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Kedarnath Yatra 2024: रखा जाएगा श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य का खास ध्यान, पैदल मार्ग पर बनाए 13 स्वास्थ्य केंद्र; 15 एंबुलेंस तैनात

Kedarnath Yatra 2024 केदारनाथ धाम में तीर्थ यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराना सबसे बड़ी चुनौती है। समुद्रतल से 11657 फीट ऊंचाई पर स्थित केदारनाथ धाम में अचानक तबीयत बिगड़ने और समय पर उपचार न मिलने से कई तीर्थ यात्रियों को जान गंवानी पड़ती है। इस बार रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड के बीच 15 एंबुलेंस तैनात करने का निर्णय लिया है।

By Brijesh bhatt Edited By: Nirmala Bohra Updated: Sun, 05 May 2024 11:53 AM (IST)
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Kedarnath Yatra 2024: केदारनाथ यात्रा में श्रद्धालुओं को बेहत्तर स्वास्थ्य सुवाएं उपलब्ध कराएगा प्रशासन
बृजेश भट्ट, जागरण रुद्रप्रयाग: Kedarnath Yatra 2024: केदारनाथ धाम में तीर्थ यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराना सबसे बड़ी चुनौती है। यहां विकट भूगोल के कारण आक्सीजन की कमी रहती है, जिससे तीर्थ यात्रियों की जान पर तक बन आती है।

हालांकि, बीते वर्षों में केदारनाथ धाम समेत पैदल मार्ग पर स्वास्थ्य सुविधाओं में काफी सुधार हुआ है, लेकिन जिस अनुपात में तीर्थ यात्रियों की संख्या बढ़ रही है, उस हिसाब से व्यवस्थाएं कम पड़ जाती हैं। इसी को देखते हुए प्रशासन ने इस बार रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड के बीच 15 एंबुलेंस तैनात करने का निर्णय लिया है। इसके अलावा 12 अतिरिक्त चिकित्सक व उनका स्टाफ भी तैनात रहेगा।

दस चिकित्सक पहले से ही तैनात

गौरीकुंड, फाटा आदि पड़ावों पर दस चिकित्सक पहले से ही तैनात हैं। समुद्रतल से 11,657 फीट ऊंचाई पर स्थित केदारनाथ धाम में अचानक तबीयत बिगड़ने और समय पर उपचार न मिलने से कई तीर्थ यात्रियों को जान गंवानी पड़ती है। यहां आक्सीजन का लेबल काफी कम है और अत्याधिक ठंड लगने पर हृदयाघात व हाइपोथर्मिया का खतरा रहता है।

लिहाजा इस बार पूरे यात्रा मार्ग पर 12 अतिरिक्त चिकित्सक तैनात रहेंगे। इसके अलावा जिला चिकित्यालय गोपेश्वर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अगस्त्यमुनि समेत अन्य केंद्रों पर भी अतिरिक्त चिकित्सकों की तैनाती की जाएगी। केदारनाथ पैदल मार्ग पर भी अक्सर मौसम बदलने और वर्षा में भीगने से तीर्थयात्री हाइपोथर्मिया की चपेट में आ जाते हैं। हालांकि, जिला चिकित्सालय, गुप्तकाशी, अगस्त्यमुनि, फाटा, सोनप्रयाग व गौरीकुंड समेत केदारनाथ पैदल मार्ग पर चिकित्सकों समेत मेडिकल स्टाफ तैनात रहता है।

मार्ग पर 13 स्वास्थ्य केंद्र बनाए

वर्तमान में जिला चिकित्सालय में 35 चिकित्सक तैनात हैं। यहां ब्लड बैंक के साथ कार्डियो यूनिट भी स्थापित हो चुकी है।  केदारनाथ धाम में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के साथ विवेकानंद अस्पताल स्वास्थ्य सेवाएं संचालित करता है। यहां पर 14 चिकित्सकों के साथ मेडिकल स्टाफ तैनात रहता है। इनमें फिजिशियन की शामिल है। इस बार 16 किमी लंबे गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर भी स्वास्थ्य विभाग चिकित्सकों की तैनाती कर रहा है।

मार्ग पर 13 स्वास्थ्य केंद्र बनाए गए हैं, इनमें जंगलचट् में चिकित्सक व फार्मेसिस्ट, भीमबली में चिकित्सक, फार्मेसिस्ट व मेडिकल स्टाफ, बड़ी लिनचोली में एक फिजिशियन समेत दो चिकित्सक और रुद्रा प्वाइंट व चीरबासा समेत नौ केंद्रों पर फार्मेसिस्ट व वार्ड ब्वाय तैनात रहेंगे। जिला चिकित्सालय में लगे आक्सीजन प्लांट भी सही ढंग से कार्य कर रहे हैं। यहां पर दस वेंटिलेटर भी हैं, जो संचालन की स्थिति में हैं।

केदारनाथ धाम समेत मुख्य पड़ाव स्थलों पर चिकित्सकों की तैनाती की जा रही है। प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र में जरूरी दवाइयों के साथ पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन भी उपलब्ध रहेगी। रविवार तक सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर आक्सीजन व जीवर रक्षक दवाइयां भेज दी जाएंगी।

- डा. एचसीएस मार्तोलिया, मुख्य चिकित्साधिकारी, रुद्रप्रयाग

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