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भारी बारिश के कारण Kedarnath Dham Yatra स्थगित, फंसे 200 या‍त्री एयरलिफ्ट; 1000 को सुरक्ष्रित स्‍थानों पर पहुंचाया

Kedarnath Yatra Postponed बुधवार रात्रि को हुई तेज बारिश के बाद केदारनाथ जाने वाला हाईवे सोनप्रयाग में लगभग 100 मीटर बह गया है। केदारनाथ यात्रा फ‍िलहाल स्‍थगित कर दी गई है। उत्‍तराखंड प्रशासन ने कहा है कि जो भी यात्री रुद्रप्रयाग तक पहुंचे हैं। वह जहां पर हैं वहीं सुरक्षित रहें। फिलहाल अपनी केदारनाथ धाम यात्रा को स्थगित कर दें।

By Jagran News Edited By: Nirmala Bohra Updated: Thu, 01 Aug 2024 02:54 PM (IST)
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Kedarnath Yatra Postponed: केदारनाथ जाने वाला हाईवे सोनप्रयाग में बहा, फोटो-जागरण

जागरण संवाददाता, रुद्रप्रयाग। Kedarnath Yatra Postponed: उत्तराखंड में वर्षा से जनजीवन प्रभावित है। केदारनाथ पैदल मार्ग कई जगह ध्वस्त होने के कारण वीरवार को यात्रा स्थगित रखी गई है। 

अन्य यात्रा मार्गों पर भी जगह-जगह भूस्खलन और पहाड़ी से पत्थर एवं मलबा गिरने के कारण जोखिम बढ़ गया है, ऐसे में राज्य सरकार ने यात्रियों से सुरक्षित स्थानों पर ही रुकने को कहा है।

यात्राओं से मौसम को देखकर सफर करने का अनुरोध किया जा रहा है। हरिद्वार और ऋषिकेश में आज चार धाम यात्रा के पंजीकरण स्थगित रख गए हैं।

रुद्रप्रयाग के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचे सीएम धामी

मुख्‍यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी गुरुवार सुबह से ही प्रदेश के अलग-अलग आपदा प्रभावित जनपदों का हवाई एवं स्थलीय निरीक्षण कर रहे हैं। बीती रात आपदा आने के बाद से मुख्‍यमंत्री धामी लगातार सक्रिय हैं।

गुरुवार को उन्‍होंने केदारनाथ यात्रा मार्ग पर पहुंच कर श्रद्धालुओं का कुशलक्षेम जाना और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। 

200 यात्रियों को किया एयरलिफ्ट

बुधवार रात केदारनाथ यात्रा मार्ग पर भीमबली, रामबाड़ा, लिंचोली इत्यादि स्थानों पर मार्ग पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गया था, जिस कारण अनेक यात्री रास्ते में ही फंस गए हैं।

कमांडेंट एसडीआरएफ मणिकांत मिश्रा के निर्देश पर श्रीकेदारनाथ एवं लिंचोली से दो टीम नीचे की ओर रेस्क्यू कार्य करते हुए आ रही हैं। शासन द्वारा हेलीकॉप्टर के माध्यम से भी रेस्क्यू शुरू कर दिया गया है, जिसके माध्यम से अभी तक 200 यात्रियों को निकाला जा चुका है।

सोनप्रयाग से इंस्पेक्टर अनिरुद्ध भंडारी के नेतृत्व में एसडीआरएफ की एक अन्य टीम द्वारा सोनप्रयाग और भीमबली के बीच पैदल मार्ग पर फंसे हुए लगभग 1000 यात्रियों को दुर्गम पहाड़ी रास्तों से होकर वैकल्पिक मार्ग बनाकर सुरक्षित निकाला जा चुका है। रेस्क्यू कार्य लगातार जारी है।

बीती रात को हुई भारी बारिश के कारण केदारनाथ के पैदल मार्ग पर कई जगहों पर गदेरे उफान पर आ गए थे। जिसको देखते हुए जिलाधिकारी के निर्देशन में रेस्क्यू किया जा रहा है। 

