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आखिर क्‍यों? Kedarnath Dham के कपाट खुलने के एक दिन बाद शुरू होती है बाबा केदार की आरती व नित्य पूजा, पीछे है यह कारण

Kedarnath Dham Yatra 2024 चारधाम यात्रा का श्री गणेश होते ही धामों और विभिन्न पड़ाव पर रौनक लौट आई। वहीं शुक्रवार तक केदारनाथ मंदिर में भक्त मात्र दर्शन कर सके लेकिन नित्य होने वाली पूजाएं-आरती दर्शन नहीं कर सके। 11 मई यानी शनिवार को पौराणिक रीति-रिवाज एवं विधि विधान के साथ भैरवनाथ मंदिर के कपाट खोले जाएंगे। जिसके बाद ही केदारनाथ मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना भोग नित्य आरती शुरू होंगी।

By Brijesh bhatt Edited By: Nirmala Bohra Updated: Sat, 11 May 2024 12:33 PM (IST)
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Kedarnath Dham Yatra 2024: भैरवनाथ मंदिर के कपाट खुलने के बाद ही केदारनाथ आरती शुरू होने की है परम्परा
संवाद सहयोगी, जागरण रुद्रप्रयाग: Kedarnath Dham Yatra 2024: केदारनाथ भगवान के रक्षक के रूप में पूजे जाने वाले भैरवनाथ के कपाट शनिवार को भक्तों के लिए खोल दिए गए। परंपरा के अनुसार भैरवनाथ के कपाट खुलने के बाद बाद ही केदारनाथ में मंदिर नित पूजाएं शुरू होंगी। अब शुक्रवार को भक्तजन मंदिर में मात्र दर्शन कर सके।

केदारनाथ मंदिर की पुरानी परंपराओं के अनुसार भैरवनाथ के कपाट खुलने के बाद ही केदारनाथ मंदिर में नित पूजाएं व भोग लगाया जाता है। केदारनाथ के कपाट खुलने के पश्चात पहले आने वाले मंगलवार व शनिवार को ही भैरवनाथ के कपाट खोलने की परंपरा है।

भगवान केदार के रक्षक के रूप में माने जाते हैं भैरवनाथ

केदारनाथ में भैरवनाथ को भगवान केदार के रक्षक के रूप में माने जाते हैं। केदारनाथ मंदिर से पांच सौ मीटर दूरी पर पहाड़ी पर स्थित भैरवनाथ का मंदिर हैं। 11 मई यानी शनिवार को पौराणिक रीति-रिवाज एवं विधि विधान के साथ भैरवनाथ मंदिर के कपाट खोल दिए गए। जिसके बाद ही केदारनाथ मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना, भोग नित्य आरती शुरू होंगी।

शुकवार तक केदारनाथ मंदिर में भक्त मात्र दर्शन कर सके, लेकिन नित्य होने वाली पूजाएं एवं आरती दर्शन नहीं कर सके। भैरवनाथ मंदिर के पुजारी अरविंद शुक्ला ने बताया कि शनिवार को पूरी विधि विधान एवं वैदिक मंत्रोचारण के साथ भैरवनाथ मंदिर के कपाट खोले गए। जिसके बाद ही शनिवार रात्रि से केदारनाथ मंदिर में सुबह-शाम की नित्य आरती शुरू होगी।

यात्रा पैकेज, चारधाम को लेकर यात्रियों में बड़ा उत्साह

चारधाम यात्रा का श्री गणेश होते ही धामों और विभिन्न पड़ाव पर रौनक लौट आई। शुक्रवार को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं।

मैदानों से पहाड़ों में आए तीर्थयात्री यहां की प्राकृतिक सुंदरता को देखकर काफी उत्साहित हैं। मौसम ने भी शुक्रवार को तीर्थ यात्रियों, स्थानीय श्रद्धालुओं व तीर्थ पुरोहितों का भरपूर साथ दिया है। इस बार चारधाम यात्रा व्यवसायियों को भी यात्रा से बड़ी उम्मीद है।

वर्ष 2002 से गंगोत्री और चारधाम यात्रा पर आ रहा हूं। 2014 से हर बार कपाट उद्घाटन पर गंगोत्री आता हूं। यहां काफी अच्छा मौसम है, अन्य तीर्थ यात्रियों में काफी उत्साह है। -कृष्ण कुमार गुरुग्राम

हरियाणा ऋषिकेश से उत्तरकाशी तक मार्ग अच्छा है। जब गंगोत्री धाम में आए तो मन बड़ा खुश हुआ है। यहां की सुंदर वादियों को देखने के लिए हर बार आने का मन करता है। -मनीष कुमार बहादुरगढ़ हरियाणा

हम चार दोस्त गंगोत्री धाम की यात्रा पर आए हैं। मौसम काफी अच्छा है। पहले भी गंगोत्री आए हैं। फिर डेढ़ माह बाद फिर गंगोत्री आना है। मां गंगा के किनारे बड़ी आत्मिक शांति मिलती है। गंगोत्री धाम में अब यहां व्यवस्थाएं काफी अच्छी हो गई हैं। - नरेंद्र राणा, जौलीग्रांट देहरादून

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