स्थानीय उत्पादों से महकेगा केदारनाथ हाट बाजार
केदारनाथ में हाट बाजार स्थानीय उत्पादों से महकेगा। अब पर्यटक यहां तैयार हो रहे हाट बाजार में स्थानीय उत्पादों की खरीदारी कर सकेंगे।
By Raksha PanthariEdited By: Updated: Sat, 29 Sep 2018 09:15 PM (IST)
रुद्रप्रयाग, [बृजेश भट्ट]: आने वाले यात्रा सीजन में देश-दुनिया से केदारनाथ दर्शनों को आने वाले यात्री और पर्यटक यहां तैयार हो रहे हाट बाजार में स्थानीय उत्पादों की खरीदारी कर सकेंगे। इसके अलावा यह बाजार उन्हें पहाड़ी वास्तुकला के भी दर्शन कराएगा। फिलहाल केदारपुरी में बायोमीट्रिक सेंटर के पास 50 दुकानें बनकर तैयार हो चुकी हैं। आवश्यकता पड़ी तो यात्रा से पूर्व और दुकानें भी तैयार की जाएंगी।
पहाड़ी वास्तुकला और संस्कृति के साथ ही स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रशासन ने केदारपुरी में हाट बाजार तैयार किया है। इसमें 33 दुकानों का स्थानीय व्यापारियों को आवंटन कर दिया गया है। अन्य दुकानें भी जल्द आवंटित कर दी जाएंगी। इन दुकानों में स्थानीय वास्तुकला से निर्मित वस्तुओं के साथ ही स्थानीय उत्पादों की बिक्री की जाएगी। रुद्रप्रयाग जिले के ग्रामीण अंचल में लोग आज भी वास्तुकला के जरिए अपने आजीविका चलाते हैं। लेकिन, प्रचार-प्रसार व सरकारी स्तर से सहयोग न मिल पाने के कारण उनके उत्पाद बाजार तक नहीं पहुंच पाए। इसी चिंता ने जिला प्रशासन को सोचने के लिए मजबूर किया और केदारपुरी में हाट बाजार की नींव पड़ी।
जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि प्रशासन की मंशा केदारनाथ दर्शनों को आने वाले देशी-विदेशी यात्रियों को पहाड़ की संस्कृति एवं स्थानीय वास्तु शिल्प से परिचित कराना है। इससे केदारघाटी में पैदा होने वाले उत्पादों को भी बाजार मिलेगा। इस पहल से जहां स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, वहीं लोग खेती करने के लिए भी प्रेरित होंगे।
हाट बाजार से होने वाले लाभ
-स्थानीय स्तर पर रोजगार को बढ़ावा मिलेगा।
-यात्रा के दौरान बड़ा स्थानीय काश्तकारों को मिलेगा बड़ा बाजार।
-यात्रियों के माध्यम से पहाड़ की संस्कृति एवं परंपराओं का होगा प्रसार। यह भी पढ़ें: भारत-चीन युद्ध में खाली हुआ उत्तराखंड का यह गांव बनेगा पर्यटन हब
यह भी पढ़ें: होम स्टे' पर सिस्टम की सुस्त चाल, अभी तक सिर्फ 335 पंजीकरणयह भी पढ़ें: खराब मौसम ट्रैकर्स की राह में बन रहा बाधा, फिर भी हौसला बरकरार
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।