिए रास्ते के दोनों छोर पर गमले लगाने के निर्देश डीडीएमए को दिए। साथ ही कहा कि जितने भी भवन हैं उनकी खिडकी और दरवाजों पर एक ही कलर का पेंट लगाया जाए, ताकि उससे वह आकर्षित दिखें।
इस दौरान निम के अधिकारियों ने बताया कि अभी तक धाम में 34 घर तैयार कर दिए हैं और अन्य का निर्माण प्रगति पर है। जिंदल ग्रुप के वास्तुविद महेश को केदारनाथ धाम के सौंदर्यीकरण पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। साथ ही एसडीएम ऊखीमठ को निर्माण कार्य दो शिफ्ट में करवाने के निर्देश दिए।
इस मौके पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सरोज नैथानी, एसडीएम उखीमठ गोपाल चौहान, एई डीडीएमए एलएम बेंजवाल, अधिशासी अभियंता जल संस्थान संजय सिंह सहित निम, सिंचाई विभाग, विद्युत, जिंदल ग्रुप और लोनिवि के अधिकारी मौजूद थे।
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