Kedarnath By Election Result: शुरुआत से ही भाजपा बनाए रही बढ़त, लेकिन निर्दलीय प्रत्याशी त्रिभुवन ने मुकाबला बनाया रोचक
पहले राउंड में भाजपा को 213 मतों की बढ़त मिली। दूसरे राउंड में भाजपा ने 735 वोट की बढ़त बनाई। तीसरे राउंड में भाजपा 1365 चौथे राउंड में 1853 पांचवें राउंड में 2066 छठे राउंड में 2861 सातवें राउंड में 2468 आठवें राउंड में 3063 नौवें राउंड में 3267 दसवें राउंड में 4076 11वें राउंड में 4175 12वें राउंड में 4891 13वें राउंड में 5099 मतों से आगे रही।
संवाद सहयोगी, जागरण, रुद्रप्रयाग। Kedarnath By Election Result: केदारनाथ उपचुनाव में मतगणना के पहले राउंड से भाजपा ने बढ़त बनाना शुरू कर दिया था। पहले राउंड में भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल को 1,398 मत मिले, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत को 915 एवं निर्दलीय प्रत्याशी त्रिभुवन को 1,185 मत प्राप्त हुए। पहले राउंड में भाजपा को 213 मतों की बढ़त मिली। इसके बार दूसरे राउंड में भाजपा को 1,888, कांग्रेस को 1,366 एवं निर्दलीय को 8,52 मत प्राप्त हुए।
दूसरे राउंड में भाजपा ने 735 वोट की बढ़त बनाई। तीसरे राउंड में भाजपा 1,365, चौथे राउंड में 1,853, पांचवें राउंड में 2,066, छठे राउंड में 2,861, सातवें राउंड में 2,468, आठवें राउंड में 3,063, नौवें राउंड में 3,267, दसवें राउंड में 4,076, 11वें राउंड में 4,175, 12वें राउंड में 4,891, 13वें राउंड में 5,099 मतों से आगे रही। पोस्टल बैलेट सहित भाजपा 5,622 मतों से आगे रही। मतगणना के छह राउंड तक निर्दलीय प्रत्याशी त्रिभुवन सिंह दूसरे नंबर पर थे, जबकि कांग्रेस तीसरे नंबर पर थी।
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इसके बाद सातवें राउंड से कांग्रेस बढ़त बनाते हुए दूसरे नंबर पर काबिज हुई। केदारनाथ उपचुनाव के लिए पोस्टल बैलेट समेत कुल 54,429 मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया। पोस्टल बैलेट के वोट की स्थिति पार्टी , वोट भाजपा, 684 कांग्रेस, 161 त्रिभुवन सिंह, 45 यूकेडी, 13 आरपी सिंह, 07 प्रदीप रोशन, 06 कुल वोट, 1190 रद हुए वोट, 262 नोटा, 12 कुल पोस्टल वोट 916
निर्दलीय प्रत्याशी ने जीत का अंतर किया कम
रुद्रप्रयाग: केदारनाथ उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी त्रिभुवन सिंह चौहान ने मुकाबले को रोचक बना दिया। मतगणना के हर राउंड में उन्हें मिले वोटों ने भाजपा-कांग्रेस प्रत्याशियों के साथ ही लोगों की भी धड़कनें बढ़ा रहा था। त्रिभुवन चौहान भाजपा व कांग्रेस की रणनीति में सेंधमारी करने में भी सफल रहे। हालांकि वह जीत से काफी दूर रहे, लेकिन चुनाव में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराकर उन्होंने भविष्य के लिए संकेत दे दिए हैं।भाजपा जहां अपनी बड़ी जीत को लेकर आश्वस्त थी, वहीं निर्दलीय प्रत्याशी के प्रदर्शन ने जीत का अंतर काफी कम कर दिया। कांग्रेस भी भाजपा से नाराज चल रहे वोटरों को एकजुट कर जीत का गणित लगा रही थी, लेकिन सफल नहीं हो सकी। चुनाव के दौरान क्षेत्रवाद व जातिवाद को लेकर इंटरनेट मीडिया पर किए जा रहे पोस्ट को भी वोटरों ने नकार दिया।
प्रदेश के साथ ही पूरे देश की निगाहें केदारनाथ उपचुनाव पर थीं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का इस क्षेत्र से काफी लगाव है, जिससे यह सीट भाजपा के लिए भी काफी महत्वपूर्ण हो गई थी। कांग्रेस भी इस सीट पर जीत दर्ज कर भाजपा के सनातनी समर्थन होने पर सवाल खड़े करना चाहती थी। शुरुआत में मुकाबला भाजपा व कांग्रेस में ही माना जा रहा था और निर्दलीय प्रत्याशियों को काफी कम करके आंका जा रहा था, लेकिन जैसे-जैसे चुनाव परिणाम सामने आते रहे उसने सभी को चौंका दिया।
यह भी पढ़ें- Kedarnath Bypoll Result: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का बड़ा आरोप, 'बीजेपी ने पैसा, शराब, पुलिस जिहाद के बल पर चुनाव जीता'केदारघाटी के लोग केदारनाथ यात्रा को लेकर कांग्रेस द्वारा भाजपा सरकार पर लगाए आरोपों पर काफी नाराज थी, इसका अहसास भाजपा को भी था। इन्हीं वोटरों को अपने पक्ष में करके कांग्रेस जीत का गणित लगा रही थी, वहीं भाजपा ने नाराज वोटरों को मनाने के लिए चुनाव के दौरान तमाम प्रयास किए और उम्मीद पाल रही थी कि केदारघाटी के लोगों की नाराजगी दूर कर ली है, लेकिन भाजपा नाराज वोटरों को नहीं मना पाई। यही कारण रहा कि भाजपा अपनी जीत 10 हजार से अधिक मतों से मान रही थी, लेकिन जीत छह हजार के आस-पास ही हो पाई।
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