उप जिलाधिकारी ऊखीमठ अनिल कुमार शुक्ला ने बताया कि बीती रात को हुई अत्यधिक बारिश के कारण श्री केदारनाथ धाम यात्रा के पैदल मार्ग पर जगह-जगह रास्ते टूट गए हैं। सोनप्रयाग बाजार से लगभग एक किमी के ऊपर बड़े-बड़े पत्थर व बोल्डर आ गए हैं।

इसके अतिरिक्त यात्रा मार्ग के क्षतिग्रस्त होने से यात्रियों को देर रात्रि को ही सुरक्षित स्थानों पर रोक दिया गया है। साथ ही फिलहाल उन्हें आगे की यात्रा को स्थगित करने का सुझाव दिया गया है।

उन्होंने बताया कि कोई भी यात्री कहीं फंसा हुआ नहीं है तथा सभी सुरक्षित हैं। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक स्थिति का जायजा लेने केदारनाथ पहुंच गए हैं। उन्होंने सभी कांवड़ियों, तीर्थ यात्रियों एवं श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा कि जब तक यात्रा ट्रैक सही नहीं हो जाता सभी अपनी यात्रा को स्थगित कर दें।

सोनप्रयाग में 100 मीटर बह गया हाईवे

जानकारी के मुताबिक बुधवार रात्रि को हुई तेज बारिश के बाद केदारनाथ जाने वाला हाईवे सोनप्रयाग में लगभग 100 मीटर बह गया है। वहीं केदारनाथ पैदल मार्ग कई स्थानों पर वॉश आउट हो चुका है। जिस कारण केदारनाथ यात्रा फ‍िलहाल स्‍थगित कर दी गई है। प्रशासन ने यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ठहरने की सलाह दी जा रही है। हालांकि अभी नदी को जलस्तर सामान्य है।

वीडियो देखें-

पहाड़ी दरकने से मार्ग वॉश आउट

सोनप्रयाग मुख्य बाजार से तकरीबन एक किमी आगे सड़क का काफी हिस्सा नदी के कटाव एवं पहाड़ी दरकने से वॉश आउट हो गया है। यहां पर फिलहाल किसी भी प्रकार की पैदल आवाजाही भी सम्भव नहीं है।

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इसी प्रकार से गौरीकुंंड के आस-पास, जंगल चट्टी व भीमबली के बीच के कई स्थानों पर, भीमबली पुलिस चौकी से आगे, एवं लिंचोली क्षेत्र में पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त हुए हैं। फिलहाल नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है।

प्रशासन ने कहा है कि जो भी यात्री रुद्रप्रयाग तक पहुंचे हैं। वह जहां पर हैं, वहीं सुरक्षित रहें। फिलहाल अपनी केदारनाथ धाम यात्रा को स्थगित कर दें। क्योंकि सोनप्रयाग से आगे मोटर मार्ग व पैदल मार्ग की स्थिति बिल्कुल भी सही नहीं है। मार्ग सही होने व यात्रा के सुचारु होने की सूचना अलग से प्रेषित की जाएगी।

सीएम धामी की  मौसम देखकर यात्रा करने की अपील

वहीं मुख्‍यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी ने सभी से अनुरोध किया है कि मौसम और परिस्थिति की जानकारी लेकर ही उत्‍तराखंड की यात्रा करें। उन्‍होंने कहा प्रदेश भर में कल रात हुई भारी बारिश के कारण कई स्थानों पर जन-जीवन प्रभावित होने की सूचना प्राप्त हुई।

रेस्क्यू टीमों द्वारा रात भर अभियान चलाकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। स्थानीय प्रशासन से लगातार संपर्क में हूं और प्रभावित क्षेत्रों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं।

रामबाड़ा, भीमबली, जखनियाली व अन्य अधिक प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य संचालित किए जा रहे हैं। प्रशासन के साथ-साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी बात करके वस्तुस्थिति की जानकारी ले रहा हूं। स्थानीय प्रशासन को नुकसान का आकलन कर त्वरित रूप से कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

प्रत्येक प्रदेशवासी और अन्य प्रदेशों से आने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है, जिसके लिये हमारी पूरी टीम तत्परता के साथ कार्य कर रही है। आप सभी से अनुरोध है कि मौसम और परिस्थिति की जानकारी लेकर ही यात्रा करें।

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