Kedarnath Dham: कड़ाके की ठंड में भी जारी है पुनर्निर्माण कार्य, पीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा करने में लगे 300 मजदूर
Kedarnath Dham वर्ष 2013 की केदारनाथ आपदा के बाद से केदारपुरी में पुनर्निर्माण कार्य शीतकाल में भी तेजी से चल रहे हैं। धाम में शीतकाल के समय भी मजदूर कार्य में जुटे रहते हैं। केदारनाथ में लगातार तापमान नीचे लुढ़क रहा है। कड़ाके की ठंड में तमाम परेशानियों से मजदूर जूझ रहे हैं पीने का पानी नलों में जम चुका है बर्फ पिघलाकर पानी पी रहे हैं।
By Brijesh bhattEdited By: Swati SinghUpdated: Tue, 28 Nov 2023 01:12 PM (IST)
बृजेश भट्ट, रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड में मौसम बदल गया है। पहाड़ की चोटियों के साथ-साथ अब मैदानी इलाकों में भी बर्फबारी का असर दिखने लगा है। केदारनाथ में बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है। हाड़ कंपा देने वाली ठंड माइनस 10 डिग्री तापमान में भी केदारनाथ धाम में तीन सौ से अधिक मजदूर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत पुनर्निर्माण कार्य में जुटे हैं।
वर्ष 2013 की केदारनाथ आपदा के बाद से केदारपुरी में पुनर्निर्माण कार्य शीतकाल में भी तेजी से चल रहे हैं। धाम में शीतकाल के समय भी मजदूर कार्य में जुटे रहते हैं। केदारनाथ में लगातार तापमान नीचे लुढ़क रहा है। कड़ाके की ठंड में तमाम परेशानियों से मजदूर जूझ रहे हैं, पीने का पानी नलों में जम चुका है, बर्फ पिघलाकर पानी पी रहे हैं। हालांकि अभी बर्फबारी नहीं हुई है, लेकिन रास्तों में पाले की परत पर चलना व काम करना काफी मुश्किल हो रहा है। केदारनाथ धाम में इन दिनों हाड़ कंपा देने वाली ठंड हो रही है।
समुद्रतल से 11,700 फिट की ऊंचाई पर है केदारनाथ धाम
केदारनाथ में न्यूनतम तापमान मध्य रात्रि व सुबह के समय रहता है, जबकि अधिकतम तापमान दोपहर के समय होता है। धूप खिलने पर दस से 12 डिग्री तक तापमान पहुंच रहा है, जबकि न्यूनतम दस डिग्री है। अधिक ठंड होने से सीमेंट के कार्य लगभग बंद कर दिए हैं। केदारनाथ धाम समुद्रतल से 11,700 फिट की ऊंचाई पर स्थित है।पुनर्निर्माण कार्य में लगे हैं मजदूर
केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्य में जुटे मजदूरों का जोश कड़ाके की ठंड भी नहीं डिगा पा रही है। ठंड होने के बावजूद यहां की जीवन चर्या पूरी तरह बदल जाती है। पहले अपना शरीर को बर्फ के अनुकूल ढालना और फिर कार्य करना। बर्फबारी होने पर कोई नुकसान न पहुंचे, इसके लिए पूरी रात भर सतर्क रहना पड़ता है।
पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में है शामिल
केदारनाथ में इन दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डीएम प्रोजेक्ट में शामिल द्वितीय चरण के पुनर्निर्माण कार्य चल रहे हैं। इसमें चिकित्सालय भवन, तीर्थ पुरोहितों के घर, पुलिस चौकी, बाढ़ सुरक्षा कार्य, बदरीकेदार मंदिर समिति के भवन आदि कार्य चल रहे हैं। आने वाला दिसंबर का महीना मजदूरों के लिए और अधिक कठिन परीक्षा लेगा, क्यों कि दिसंबर में बर्फबारी के बाद तापमान माइनस 15 से बीस डिग्री नीचे पहुंच जाता है। इस दौरान पुनर्निर्माण कार्य करना काफी कठिन हो जाता है।यह भी पढ़ें: Chamoli News: जोशीमठ के नृसिंह समेत इन मंदिरों में शीतकालीन पूजाएं शुरू, स्थानीय नागरिक व कुछ पर्यटकों ने बढ़ाई रौनककेदारनाथ धाम में जब तक बर्फ नहीं जम जाती, तब तक कार्य गति से चलते रहेंगे। दिसंबर अंतिम सप्ताह व ठंड बढ़ने पर केदारनाथ में सात से आठ फीट बर्फ जम जाती है। इसके बाद केदारनाथ में निर्माण कार्य करना संभव नहीं हो पाता है, ऐसे में मजदूर वापस लौट जाते हैं।
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