Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Kedarnath Dham: धीरे-धीरे पटरी पर लौटती नजर आ रही यात्रा, बुधवार को रवाना हुए 800 यात्री

Kedarnath Dham केदारनाथ पैदल मार्ग पर आई आपदा के बाद स्थिति सामान्य एवं पैदल मार्ग ठीक होने के बाद केदारनाथ पैदल जाने वाले यात्रियों की संख्या में इजाफा होने लगा है। बुधवार को सोनप्रयाग से 800 तीर्थयात्री केदारनाथ के लिए रवाना हुए। मंगलवार को 300 यात्री भेजे गए थे। बता दें कि दोपहर 12 बजे तक केदारनाथ जाने की अनुमति दी गई। रात में किसी को अनुमति नहीं है।

By Brijesh bhatt Edited By: Nirmala Bohra Updated: Wed, 28 Aug 2024 03:46 PM (IST)
Hero Image
Kedarnath Dham: यात्रियों की संख्या में इजाफा होने लगा है। फाइल फोटो

संवाद सहयोगी, जागरण रुद्रप्रयाग। Kedarnath Dham: मौसम ठीक होने के बाद बुधवार को सोनप्रयाग से 800 तीर्थयात्री केदारनाथ के लिए रवाना हुए। जबकि गत मंगलवार को करीब 300 यात्री केदानाथ भेजे गए थे।

यात्रियों की संख्या में इजाफा होने से अब धीरे-धीरे केदारनाथ यात्रा पटरी पर लौटती नजर आ रही है। हालांकि अभी यात्रियों को पैदल मार्ग पर तमाम दिक्कतें झेलनी पड़ सकती है।

रात्रि में यात्रियों को यात्रा पर जाने की अनुमति नहीं

केदारनाथ पैदल मार्ग पर आई आपदा के बाद स्थिति सामान्य एवं पैदल मार्ग ठीक होने के बाद केदारनाथ पैदल जाने वाले यात्रियों की संख्या में इजाफा होने लगा है। बुधवार को सोनप्रयाग लगभग 800 यात्रियों को प्रशासन की अनुमति के बाद केदारनाथ जाने दिया गया।

यह भी पढ़ें- Uttarakhand Weather: धीमा पड़ा बारिश का सिलसिला, आज देहरादून सहित आठ जिलों में पड़ सकती हैं तेज बौछारें

हालांकि प्रशासन मौसम खराब होने की स्थिति में यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए उन्हें सुरक्षित स्थानों पर रोक सकता है। ताकि यात्रियों की बेहतर सुरक्षा की जा सके।

रात्रि में यात्रियों को यात्रा पर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। यात्रियों की पैदल मार्ग पर आवाजाही को देखते हुए गौरीकुंड में भी दुकानें खुलने लगी है। हालांकि अभी पैदल मार्ग दुकानें खुलने में समय लगेगा।

यह भी पढ़ें- हरिद्वार में शर्मनाक करतूत: पूजा के बहाने नौ साल की बच्‍ची को घर ले गया दरिंदा, की गंदी हरकत

अब उम्मीद जताई जा रही है कि सितम्बर माह के प्रथम सप्ताह से पैदल यात्रा पर यात्रियों की और भी अधिक आवाजाही हो सकती है।

उप जिलाधिकारी ऊखीमठ अनिल कुमार शुक्ला ने बताया कि दोपहर 12 बजे तक यात्रियों की केदारनाथ जाने की अनुमति दी गई। जबकि रात में चलने की किसी को भी अनुमति नहीं है। उन्होंने बताया कि बुधवार को लगभग 800 यात्री सोनप्रयाग से केदारनाथ भेजा गया है।