केदारनाथ पैदल मार्ग के चौड़ीकरण का कार्य हुआ पूर्ण, इतने मीटर हुआ चौड़ा
केदारनाथ पैदल मार्ग भीमबली से केदारनाथ तक 5.20 मीटर चौड़ा कर दिया गया है। साथ ही पूरे मार्ग पर सुरक्षा रेलिंग भी लगा दी गई हैं।
By Edited By: Updated: Sat, 25 Aug 2018 09:26 AM (IST)
रुद्रप्रयाग, [बृजेश भट्ट]: प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल केदारनाथ पैदल मार्ग के चौड़ीकरण का कार्य पूर्ण हो गया है। भीमबली से केदारनाथ तक यह मार्ग 5.20 मीटर चौड़ा कर दिया गया है। साथ ही पूरे मार्ग पर सुरक्षा रेलिंग भी लगा दी गई हैं। इससे अब यात्रा के पीक सीजन में अब घोड़ा-खच्चर के साथ आम यात्रियों को एक साथ आवाजाही में दिक्कत नहीं होगी।
जून 2013 की केदारनाथ आपदा में भीमबली से केदारनाथ तक सात किमी पैदल मार्ग पूरी तरह तबाह हो गया था। तब सरकार ने भीमबली से ठीक दूसरी ओर की पहाड़ी पर केदारनाथ तक आठ किमी लंबे नए पैदल मार्ग का निर्माण किया। शुरुआत में इस मार्ग पर अस्थायी रूप से केदारनाथ यात्रा शुरू कराई गई और फिर धीरे-धीरे इसे घोड़ा-खच्चरों के चलने लायक बनाया गया। लेकिन, यह मार्ग कई स्थानों पर काफी खतरनाक था। अधिकांश स्थानों पर इसकी चौड़ाई दो से ढाई मीटर ही थी। कई मोड़ों पर तो यह महज दो मीटर ही चौड़ा था। यही नहीं, मार्ग पर सुरक्षा रेलिंग भी नहीं थी। ऐसे में घोड़ा-खच्चर और आम यात्रियों को एक साथ चलने में खासी दिक्कत होती थी। इसी को देखते हुए भीमबली से केदारनाथ तक अप्रैल 2018 में पैदल मार्ग के चौड़ीकरण का कार्य शुरू हुआ। यह जिम्मेदारी जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की लोक निर्माण विभाग शाखा को सौंपी गई थी।
अब जबकि मार्ग के चौड़ीकरण का कार्य पूर्ण हो चुका है, सो यात्रियों की भीड़ बढ़ने पर भी आवाजाही में कोई दिक्कत नहीं होगी। मार्ग पर रेलिंग लगने से यात्रियों को दुर्घटना का खतरा भी नहीं रहेगा। विदित हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते वर्ष 20 अक्टूबर को कपाट बंद होने के मौके पर केदारनाथ पैदल मार्ग के चौड़ीकरण की घोषणा भी की थी। मार्ग के चौड़ीकरण का कार्य पूरा होने से प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है। इसी माह शुरू होगा शंकराचार्य की समाधि का निर्माण कार्य
केदारनाथ में मंदिर के पास आद्य शंकराचार्य की समाधि भी आपदा की भेंट चढ़ गई थी। इसी स्थान पर अब समाधि का पुनर्निर्माण किया जा रहा है। जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि मंदिर के पीछे समतलीकरण का कार्य काफी हद तक पूरा हो चुका है और इसी माह समाधि पर भी कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी भी जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को सौंपी गई है। यह भी पढ़ें: केदारनाथ में रक्षाबंधन की पूर्व रात्रि होंगे अन्नकूट दर्शन, तैयारियां शुरू
यह भी पढ़ें: पहाड़ी शैली के पत्थर केदारनाथ धाम की सुंदरता पर लगाएंगे चार चांद
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।